वैशाली : लालगंज थाना क्षेत्र के बसंता जहानाबाद पंचायत के बलुआ बसंता गांव में मंगलवार की अहले सुबह पहुंचे तेंदुए ने दो ग्रामीणों पर हमला कर घायल कर दिया था। सात घंटो मशक्क़त के बाद तेंदुए पकड़ लिया गया।
सात घंटे के मशक्कत के बाद निकाला गया तेंदुआ :
सुबह 6 बजे तेंदुआ सलुइस गेट में दो लोगो को घायल करने के बाद छिपा। जिसके बाद करीब 11 बजे पटना से रेंजर की टीम आई। शूटर मनोज कुमार ने टेंकुलाइजर गण से दो बार में तेंदुआ को टेंकुलाइज कर दिया। जिसके बाद अंदर घुस जाल डाला गया और तेंदुआ को बाहर निकालकर पिंजरे में लाया गया। तब जाकर लोगो ने राहत की सांस ली। जिसके बाद तेंदुए को लालगंज स्थित वन विभाग के कार्यालय पर लाया गया। डीएफओ ने बताया कि तेंदुए को बेतिया वाल्मीकिनगर ले जाकर इसे जंगल मे छोड़ दिया जाएगा।
तेंदुए के कारण उड़ी लॉक डाउन की धज्जियां
जैसे ही तेंदुआ की खबर गांव एवं आसपास के गांवों में फैली हजारों की संख्या में लोग जुट गए। जिससे लॉक डाउन की धज्जियां उड़ती दिखी। जिन्हें हटाने के लिए बार बार डीएसपी राघव दयाल, बीडीओ राधा रमन मुरारी, सीओ संतोष कुमार सिंह, थानाध्यक्ष सुनील कुमार, कर्ताहा थानाध्यक्ष संतोष कुमार पंकज, एसआई सुनील कुमार, पंकज कुमार सिंह, स्थानिय मुखिया अवधेश सिंह, पैक्स अध्यक्ष नारद राय को कई बार मशक्कत करनी पड़ी लेकिन लोगो का जुनून ऐसा की टस से मस होने का नाम नही ले रहे थे।
प्रशासन को कई बार लोगो को खदेड़ना पड़ा। लेकिन खदेड़े जाने के बाद वापस लोग जमा हो जाते थे। जब तेंदुए को पिजरे में डालकर गाड़ी से वहां से ले जाया जा रहा तब भी कई किलोमीटर तक लोग गाड़ी के पीछे साइकल मोटरसाइकिल से पीछा करते रहे। यहां तक कि बतरौल स्थित वन विभाग के कार्यालय पर जब तेंदुए को कुछ देर के लिए वहां पानी पिलाने के रखा गया तो वहां भी गेट के बाहर सैंकड़ो लोगो की भीड़ इकट्ठा हो गई। थोड़ी देर बाद तेंदुए को वहां से बेतिया के लिए ले जाया गया। तब जाकर यहाँ का माहौल सामान्य हुआ।
दिलीप कुमार सिंह