दुकानदारी के चक्कर में नीतीश से भिड़ गए पीके, पासवान ने ली मौज
पटना/नयी दिल्ली : आठ फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक ही पार्टी के दो शूरमा आमने—सामने हैं। यहां जदयू के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार और जदयू के ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर आमने—सामने होकर एकदूसरे के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं। यह दिलचस्प फाइट तब और मजेदार हो गई जब जदयू ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इस सबके बीच दिल्ली की जनता जदयू नेतृत्व की जहां मौज ले रही है, वहीं भाजपा एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि बिहार के बाहर जदयू का कोई आधार नहीं। उनके अनुसार पीके नेता नहीं, बल्कि पोल मैनेजर हैं जिसे नीतीश कुमार ने ही रखा है।
जदयू और आप के पोल मैनेजर हैं पीके : संजय
दरअसल, जदयू के दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद पार्टी के लिए यह परेशानी खड़ी हुई है। यहां जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर आम आदमी पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बना रहे हैं। केजरीवाल ने उन्हें इसका ठेका दे रखा है। इधर जदयू ने भी चुनाव में प्रत्याशी खड़ा करने का ऐलान कर दिया। मतलब साफ कि प्रशांत किशोर जहां दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं, वहीं मजबूरन वहां अब जदयू को हराने के लिए भी उन्हें स्ट्रेटेजी तैयार करनी पड़ रही है।
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जदयू के लिए चुनौती बने प्रशांत किशोर
दरअसल जेडीयू अपने विस्तार और पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए देश के कई राज्यों में लगातार चुनाव लड़ रही है। कहीं थोड़ी सफलता मिल रही है तो कहीं मुंह की खानी पड़ी है। इसी कोशिश में पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए जीत की रणनीति बना रहे प्रशांत किशोर जदयू के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं।
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जदयू और बीजेपी ने पीके पर खड़े किए सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की केजरीवाल के साथ मौजूदगी ने जदयू को असहज कर दिया है। जदयू नेता और सूचना जन सम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि दिल्ली में चुनाव लड़ने का जब एक बार निर्णय ले लिया गया है तो पार्टी मजबूती से वहां लड़ेगी। पार्टी किसी व्यक्ति से ज्यादा बड़ी और महत्वपूर्ण होती है। वहीं, बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने प्रशांत किशोर के साथ जेडीयू पर ही सवाल खड़े करते हुए कहा कि बिहार के बाहर जदयू का कोई जनाधार नहीं। संजय पासवान ने कहा कि पीके नेता नहीं बल्कि पोल मैनेजर हैं जिसे नीतीश कुमार ने ही रखा है।