पटना : राजद ने यह साफ कर दिया है कि वह 2020 में 2015 वाली गलती नहीं करेगा। पार्टी अध्यक्ष जगदानंद ने दो—टूक कहा कि 2015 में छोटे दल जदयू को नेतृत्व सौंपकर गलती हुई थी। अब वह गलती नहीं करेंगे। 2020 में तेजस्वी यादव ही बिहार में विपक्ष का चेहरा होंगे। महागठबंधन के सहयोगी यह अच्छी तरह गांठ बांध लें कि जो बड़ी पार्टी के नेता को स्वीकार नहीं करेगा वह विपक्ष के महागठबंधन में नहीं रह पायेगा।
243 सीटों पर तैयारी, 150 से कम मंजूर नहीं
इधर जगदानंद सिंह के बाद राजद विधायक विजय प्रकाश ने भी खुलेआम ऐलान कर दिया कि उनकी पार्टी 150 सीट से कम पर नहीं लड़ेगी। कांग्रेस के ज्यादा सीटों के डिमांड पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने चेताया कि जमीनी हकीकत को सामने रखें। वर्ना, राजद ने 243 सीटों पर तैयारी कर रखी है।
लालू-तेजस्वी ही होंगे गठबंधन का चेहरा
राजद ने यह भी साफ किया कि तेजस्वी ही विपक्ष के सीएम कैंडिडेट होंगे। विजय प्रकाश ने कहा कि इस बात को सभी को मानना होगा। बिहार महागठबंधन के नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि जो इस फैसले में असहयोग करेगा, वो सहयोगी नहीं रह पाएगा। पूरे देश में यही सिस्टम चलता है कि बड़ी पार्टी ही गठबंधन का नेतृत्व करता है। केरल, झारखंड, महाराष्ट्र समेत किसी गठबंधन शासन वाले राज्य को देख लें, समझ में आ जाएगा।
बिहार में दो ही धड़े—राजद और भाजपा
राजद नेता विजय प्रकाश ने यह भी कहा कि बिहार की राजनीति में दो ही धड़े हैं- राजद और भाजपा। बाकी पार्टियां इन दोनों की सहयोगी हैं या विरोधी। ऐसे में कांग्रेस, मांझी, कुशवाहा समेत महागठबंधन के घटकों को यह समझना होगा कि उनके व्यवहार से किस खेमे को फायदा होगा और किस खेमे को नुकसान।