दीया, मोमबत्ती,ओपीडी और तबलीगी जमात पर जदयू ने दिया विपक्ष को जवाब
पटना : देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। देश मेंअब तक कुल 2902 मामले मिल चुके हैं। तथा 183 संक्रमित लोग ठीक हो चुके हैं। और 68 लोगों की जान जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 17 राज्यों में मरकज के 1023 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। पिछले 24 घंटे में 601 मामले सामने आये हैं। तथा 12 लोगों की जान जा चुकी है।
इस लॉक डाउन के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को वीडियो कॉन्फ्रंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा था कि सभी भारत वासी आगामी रविवार अर्थात 05 अप्रैल को रात 9 बजे अपने घर के बालकनी से दीप जलाकर एकता का परिचय दें। जिसके बाद विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया है। राजद नेता तेजप्रताप यादव ने ट्वीटर के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री से सवाल किया तो वहीं बिहार कांग्रेस के युवा नेता ने भी इसे नोटंकी करार दिया।
एनडीए ने दिया 9 मिनट की अपील का जवाब
बिहार में एनडीए ने देश के पीएम के अपील की मांग को समझाने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। सबसे पहले बिहार भाजपा के नेता ने ट्वीट कर लालू के लाल को समझाया तो वहीं जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जिस तरह से करोड़ों लोग ताली और थाली बजाया ये सबने देखा, उसी तरह दीया एकजुटता का संकल्प है कोरोना से लड़ने के लिए। लेकिन, विपक्ष इस पर राजनीति कर रही है। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि 5 अप्रैल का जो अभियान है वह विपक्ष का समझ आये न आये लेकिन उस दिन पूरी दुनिया भारत की क्षमता को समझ जायेगी।
आइसोलेशन वार्ड में हुई मौत के बारे में बोले राजीव रंजन
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने पटना के पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में हुई मौत के बारे में बताते हुए कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के तहत राज्य सरकार सूचनाएं दे रही है। सरकार जो आंकड़ा दे रही है उसपर भरोसा करना चाहिए। अभी ये जानना महत्वपूर्ण है कि कौन से सैम्पल पॉजिटिव है कौन नेगेटिव? गोरतलब है कि राज्य के कई शहरों में आईसोलेशन में लोगों की मौत की हुई है। जिसकी जांच जारी है।
तबलीगी जमात पर है सरकार की नजर
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तबलीगी मरकज़ में शामिल लोगों का पता करने के पुलिस की खोज जारी है। तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को बड़ी संख्या में दिल्ली में क्वारंटाइन किया गया है। इसके साथ-साथ उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अभी पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करने का वक़्त नहीं है। अगर किसी के पास कोई सूचना है तो इसे पुलिस प्रशासन से साझा करना चाहिए।