डा. शांति जैन व रामाशीष सिंह को पं. रामनारायण शास्त्री सारस्वत सम्मान

0

पटना : प्रख्यात गीतकार, साहित्यकार डा. शांति जैन एवं प्रख्यात समाजसेवी और चिंतक रामाशीष सिंह को आज बिहार की राजधानी पटना में अक्षर पुरूष पं. रामनारायण शास्त्री सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया। पटना के एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान सभागार में शुक्रवार को आयोजित समारोह में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उन्हें सम्मान प्रदान किया।

सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले 42 वर्षों से पंडित रामनारायण शास्त्री स्मारक न्यास की ओर से अनवरत यह सम्मान दिया जा रहा है। एक पुत्र की ओर से पिता की स्मृति में किया जा रहा यह कार्य वास्तव में ऐतिहासिक है। स्मृति न्यास की ओर से इस अवसर राज्यस्तरीय वाद-विवाद एवं लेख प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया जाता है।

swatva

श्री मोदी ने कहा कि ज्ञान व सृजन की परंपरा व संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए समाज को आगे आना चाहिए। यह कार्य केवल सरकार के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। पंडित रामनारायण शास्त्री के ज्येष्ठ पुत्र अभिजीत कश्यप ने अपने माता-पिता की स्मृति में इस सारस्वत समारोह का आयोजन कर सबको राह दिखाया है। उन्होंने कहा कि पं शास्त्री एक निर्भीक ज्ञान साधक थे। उन्होंने अपने समकालीन व बाद की पीढी के अंदर राष्ट्रीयता का भाव भरने के लिए जो कार्य किया है वह हमारे लिए अनुकरणीय है।

समारोह में विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति मृदुला मिश्रा ने कहा कि इस न्यास द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को उत्साहित करने वाला है। इस न्यास द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाली एक मेरी संबंधी का इतना उत्साह बढ़ा कि वह आगे की कई परीक्षाओं में प्रथम आयी और वर्तमान में विदेश में महत्वपूर्ण स्थान पर है। न्यायमूर्ति संजय प्रिया ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है।

समारोह को संबोधित करते हुए नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि यह आयोजन हमें इस दिशा में कुछ करने की प्रेरणा देता है। न्यास के अध्यक्ष डा. शत्रुध्न प्रसाद ने कहा कि पं. रामनारायण शस्त्री जैसे मनीषी की स्मृति को प्रणाम करने के लिए इससे अच्छे और कोई बात नहीं होगी। सम्मान समारोह का संचालन पटना विश्वविद्यालय राजनीतिशास्त्र विभाग की प्रो. दिप्ती कुमारी ने किया। वही धन्यवाद ज्ञापन अभिजीत कश्यप ने दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here