पालघर में गोधरा जैसी मॉब लिंचिंग, उन्मादी भीड़ का साधुओं की हत्या वाला वीडियो वायरल
मुंबई : महाराष्ट्र के पालघर जिले में जूना अखाड़े के दो साधुओं और उनके ड्रइवर की उन्मादी भीड़ द्वारा गोधरा स्टाइल में हत्या किये जाने के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना सरकार सकते में है। इस हत्याकांड का रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो कल रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद तो पूरे देश में बवाल मच गया है। जहां भाजपा और विभिन्न अखाड़ों के संतों ने सीएम उद्धव ठाकरे को लताड़ लगाते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की है, वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने चेतावनी दी है कि साधु—संत महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ आंदेलन करेंगे।
पालघर में उन्मादियों ने ऐसे दिया गया घटना को अंजाम
महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं की निर्मम हत्या कर दी गई। यह पूरी घटना वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने हुई। जानकारी के अनुसार पालघर से सूरत जा रहे तीन लोगों को रास्ते में कुछ लोगों ने रोक लिया और उन्हें गाड़ी से निकाल कर पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी। भीड़ ने इनको चोर—चोर कहकर घेर लिया जबकि ये तीनों एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सूरत जा रहे थे। तीनों पीड़ितों की पहचान 70 और 35 साल के दो साधु और 30 साल के उनके ड्राइवर के तौर पर की गई।
वायरल वीडियो से तूफान, पूर्व सीएम फड़नवीस का हमला
इस घटना के रविवार को वायरल हुए वीडियो में ये देखा जा सकता है कि घटनास्थल पर एक पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद माहराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्न फडनवीस ने घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई। फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘पालघर में मॉब लिंचिंग घटना का वीडियो हैरान करने वाला और अमानवीय है। ऐसी विपदा के समय इस तरह की घटना और भी ज्यादा परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा, “सबसे शर्मनाक़ बात ये है कि पुलिस के सामने भीड़ लोगों को मारती है, पुलिस के हाथ से छीन कर मारती है। कहीं न कहीं महाराष्ट्र में क़ानून व्यवस्था लचर हो गई है।”
भाजपा ने पूछा, अब कहां हैं लिंचिंग पर ज्ञान देने वाले?
इधर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी घटना का वीडियो ट्वीट किया और लिखा, “महाराष्ट्र के पालघर में 2 संतों और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया। ये घटना वीरवार की है लेकिन आज तक सारे लिबरल पूरी तरह से ख़ामोश हैं। आज कोई लोकतंत्र या संविधान की दुहाई नहीं दे रहा।” इसपर महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने सफाई देते हुए ट्वीट किया कि इस तरह के अपराधों को महाराष्ट्र सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने लिखा, “पालघर में हुई घटना पर मुख्यमंत्री ने बयान दिया है। मैं ख़ास तौर से राजनीतिक पार्टियों को कहना चाहता हूं कि साधुओं पर हमले के मामले में अपराधियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाई की जा रही है।”