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भारत में कोरोना से भी तेज फैलाये जा रहे अफवाह, मुंबई में लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां

मुंबई/नयी दिल्ली : कोरोना वायरस से भारत की जंग को कमजोर करने के लिए देशविरोधी ताकतें सक्रिय हो गईं हैं। इनका साथ कुछ हमारे देश के ही रहने वाले आस्तिन के सांप दे रहे हैं। इसकी बानगी आज मुंबई के बांद्रा में देखने को मिली जब वहां एक अफवाह के चलते लॉकडाउन की खुलेआम धज्जियां उड़ गईं। बांद्रा स्टेशन पर मंगलवार को दिन के 2 बजे अचानक करीब तीन हजार की भीड़ जमा हो गई। वह भी तब जब महाराष्ट्र सरकार ने पीएम मोदी के लॉकडाउन बढ़ाने की आज की घोषणा से 2 दिन पहले ही लॉकडाउन को महाराष्ट्र में बढ़ा दिया था।

बांद्रा स्टेशन के बाहर जुटे हजारों मजदूर, लाठीचार्ज

जानकारी के अनुसार भीड़ में शामिल अधिकतर लोग यूपी—बिहार के प्रवासी मजदूर थे जो अपने घर लौटने की मांग को लेकर वहां जमा हुए थे। उन्हीं प्रवासी मजदूरों के बीच 40—50 ऐसे लोग भी शामिल थे जो लगातार लोगों को उकसा रहे थे। पुलिस और प्रशासन के लोग उन्हें बार—बार समझा रहे थे लेकिन ये 40—50 लोग उन्हेें प्रशासन की बात नहीं मानने को भड़काने में लगे हुए थे। जब लोग नहीं माने तब पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर—बितर किया। लेकिन जिस तरह बिना किसी पूर्व सूचना के भारत में कोरोना से सबसे प्रभावित मुंबई में लॉकडाउन की सरेआम धज्जियां उड़ी, वह राज्य सरकार की सतर्कता की पोल खोलने वाली है।

देश को नुकसान पहुंचाने की हो रही साजिश

आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी से उपजे हालात को देखते हुए देश के नाम संबोधन में लॉकडाउन को 3 मई तक जारी रखने का फैसला लिया। लेकिन जैसा कि भीड़ में शामिल कुछ मजदूरों ने बताया, उन्हें पिछले 2 दिनों से मैसेज आ रहे थे कि 14 अप्रैल से अगले 5 दिनों के लिए बांद्रा से ट्रेनें चलेंगी और वे अपने घर लौट सकेंगे। मुंबई में प्रवासी कामगारों के बीच इस अफवाह को एक साजिश के तहत फैलाया गया ताकि कोरोना से भारत की कमर ही टूट जाए।

पूर्व सीएम फड़नवीस ने उद्धव ठाकरे को लिया आड़े हाथ

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब लॉकडाउन के दौरान बांद्रा स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमड़ी उस वक्त वहां पुलिस नदारद थी। धीरे—धीरे वहां इतनी भीड़ जमा हो गई कि उसे संभालना मुश्किल हो गया। इधर इस घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और मंत्री आदित्य ठाकरे ने इसे केंद्र सरकार की नाकामी करार दिया तो महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया। फड़णवीस ने कहा, बांद्रा में हुई घटना बहुत ही गंभीर है। हम पहले दिन से सरकार को बता रहे हैं कि जो प्रवासी मजदूर हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनकी व्यवस्था सरकार को करनी होगी। सरकार यह व्यवस्था करने में असफल रही है।

अमित शाह ने महारष्ट्र सीएम से की फोन पर बात

बहरहाल, बांद्रा में जमा हुई भीड़ वहां से हटा दी गई है। मामले पर गृह मंत्रई अमित शाह ने सीएम उद्धव ठाकरे को फोन कर हालात की जानकारी ली है। इस दौरान गृह मंत्री ने सीएम ठाकरे से कहा कि इससे कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई कमजोर होगी। प्रशासन को ऐसे हालातों से निपटने के लिए सतर्क रहना होगा। साथ ही उन्होंने पूर्ण समर्थन का भरोसा भी दिलाया।