शार्जिल कांड के बाद विपक्ष बैकफुट पर, राष्ट्रभक्त बन गए CAA विरोधी
पटना : जबसे JNU ब्रांड शार्जिल इमाम का CAA विरोध के नाम पर शाहीन बाग में भारत को तोड़ने संबंधी देशविरोधी वीडियो वायरल हुआ है, तबसे तमाम विपक्ष को सांप सूंघ गया है। आलम यह है कि हाल तक CAA के खिलाफ माहौल बना रही विपक्षी पार्टियों ने अचानक राष्ट्रभक्ति का गुणगान शुरू कर दिया। साथ ही सभी पार्टियों ने शार्जिल से दूरी बनाते हुए उसके खिलाफ एक स्वर में सख्त करवाई की मांग कर डाली।
कांग्रेस ने बनाई दूरी, कार्रवाई की मांग उठाई
अभी तक CAA को लेकर देश में कन्फ्यूजन और हंगामे को हवा दे रही कांग्रेस ने अचानक यू टर्न लेते हुए शार्जिल के भाषण को देशद्रोही बताया। कांग्रेस ने शाहिन बाग में CAA प्रोटेस्ट की अगुआई करने वाल शार्जिल के बयान को देश के खिलाफ़ बताया। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने उसके खिलाफ करवाई की मांग करते हुए कहा ऐसे बयान देशद्रोह की श्रेणी में आते हैं। ऐसे बयानों को किसी धर्म या सम्प्रदाय से जोड़कर नहीं देखा जा सकता। असम देश का हिस्सा है। इसे तोड़ने की बात करनेवालों पर बिना देर किए सख्त करवाई होनी चाहिए। ऐसे मामलों में कांग्रेस केंद्र की कार्रवाई के साथ है।
CAA पर हमलावर रहे राजद ने भी बदले सुर
वहीं राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी शाहिन बाग में CAA प्रोटेस्ट के आयोजक शार्जिल इमाम से किनारा करते हुए कहा कि ऐसे बयानों का समर्थन कोई नहीं कर सकता। ऐसे लोगों पर केंद्र और बिहार की सरकार सख्त कार्रवाई करे। राजद इस कार्रवाई का पूरा समर्थन करेगा।
जदयू ने बताया देशद्रोह, केंद्र का पूरा साथ देंगे
इसबीच शाहिन बाग प्रोटेस्ट के आयोजक शार्जिल इमाम पर तीखा हमला करते हुए जदयू ने उसपर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने इसे देशद्रोह बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों का किसी धर्म या सम्प्रदाय से कोई मतलब नहीं। पक्के सबूत के साथ केंद्र सरकार ऐसे लोगों पर कठोर करवाई करे, बिहार सरकार उसे सभी प्रकार का समर्थन देगी।
CAA पर झूठ फैला भारत तोड़ने की साजिश!
शार्जिल इमाम का राष्ट्रविरोधी वीडियो सामने आने के बाद भारत में हाल के दिनों में CAA विरोध के नाम पर चल रहे प्रोटेस्ट पर सवालिया निशान लग गया है। पहले CAA पर झूठ और भ्रम फैलाया गया, और अब भारत को तोड़ने की बात। साफ है कि इस विरोध की आड़ में कोई न कोई अंतर्राष्ट्रीय साजिश रची जा रही है जो भारत की एकता अखंडता खत्म करने की मंशा रखती है। शार्जिल का एजेंडा देशद्रोह का बड़ा मामला है जिसने शाहिनबाग समेत देशभर में चल रहे धरना प्रदर्शनों पर सवाल खड़ा कर दिया है।स्पष्ट है कि ऐसे लोगों को भारत विरोधी ताकतों से पैसा और समर्थन दोनों मिल रहा है।