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नवादा बिहार अपडेट

3 अप्रैल : नवादा की मुख्य ख़बरें

तालाब में डूबने से अधेड़ की मौत

नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के पांती पंचायत की बखारी गांव के अधेङ की मौत शुक्रवार को तीसरे पहर तालाब में डूबने से हो गयी । परिजनों ने शव को बरामद कर अंतिम संस्कार किया है ।
बताया जाता है कि कारू यादव (55 वर्ष) पशुओं को धोने के लिए पास के पिरौटा सूर्य मंदिर तालाब में गया था। गहरे पानी में जाने से वह डूब गया । वहां पास में रहे चरवाहों ने पानी से देर तक बाहर न निकलने पर शोर मचाना आरंभ कर दिया। बाद में स्थानीय लोगों के सहयोग से शव को बाहर निकाल परिजनों को सूचना दी । परिजनों ने आनन फानन में शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

होटल मालिकों के साथ बैठक कर दिया निर्देश

नवादा : जिला पदाधिकारी यश पाल मीणा की अध्यक्षता में समाहरणालय कार्यालय कक्ष में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर जिले के सभी बड़े होटल मालिकों के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी होटल मालिकों को सूचित किया कि कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए आवश्यकता पड़ने पर जिला प्रशासन किसी भी होटल को कोरेन्टाइन/आइसोलेशन वार्ड हेतु अपने अन्तर्गत ले सकती है।

उन्होंने कहा कि किसी भी होटल को कोरेन्टाइन या आइसोलेशन सेंटर बनाये जाने पर वहां की सारी सुविधाएं जैसे खाना,पानी एवं साफ-सफाई की व्यवस्था यथा संभव होटल मालिक खुदक राना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि नवादा जिले में अभी तक कोरोना संक्रमित एक भी पोजेटिव केस नहीं पाया गया है, परन्तु हमें पूर्व से सतर्क रहना अति आवश्यक है। कोरोना महामारी के इस मुश्किल दौर में हम सभी को एक जुट होकर कार्य करना होगा तभी हम इस लड़ाई को जीत पायेंगे। उन्होंने सभी होटल मालिकों से कहा कि अभी तक आपलोग का सहयोग सराहनीय रहा है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर अगर किसी भी होटल मालिक के द्वारा नकारात्मक रवैया पाये जाने पर उनपर कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है। इस अवसर पर सहायक समाहर्त्ता साहिला, उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर अनु कुमार आदि उपस्थित थे।

अकबरपुर बाजार में गलियों को बांस से किया बंद

नवादा : कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा किये गये लाकडाउन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। लाकडाउन के दसवें दिन अकबरपुर प्रखंड में पड़ने वाले सभी बाजार पुरी तरह से बंद था। लोग अपने आप को घरों में कैद कर रखा है। राशन, फल, सब्जी, दूध दुकान को छोड़कर सभी दुकाने बंद हैं। इस दौरान प्रशासन पुरी तरह सड़कों पर मुस्तैद है तो स्वास्थ्य विभाग की टीम एक एक लोगों पर नजर रख रही हैं।
शुक्रवार को अकबरपुर बीच बाजार के समीप ग्रामीणों ने मध्य विद्यालय की ओर जाने वाली गली को बांस से बंद कर दिया।
बाजारवासियों ने बताया कि गली बंद करने का मुख्य उद्देश्य हमलोग अपने परिवारों को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बच सके। गली खुला रहने पर वेवजह दूसरे जगहों से लोग आते हैं और फिर उससे खतरा बना हुआ रहता हैं। अब यह गली 21 दिन के लाकडाउन के बाद ही खुलेगा

होटल में क्वारंटाइन सेंटर बनाने का ग्रामीणों ने किया विरोध, नारेबाजी

नवादा : नगर थाना क्षेत्र के गोनावां गांव स्थित होटल अमृत गार्डन में क्वारंटाइन सेंटर बनाने का ग्रामीणों का विरोध कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। दरअसल, क्वारंटाइन सेंटर की तैयारियों को लेकर कुछ अधिकारी होटल पहुंचे थे। इसी बीच ग्रामीणों की भीड़ वहां पर जुट गई और लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया।

