दो दिवसीय कार्यशाला का होगा आयोजन
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा में राजभवन, पटना के निर्देश के आलोक में दो दिवसीय नैक कार्यशाला का आयोजन दिनांक 10-11 जनवरी 2020 को विश्वविद्यालय के गांधी सदन के सभागार में किया जायेगा। कार्यशाला का उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सुरेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा महात्मा गाँधी सदन में दिनांक 10 जनवरी 2020 को 10ः30 बजे पूर्वाह्न किया जाएगा।
इस कार्यशाला में बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के कई प्रतिभागियों नैक से संबंधित आशारपुरुषों से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। ज्ञातव्य हो कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अधिकांश काॅलेज नैक से मूल्यांकित है। यही कारण है कि महामहिम कुलाधिपति ने बिहार के विश्वविद्यालयों में नैक मूल्यांकन की गति तीव्र करने के उद्देश्य से नैक प्रशिक्षण कार्यशाला के आयोजन की जिम्मेवारी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को सौंपी है।
विदित हो कि इसके पूर्व में भी 4-5 अप्रैल 2019 को पूरे बिहार के महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं सभी विश्वविद्यालयों के आई.क्यु.ए.सी. के समन्वयक ने भाग लिया था तथा इस कार्यशाला का आयोजन राजभवन, पटना में किया गया था और उस समय भी नोडल विश्वविद्यालय का प्रभार ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा को ही बनाया गया था। हाल के दिनों में नैक मूल्यांकन से संबंधित फार्मेट बदल गया है ऐसी स्थिति नये फार्मेट के अनुसार महाविद्यालयों का नैक से ग्रेडिंग प्राप्त हो। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों को विशेष रूप से इस कार्यशाला में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये प्रतिभागी अपने-अपने विश्वविद्यालय में नैक ग्रेडिंग से संबंधित कार्यो को समझ कर एवं नैक के नियमानुसार करेंगे।
मानव श्रृंखला की सफलता के लिए लनामिविवि के अधिकारी-कर्मचारी ने किया पूर्वाभ्यास
दरभंगा : अगामी 19 जनवरी को जल जीवन हरियाली और नशामुक्ति, बाल विवाह समाप्ति एवं दहेज प्रथा उन्मूलन विषय पर होनेवाले मानव श्रृंखला का ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर में गुरुवार को पूर्वाभ्यास किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्रति कुलपति प्रो. जय गोपाल ने कहा कि बिहार सरकार जल, जीवन हरियाली और नशामुक्ति, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों के खिलाफ जो जन आंदोलन चलाया जा रहा है वह अत्यंत सुखद एवं सकारात्मक पहलू है। मानव श्रृंखला के आयोजन से इन समस्याओं के समाधान में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल नीशीथ कुमार राय ने कहा कि मानव श्रृंखला के आयोजन से जल, जीवन, हरियाली और नशा मुक्ति कार्यक्रम को एक नई गति मिलेगा ही साथ ही बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में यह कार्यक्रम काफी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने यह भी कहा कि छात्राओं के बीच नियमित अंतराल में इन समस्याओं के प्रति कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय और कॉलेज स्तर पर किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के लगभग एक हजार छात्र-छात्राएं ने मानव श्रृंखला बनाकर बिहार सरकार के उपर्युक्त कार्यक्रम को सफल बनाने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर चंद्र भानु प्रसाद सिंह, जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विमलेंदु शेखर झा, प्रोफेसर अरुणिमा सिन्हा, प्रोफेसर विजय कुमार,प्रोफेसर अजयनाथ झा, प्रोफेसर विनय कुमार चौधरी, प्रोफेसर विनोद कुमार चौधरी प्रोफेसर लावण्या कृति सिंह काव्या, प्रोफेसर पुष्पम नारायण, डॉ अरविंद मिलन, प्रोफेसर मनोज कुमार झा, प्रोफेसर रविंद्र चौधरी, प्रोफेसर मुनेश्वर यादव, प्रोफेसर अनीस अहमद, प्रोफेसर आई के राय, डॉक्टर दयानंद पासवान सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक- शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे। मानव श्रृंखला कार्यक्रम का समन्वय राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक डॉ आनंद प्रकाश गुप्ता ने किया।
छात्रसंघ में छात्राओं की भूमिका
दरभंगा : दिनांक 09/01/20 को छात्रसंघ एमआरएम महाविद्यालय द्वारा एक संगोष्ठी का कार्यक्रम किया गया जिसका विषय था छात्र संघ में छात्राओं की भूमिका। एवं ललित ने मिथिला विश्वविद्यालय छात्र संघ पदाधिकारी का सम्मान समारोह भी किया गया। इस कार्यक्रम में मिथिला विश्वविद्यालय का अध्यक्ष आलोक कुमार, उपाध्यक्ष ध्रुव कुमार, महासचिव प्रीति कुमारी, कोषाध्यक्ष नितीश कुमार सिंह को पाग-चादर मोमेंटो से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर कुलसचिव कर्नल निशीथ रॉय उपस्थित थे इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छात्र संघ बिना छात्रों के सहभागिता की कल्पना नही किया जा सकता है, एक छात्र प्रतिनिधि को सबसे पहले खुद को एक अच्छे छात्र के रूप में स्वयं को परिसर में स्थापित करने की आवश्यकता है, साथ ही छात्र संघ की यह भी दायित्व है कि महाविद्यालय परिसर में छात्रों की उपस्थिति कैसे बढ़ेगा यह सुनिश्चित करें, छात्र संघ में बिना छात्राओ की भूमिका का हम कल्पना नही कर सकते है, इसके माध्यम से छात्रों में नेतृत्व कौशल के विकास का अवसर मिलता है।
वहीं इस अवसर पर कुलानुशासक डॉ अजित चौधरी ने कहा कि छात्र संघ परिसर के अंदर अपने रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को महाविद्यालय परिसर से जोड़े रखती है , आआज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़कर अपने नेतृत्व का लोहा मनवा रही है, यह मिथिला छेत्र खासकर हर कार्यो में महिलाओं की भूमिका को सशक्त बनाते रहा है, छात्र संघ बिना छात्राओ का कल्पना ही नही कर सकते है सशक्त छात्रा सशक्त परिसर।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरविंद झा ने कहा कि छात्र संघ के माध्यम से आम छात्रों में नेतृत्व के गुणों के विकास का अवसर मिल रहा है, इस तरह के रचनात्मक कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओ का उपस्थित महाविद्यालय में बढ़ेगी। इस अवसर पर गृह विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ कन्हैया चौधरी ने कहा कि छात्र संघ चुनाव से छात्राओ में नेतृत्व कौशल का विकास हो रहा है, जिले की यह एकलौती महिला महाविद्यालय होने के साथ ही यहाँ की छात्रा का वर्तमान में विश्वविद्यालय महासचिव बनना यह नारी सशक्तिकरण का उदाहरण है कि आज की नारी हर जगह अव्वल है।
इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन संयुक्त सचिव अमृता कुमारी ने की। कार्यक्रम का मंच संचालन महाविद्यालय अध्यक्ष पूजा कुमारी ने किया। उपाध्यक्ष पूजा कुमारी ,परिषद सदस्य श्वेता सिंह, स्नेहा श्री, अंजली कुमारी, सुषमा कुमारी ,शिवानी प्रिया ,शीतल कुमारी, महाविद्यालय के छात्रा सुषमा कुमारी ,पूजा झा मुख्य रूप से उपस्थित थी।
मुरारी