- कांग्रेस ने खुलकर लालू प्रसाद के पैरोल की वकालत
रांची : पिछले कई दिनों से पॉलिटिक्स के माहिर खिलाड़ी व चारा घोटाला में सज़ा काट रहे लालू प्रसाद यादव को जेल से जमात पर रिहाई की बात चल रही है। यह चर्चा और तेज हो गई जब सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सात साल की सज़ा काट रहे कैदियों की ज़मानत पर रिहाई का प्रावधान किया।
जानकर बता रहे है कि सोमवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पैराल पर फैसला हो सकता है। कांग्रेस ने भी इसकी खुलकर वकालत की है। कांग्रेस के मंत्री बादल पत्रलेख ने खुले तौर पर कहा है कि लालू प्रसाद को राहत मिलनी चाहिए तो विधायक इरफान अंसारी ने भी सुर में सुर मिलाया और कहा कि लालू की जमानत की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि कोरोना के मद़देनजर सात साल की सजा काट रहे कैदियों के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जमानत का प्रावधान किया है। चारा घोटाला की सजा काट रहे लालू रिम्स में इलाजरत हैं। वह जहां रह रहे हैं, उसके बगल के वार्ड में कोरोना के मरीज रखे जा रहे हैं। ऐसे में लालू प्रसाद यादव कुछ भी हो सकता है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को एक छोटे से कमरे में कैद रहने को मजबूर कर दिया है। रिम्स में इलाजरत लालू पेइंग वार्ड के कमरे से कई दिनों से बाहर नहीं निकले हैं। चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू लंबे समय से यहां रह रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के भय से लालू प्रसाद को अपने वार्ड में टहलने तक में पाबंदी लगा दी गई है।