ग्रामीणों का कहना था कि घनी आबादी के बीच कोरोना के संदिग्ध मरीजों को रखना जायज नहीं है। इससे गांव में भी संक्रमण का खतरा हो जाएगा। आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ग्रामीणों का कहना था कि यह संक्रामक बीमारी है। इसलिए घनी आबादी के बीच क्वारंटाइन सेंटर बनने नहीं दिया जाएगा। ग्रामीणों के विरोध की सूचना मिलते ही एएसपी अभियान कुमार आलोक, सदर एसडीएम अनु कुमार, एसडीपीओ विजय कुमार झा, बीडीओ कुमार शैलेंद्र, सीओ अभय कुमार, नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार आदि वहां पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण नहीं माने और विरोध जारी रखा। जिसके बाद सभी अधिकारी वहां से वापस लौट गए।

पूरे मामले को लेकर सदर एसडीएम अनु कुमार ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर के लिए पूर्व से ही शहर के होटलों को चिह्नित किया गया था। इस सेंटर में वैसे लोगों को रखा जाना था, जिसका सैंपल जांच के लिए राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आरएमआरआइ), पटना भेजा गया है। जांच रिपोर्ट के बाद मरीजों के संबंध में आगे का निर्णय लिया जाना है। गुरुवार को 11 लोगों का सैंपल लिया गया है। उन लोगों को अमृत गार्डन होटल में ठहराया जाना था। लेकिन ग्रामीणों ने विरोध किया। उन्होंने बताया कि सभी 11 लोगों को पार नवादा मिल्लत मुसाफिर खाना में क्वारंटाइन किया गया

मानव बल की कमी के बीच कृषि यंत्रों का प्रयोग आरंभ

नवादा : कोरोना संकट के बीच किसान अब हाथ पर हाथ धरे बैठे रहने की स्थिति में नहीं रह गए हैं। उपलब्ध साधनों के बूते खेतों में पड़े फसलों को घर तक लाने के लिए निकल पड़े हैं। गुरुवार को रामनवमी पर्व के संपन्न होने के साथ ही बड़ी संख्या में किसान खेती-किसानी के लिए घरों से निकल पङे हैं ।
जिले का वारिसलीगंज इलाका धान-गेहूं की उन्नत खेती के लिए जाना जाता है।

सकरी नदी के पश्चिमी इलाके सौर, राजापुर, दौलतपुर, कुंभी, बरनावां, गोपालपुर आदि गांवों में गेहूं की अच्छी खेती होती है। इस इलाके में तकनीकी आधारित खेती का प्रचलन भी काफी है। नालंदा जिले के सीमावर्ती इन गांवों से गुजरने के दौरान जहां-तहां किसानों को खेतों में गेहूं की कटनी करते देखा गया। दौलतपुर गांव के पास से गुजरने के दौरान कुछ किसान सड़क पर दिखे। सड़क से उत्तर दिशा में खेतों में हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई हो रही थी। मशीन से कटनी व दौनी के बाद गेहूं को ट्रैक्टर से घर तक ले जाया जा रहा था। वहां रूकने पर गांव के लोगों से बातचीत शुरू हुई।
पूछने पर हार्वेस्टर मालिक कौशलेंद्र कुमार उर्फ मन्नु लाल ने बताया कि होली के पूर्व ही चालक व फोरमैन को पंजाब से बुला लिया था। फिलहाल देशव्यापी लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रदेश से चालक व मजदूरों का आना मुश्किल हो रहा है। वहां मौजूद ग्रामीण व भाजपा नेता प्रमोद कुमार चुन्नु ने कहा कि इलाके में कई हार्वेस्टर है। लेकिन उसे चलाने वाले श्रमिक हरियाणा व पंजाब से आते हैं, जो फिलहाल नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में गेहूं की कटनी प्रभावित हो रही है।

मानव श्रम से सस्ता है हार्वेस्टर

किसान विपिन सिंह बताते हैं कि हार्वेस्टर से कटनी और दौनी मानव श्रम या अन्य किसी भी यंत्र से बेहतर है। कम समय और लागत में आसानी से घर तक फसल पहुंच जाती है। कहा कि मानव बल व दूसरे यंत्र से कटनी व दौनी पर प्रति बीघा 8 मन गेहूं खर्च में चला जाता है। यानि 6 हजार रुपये से ज्यादा खर्च आता है। जबकि हार्वेस्टर से प्रति बीघा मात्र 1200 रुपये खर्च आता है।

