पटना : राज्यपाल फागू चौहान ने जल संकट पर गहरी चिंता जताते हुए सभी से समन्वित प्रयास करने का आह्वान किया है। महामहिम आज राजधानी पटना एनआईटी परिसर में आयोजित इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन के 52वें वार्षिक सम्मेलन-2020 में बोल रहे थे।
इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन का वार्षिक सम्मेलन
राज्यपाल ने कहा कि आज वैज्ञानिक तरीके से ‘रेन वाटर हार्वेस्टिंग’ के जरिये जल -संरक्षण एवं समुचित जल-प्रबंधन की नितान्त आवश्यकता है। वर्षा जल के समुचित प्रबंधन नहीं होने से हम उसका उपयोग नहीं कर पाते। जल संकट से बचने के लिए वर्षा-जल का संचयन ही एकमात्र विकल्प है। इसके लिए हमें अपने परम्परागत जल स्रोतों-कुआँ, तालाब, आहर, पाईन आदि को पुनर्जीवित करना होगा।
केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों को सराहा
राज्यपाल ने बताया कि इस दिशा में केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है। भारत सरकार की ओर से इस वर्ष ‘जल जीवन मिशन’ नाम से एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरूआत की गयी है। इसके तहत हर घर में नल के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था करने तथा जल स्रोत को सतत बनाने पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार राज्य में भी वर्ष 2017 से “हर घर नल जल योजना’ की शुरूआत की गयी है एवं हर घर को शुद्ध पेयजल देने हेतु राज्य सरकार कृत संकल्पित है।
औसत वर्षापात में कमी चिंता की बात
राज्यपाल ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में राज्य के कुछ इलाकों में औसत वर्षापात में कमी हुई है, जिसके फलस्वरूप भू-जल में गिरावट आने लगी है। यह गंभीर चिन्ता का विषय बन गया है। इस संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा “जल-जीवन-हरियाली” नाम से एक महत्वाकांक्षी योजना का कार्यान्वयन किया गया है। राज्यपाल ने पीएम मोदी एवं बिहार के सीएम नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं ने जल-समस्या को काफी गंभीरता से लेते हुए न केवल महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन प्रारम्भ कर दिया है, बल्कि इसके लिए जन-चेतना विकसित करने का भी अभियान छेड़ दिया है।
राज्यपाल ने भरोसा व्यक्त किया कि इंडियन वाटर वर्क्स एसोसियेशन के बैनर तले आयोजित इस “जल सम्मेलन’ में सभी जल-वैज्ञानिक, पर्यावरणविद् एवं अभियंतागण पेयजल के संकट पर सार्थक चिन्तन-मनन करेंगे एवं इसका वैज्ञानिक समाधान निकालेंगे, ताकि पूरे देश में जल-समस्या से मानव-जीवन कुप्रभावित नहीं हो सके।
कार्यक्रम में राज्य के लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण मंत्री श्री विनोद नारायण झा तथा मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह एवं सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. विन्देश्वर पाठक ने भी अपने विचार रखे। श्री पाठक ने इस क्रम में पेयजल-निर्माण, स्वच्छता-विकास एवं शौचालय-निर्माण विषयक अपनी संस्था के प्रयासों की जानकारी दी। समारोह के उद्घाटन-सत्र में इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दिनेश्वर प्रसाद सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।