कोरोना के डर से कोई सामने नहीं आया तो बजरंग दल वालों ने कराया अंतिम संस्कार

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नवादा : कोरोना महामारी की दहशत के बीच आज गुरुवार को बिहार के नवादा जिले में मानवता की एक अलग ही मिसाल देखने को मिली। यहां कागज का ठोंगा बनाकर जीविका चलाने वाली हिसुआ के वार्ड 17 की निवासी विधवा महिला रूबी देवी की मौत के बाद परिजन कोरोना की दहशत के कारण अंतिम संस्कार के लिए नहीं निकले। मृतक महिला के अंतिम संस्कार करने के लिए जब कोई सामने नही आया तो बजरंग दल के लोगों ने इसका जिम्मा उठाया और उसकी अंतिम क्रिया संपन्न की।

हिसुआ निवासी विधवा महिला पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। लेकिन कोरोना की दहशत के कारण उसके नातेदारों ने उससे दूरी बना ली। इसके बाद रूबी देवी को हिसुआ पीएचसी में भर्ती कराया गया जहां से उसे नवाद रेफर किया गया। लेकिन इसी दौरान उसकी मौत हो गयी। रूबी देवी अपने पीछे बेसहारा 10 साल की बेटी रिया को छोड़ गई है। जब कोई परिजन सामने नहीं आया तो बजरंग दल के संयोजक मनीष राठौर और अन्य कार्यकर्ताओं के सहयोग से दाह संस्कार संपन्न हुआ। रिया ने ही अपनी मां को मुखाग्नि दी। बजरंग दल कार्यकर्ताओं की इस मिसाल की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।

swatva

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