पराली जलाने की जरूरत नहीं

किसान अनिल सिंह कहते हैं कि अब पराली को खेतों में जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पराली का पशु चारा बनाने के लिए मशीन आ गया है। जो किसान पराली का भूसा बनाना चाहेंगे 120 रुपये मन यानि मात्र 300 रुपये प्रति क्विंटल भूसा तैयार करा सकते हैं। इससे वैसे लोगों को भी फायदा होगा जिनकी अपनी खेत नहीं है। दूसरे के खेत में पड़े पराली से अपने खर्च पर पुश चारा तैयार करा लेंगे।

एक सप्ताह में कटनी में आएगी तेजी

जिले में गेहूं कटनी में तेजी आने में अभी एक सप्ताह का समय और लग सकता है। जिला प्रशासन दूसरे प्रदेशों से श्रमिकों व कृषि यंत्रों को लाने के लिए किसानों को अनुमति दे रही है। अबतक 16 हार्वेस्टर मालिकों को प्रशासन पंजाब व हरियाणा से श्रमिकों को लाने के लिए वाहन का परमिट दे चुकी है।

दो माह एक लाख से ज्यादा की कमाई करते हैं श्रमिक

पंजाब व हरियाणा से आने वाले हार्वेस्टर चालक दो माह तक काम करते हैं। इसके लिए 65 हजार रुपये लेते हैं। इसके अलावा 65 रुपये प्रति एकड़ उनका कमीशन फिक्स होता है। चालक के साथ एक या दो मजदूर भी साथ होते हैं।

ट्रांसफार्मर में खराबी से अनुसूचित टोला में नल से जलापूर्ति ठप

नवादा : जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के कुटरी पंचायत की मसनखावां गांव के अनुसूचित समुदाय के टोले में लगा ट्रांसफार्मर में पिछले एक माह से खराबी के कारण मुख्यमंत्री नल जल योजना से जलापूर्ति ठप है। फलतः टोले के गरीब व मज़दूरों के समक्ष पेयजल का संकट आन पड़ा है।
टोला निवासी सह पंचायत समिति सदस्य रविशंकर कुमार, सूरज कुमार, बोधु रविदास,बिट्टू रविदास, जानकी मांझी, मुन्ना मांझी आदि ने बताया कि पिछले एक माह से अधिक समय बीतने को है।
मसनखावां अनुसूचित टोला में लगा ट्रांसफार्मर में खराबी के कारण नल जल समेत टोले में लगा आंटा चक्की का मिल तथा कई सिंचाई के संसाधन मृत हो गया है।

ट्रांसफार्मर में खराबी का आलम यह है कि लो बोल्टेज से नही मोटर चलता है और न ही घरों में अच्छी तरह से बल्ब जल पता है। फलतः टोले के विद्यार्थियों को इस लॉक डाउन के समय पठन पाठन में काफी परेशानी होती है। टोले के अविभावकों की माने तो पहले शिक्षकों की हड़ताल और बाद में लॉक डाउन के कारण बच्चों का एकेडमिक कैलेंडर खराब हो चुका है और अब रहा सहा कसर बिजली में खराबी निकल रही है। इस कारण टोले के बच्चों का भविष्य अंधकारमय होने की संभावना प्रबल हो चुकी है।
ग्रामीणों ने बढ़ते गर्मी के साथ ही बंद जलापूर्ति एवं सिंचाई संसाधनों के नियमित संचालन को ले लो बोल्टेज वाला 63 केवीए का ट्रांसफार्मर को बदल कर 100 केवीए का ट्रांसफार्मर लगवाने की मांग स्थानीय विद्युत अनुमंडल कार्यालय के अधिकारियों से किया है। ताकि रोशनी और पंखे की हवा में बच्चे अपनी पिछड़ चुके सिलेबस की पढ़ाई को पूरी कर सके।

