वैशाली : हाजीपुर प्रखंड के गुरमिया गाँव निवासी स्व चंद्रिका प्रसाद सिंह (शिक्षक) के सबसे छोटे पुत्र अमरेंद्र प्रसाद सिंह (आईपीएस) वर्तमान में कनौज (यूपी) पुलिस अधीक्षक को 26 जनवरी के अवसर पर राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलने पर पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गयी है।
चार भाई बहनों में अमरेंद्र प्रसाद सिंह सबसे छोटे है। जबकि, सबसे बड़े भाई विपिन कुमार सिंह (भाप्रसे) सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक बिहार से सेवानिवृत होकर पुनः विजली विभाग में निदेशक के पद पर बिहार में कार्यरत है।
दूसरे भाई नृपेन्द्र प्रसाद सिंह सीसीएल में जीएम पद पर कार्यरत हैं। जबकि बहनोई एनके सिंह एनटीपीसी से डीजीएम पद से सेवा निर्वित हो चुके है। अमरेंद्र प्रसाद सिंह की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा गाँव से ही शुरू हुई थी। केके विद्या मंदिर धरहरा से मैट्रिक तथा लंगट सिंह कॉलेज मुज़फ़्फ़रपुर से बीए और बिहार विश्वविद्यालय मुज़फ़्फ़रपुर से एमए करने के बाद पहले सीआईएसएफ में सहायक कमांडेंट की नौकरी से अपने कैरियर की शुरुआत की। उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन से पुलिस सेवा में चले गए।
उन्होंने अपराध नियंत्रण, सामाजिक सहभागिता, मित्र पुलिस की अवधारणा को साकार किया। उनकी बेहतरीन सेवा को देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किया गया है। उन्हें इससे पूर्व स्वतंत्रता दिवस पर भारत सरकार की ओर से उत्कृष्ट सेवा पदक, मिल चुका है।
इसके पूर्व उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने भी सिल्वर प्रसंशा पत्र प्रदान कर चुके है। एसपी अमरेंद्र सिंह ने स्वत्व समाचार को बताया कि पुलिस सेवा में उन्होंने मानवता की रक्षा और सेवा का संकल्प लिया है। इसके लिए वे हमेशा प्रयासरत रहते है।
उन्होंने कहा कि अपराध और अपराधी का समापन तभी होगा जब समाज के लोग पुलिस को साथ दे। उन्हें राष्ट्रपति पदक मिलने की सूचना मिलते ही गाव सहित धरहारा विद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गयी।
दिलीप कुमार सिंह