रांची में कोरोना से दूसरी मौत, शव दफनाने को लेकर बवाल, दाह संस्कार पर अड़े लोग
रांची : झारखंड में आज कोरोना से दूसरी मौत हुई। रिम्स में भर्ती इस मरीज की मौत के बाद जब प्रशासन उसके शव को दफनाने के लिए रांची के रातू रोड स्थित कब्रिस्तान पहुंचा, तो वहां हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई और हंगामा शुरू हो गया। चूंकि शव कोरोना पॉजिटिव मरीज का है, इसलिए लोग इसे वहां दफनाने की बजाए जलाने की मांग करने लगे। सूचना पाकर बड़ी संख्या में फोर्स वहां पहुंची है लेकिन लोग मानने को तैॅयार नहीं। लोगों का कहना है कि शव को दफनाने की जगह जलाया जाए। इस दौरान लॉकडाउन की भी जमकर धज्जियां उड़ी।
दरअसल, रविवार को सुबह रिम्स में हिंदपीढी निवासी एक कोरोना पीड़ीत मरीज की मौत हो गयी। उसे दफनाने के लिए पुलिस रातू रोड कब्रिस्तान पहुंची तो स्थानीय लोगों ने इसका जमकर विरोध शुरू कर दिया। लोगों का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज को दफनाने नहीं देंगे, बल्कि उसका दाह संस्कार होना चाहिये। मौके पर सदर डीएसपी दीपक पांडेय और रांची एसडीएम पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बात हिंदू-मुस्लिम या धर्म समुदाय की बिल्कुल नहीं है। बात है कोरोना महामारी के संक्रमण के फैलाव की। लोगों का कहना है कि इतनी घनी आबादी वाले इलाके में कोरोना संक्रमित मरीज के शव को दफनाने से आसपास संक्रमण फैलने का खतरा है। उन्होंने मांग की है कि जितने भी कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो रही है, उन्हें शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर जाकर उनका दाह संस्कार किया जाए। कोरोना मरीज के शव को दफनाया नहीं बल्कि जलाया जाए। फिर चाहे वो किसी भी धर्म या समुदाय का हो।
बता दें कि रिम्स में रविवार को एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो गई। मृतक हिंदपीढ़ी का रहने वाला था और हिंदपीढ़ी में मिली दूसरी कोरोना पॉजिटिव महिला का पति था। इससे पहले बोकारो में एक बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो चुकी है। झारखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 17 है, जिसमें से दो की मौत हो चुकी है। रिम्स निदेशक डॉक्टर डीके सिंह ने इसकी पुष्टि की है।