आने वाले 10 दिनों तक सभी अधिकारी रहें अलर्ट : डीएम

नवादा : कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों का जायजा लेने डीएम यशपाल मीणा अकबरपुर व गोविदपुर पहुंचे। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, झारखंड सीमा से लगे चेकपोस्ट, सामुदायिक किचन आदि का जायजा लिया।
मौके पर डीडीसी वैभव चौधरी, डीटीओ अभयेंद्र मोहन सिंह, गोविदपुर बीडीओ कुंजबिहारी सिंह, सीओ शैलेन्द्र कुमार, थानाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र प्रसाद, एसआइ सतीश कुमार, पीओ राकेश चंद्र, एमओ विवेकानंद सत्यार्थी समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।
डीएम सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां किसी संक्रमित या संभावित संक्रमित के इलाज के इंतजाम के बारे में जाना। सैनिटाइजर, एंबुलेंस तथा 14 प्रकार की दवाइयां के बारे में जानकारी चिकित्सा प्रभारी डॉ. बीएल चौधरी से लिया। उसके बाद सभी चिकित्सक व नर्सों तथा अन्य स्वास्थकर्मी के बारे जानकारी ली। डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आने वाले 10 दिन आपलोग सभी अलर्ट रहें। कही से भी अगर जानकारी मिले की कोई लोग अन्य राज्य घर आएं हैं तो तत्काल जांच पड़ताल करें। उसे तुरंत 14 दिनों के क्वारंटाइन रहने के लिए निर्देश दिया गया। साफ कहा कि कोई दिक्कत करते हैं तो उसे प्रशासनिक कार्रवाई के तहत क्वारंटाइन करें। कोरोना पॉजिटिव को तत्काल एंबुलेंस से नवादा सदर अस्पताल भेजने को कहा। चालक के लिए पीटी किट्स पहनना जरूरी बताया।

एंबुलेंस को लाने से पहले और मरीज को छोड़ने के बाद पूरी गाड़ी का सैनिटाइज कराने को कहा। डीटीओ को अगले आठ दिनों तक गोविदपुर में कैंप करने को कहा। बीडीओ को निर्देश दिया कि क्वारंटाइन में रहे लोगों का जॉब कार्ड खोल कर उनसे बागवानी तथा कोई काम करवा सकते हैं। डीएम ने गोविदपुर में व्यवस्था को पर्याप्त बताया।
स्थानीय मुखिया अफरोजा खातुन के आग्रह पर डीएम राहत केंद्र पहुंचे जहां अन्य राज्यों से आए लोगों से बातचीत की। वहां से निकलकर बिहार-झारखंड बॉर्डर पर बने चेकपोस्ट का जायजा लिया। गोविदपुर थानाध्यक्ष ने बॉर्डर की जानकारी दिया। वहां तैनात एएसआइ प्रभु गुप्ता व सैप जवानों से पूछताछ किया।
बॉर्डर पर तैनात डॉ. मनीष व एएनम से भी पूछताछ की टीम के साथ तैनात का भी डीएम ने जायजा लिया। बॉर्डर से वाहनों के आवागमन के बारे में भी जानकारी ली।

डीएम ने किया पीएचसी का निरीक्षण :

डीएम यशपाल मीणा ने अकबरपुर पीएचसी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीएचसी में कोरोना महामारी के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड को देखा और चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीएम ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बद्री प्रसाद से कहा कि अकबरपुर प्रखंड काफी बड़ा क्षेत्र हैं। इसलिए किसी प्रकार की मेडिकल चीजों की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पीएचसी को साफ सुथरा रखने को कहा।

