बिहार के इस विश्वविद्यालय में होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने सूचना तकनीक में नई क्रांति ला दी है। खुशी की बात है कि अब इसकी विधिवत पढ़ाई बिहार में होने वाली है। विश्व के शीर्ष पांच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एप्स कंपनी में से एक एल्सा कॉर्प (ELSA CORP) ने गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय एवं नारायण वर्ल्ड स्कूल जमुहार ,सासाराम (रोहतास) के साथ समझौता किया है। इसके साथ ही गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के पाठ्यक्रम को अपने यहां लागू करने वाला बिहार का पहला विश्वविद्यालय बन गया है।
इस पाठ्यक्रम के सहयोग से विद्यार्थियों के अंग्रेजी बोलने और समझने के स्तर में तीव्रता से गुणात्मक सुधार होगा जो आज के तकनीकी युग में कैरियर को सफलता का नया आयाम देने के लिए जरूरी है । वर्तमान में एल्सा ऐप के दुनिया भर में 65 लाख से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।
देव मंगल मेमोरियल ट्रस्ट जिसके अंतर्गत गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय संचालित होता है। संस्था के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने इस संबंध में बताया कि एल्सा स्पीक हमारे छात्रों को अंग्रेजी बोलने में और समझने की क्षमता को विकसित करने में मदद करेगा। इस योग्यता को प्राप्त कर वे दुनिया मे उपलब्ध अपार अवसरों का उपयोग और भी बेहतर तरीके से कर पाएंगे । मैं दृढ़ विश्वास रखता हूं कि बेहतर संचार कौशल विद्यार्थियों को कम उम्र से आत्मविश्वास हासिल करने में मदद करता है और हाईप्रोफाइल वाले नौकरियों को प्राप्त करने के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराता है। एल्सा कॉर्प इंडिया के कंट्री मैनेजर मनीत पारिख ने कहा कि किसी भी उद्योग में प्रारंभिक उपभोक्ता को देखना हमेशा बहुत अच्छा होता है और हम इस साझेदारी से बहुत उत्साहित हैं। यह आधुनिक शिक्षा में नए अध्याय की शुरुआत है जिससे बिहार के शिक्षा के क्षेत्र को एक नया आयाम मिलेगा। भारत एक विविधता वाला देश है इसमें 720 से अधिक बोलियों के साथ 22 से अधिक प्रमुख भाषाएं हैं। इसकी अधिकांश आबादी अंग्रेजी को दूसरी भाषा मानती है और यहां वैश्विक व्यवसाय प्रमुख रूप से अंग्रेजी में संचालित होते हैं। एल्सा सैन फ्रांसिस्को की एक कंपनी है।