लॉकडाउन का पालन कर रहे लोग

नवादा : कोरोना संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से लॉकडाउन जारी है। जिले में अधिकांश लोग इसका पालन कर रहे हैं। जरुरत की दुकानों को छोड़ शेष सभी दुकानें बंद रह रही हैं। हालांकि खरीदारी का बहाना बनाकर कई लोग सड़क पर उतर जा रहे हैं। इसमें वैसे युवाओं की भी संख्या है, जो बेवजह बाइक से इधर-उधर घूम रहे हैं। वैसे पुलिस उन युवाओं से सख्ती से निपट रही है। दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। ऊठक-बैठक से लेकर बल प्रयोग किया जा रहा है।
जिला प्रशासन लोगों को घरों में ही रहने को लेकर जागरूक कर रही है।
इधर, सब्जी बाजार में खरीदारी के दौरान लोग शारीरिक दूरी का पालन करते नहीं दिख रहे हैं। उन स्थानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है।
इधर, सद्भावना चौक के समीप के मोहल्ले के लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सद्भावना चौक पर सब्जी की दुकानों को खुलवाने का अनुरोध किया है। उन लोगों का कहना है कि इस स्थान पर सब्जी की दुकान खुल जाने के बाद पार नवादा रजौली बस पड़ाव से भीड़ का दबाव कम होगा।

विभा राज कन्सट्रक्शन कंपनी ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दी एक करोड 21 लाख का चेक

नवादा : जिले के विभा राज कन्सट्रक्शन कंपनी ने कोरोना को ले बनायी गयी मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड 21 लाख रूपये की राशि उपलब्ध करायी है। जिले के किसी संस्था द्वारा उपलब्ध करायी गयी यह अबतक की सबसे बङी राशि है।
कंपनी की संचालक विभा देवी पूर्व राज्य मंत्री राजवल्लभ यादव की पत्नी ने बताया कि दी गयी राशि एक करोड रुपये नवादा जिला व 21 लाख रूपये बरबीघा विधानसभा के लिए 21 लाख रूपये की राशि उपलब्ध करायी गयी है।
उक्त राशि से कोरोना पीङितों के लिए मदद की जा सकेगी । बता दें इसके पूर्व विभा देवी नवादा विधानसभा की उप चुनाव लड़कर पराजय का मुंह देख चुकी है।

मारपीट में महिला समेत दो जख्मी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर थाना क्षेत्र के पहरैठा गांव में दो लोगों के बीच मारपीट में एक महिला समेत दो लोग बुरी तरह घायल हो गया। घायल परिजनो ने मारपीट कि सुचना थाने को फोन कर दिया।
थानाध्यक्ष डॉ नरेन्द्र प्रसाद ने सुचना मिलते ही दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया और घायल को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा इलाज कराया । मारपीट में घायल नरेश चौधरी ने थाने में लिखित आवेदन देकर अपने गांव के ही जगदीश चौधरी, तथा सुनील चौधरी, पर घर में घुसकर खन्ती से मारपीट करने का आरोप लगाया, और न्याय कि गुहार लगायी है ।

नरेश चौधरी ने बताया कि सरकार द्वारा लॉक डाउन को लेकर अपने परिवार के साथ हम घर के अंदर बैठे थे, मेरी 62 वर्षिय मां दुलरवा देवी दरवाजे पर बैठी थी , इसी बीच जगदीश चौधरी और उसका बेटा सुनील चौधरी नशे में धुत होकर हाथ में खन्ती लेकर आया और दरवाजे पर बैठी मेरी मां को खन्ती से मारा जिससे मेरी मां को गहरी चोट लगा और मुंह कट गया और वह गिर गई , मां को चिल्लाने कि आवाज़ सुनकर जब मैं बाहर निकाला तो जगदीश चौधरी का बेटा सुनील चौधरी ने जान मारने कि नियत से सर पर खन्ती से वार किया जो रोकने से मेरा बायां हाथ कट गया,और गाल कट गया जिससे तेज धार में खुन बहने लगा।

बताया कि जगदीश चौधरी और सुनील चौधरी शराब कारोबारी बारी है , और वह यही कह कर मारा कि शराब पकड़वाने के लिए यही थाना को फोन करता है, आज इसे जान मार देंगें तो शराब के सुचना थाने को कोई नहीं देगा। बताया जाता है कि जगदीश चौधरी के साथ पहरैठा में दर्जनों घरो में शराब का कारोबार खुलेआम होता है जिसे पुलिस रोकने में नाकाम है। यह बात कि जानकारी मारपीट में जख्मी नरेश चौधरी ने बताया।
थानाध्यक्ष डॉ नरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि दिये गये आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज किया जा रहा है। और पुलिस मामले कि जांच कर कर रही है ।