मनीष की हत्या के तार सोना लूट कांड से जुड़ा
हाजीपुर : जेल में गोलीबारी के बाद मारे गए मनीष की हत्या के बाद अबतक जयपुर में हुई सोना लूट मामले में अब तक तीन अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं तो लूट के माल लेकर हुए आपसी विवाद में चार की जान जा चुकी है। गिरोह के सदस्य आपस में ही एक-दूसरे की जान लेने पर आमादा हैं।
हाजीपुर मंडल कारा में शुक्रवार को मारा गया मनीष कुमार भी सोना लूटकांड का विचाराधीन कैदी था। करीब आठ माह पहले भी हाजीपुर कोर्ट परिसर में मनीष पर जानलेवा हमला हुआ था। लेकिन, उसकी जान बच गई थी। मनीष की हत्या के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि सोना लूटकांड में आगे किसकी जान जाएगी?
जयपुर समेत देश के विभिन्न शहरों से लूटे गए सोने के बंटवारे को लेकर वैशाली राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रहा है। मालूम हो कि पटना एसटीएफ और अपराधियों के बीच बललोलपुर दियारा में 16 मार्च 2019 को हुई मुठभेड़ में सैकड़ों राउंड गोलियां चली थीं।
एसटीएफ ने इस मुठभेड़ में सोना लूट के कई मामलों में शामिल राघोपुर थानान्तर्गत राघोपुर निवासी झुल्लू सिंह के पुत्र मनीष सिंह, मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी थाना निवासी रउफ मियां के पुत्र अब्दुल इमाम उर्फ राजकुमार और समस्तीपुर निवासी अब्दुल अमन उर्फ तिवारी को ढेर किया था। इसके पहले हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के रामभद्र निवासी सुशील सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड का भी तार सोना लूटकांड से ही जुड़ा था।
गत वर्ष हाजीपुर के चर्चित आभूषण व्यवसायी मुकेश कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। दो माह पूर्व वैशाली के तत्कालीन एसपी जगुनाथ जलारेड्डी ने सोना लूटकांड में हाजीपुर से एक अपराधी की गिरफ्तारी के बाद जानकारी दी थी कि मुकेश की हत्या के तार सोना लूटकांड से जुड़े थे। इसके पूर्व हाजीपुर के एसडीओ रोड पर संजीव लाला की हत्या के पीछे भी पुलिस ने सोना लूटकांड की ही जानकारी दी थी। इसी क्रम में अब मनीष की जेल के अंदर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई। देश के दूसरे राज्यों में भी सोना लूटकांड में कई की जानें जा चुकी हैं।
जेल में विचाराधीन कैदी की हत्या, सवालों के घेरे में जेल प्रबंधन
हाजीपुर की जेल (मंडल कारा) में शुक्रवार को सोना लूटकांड में विचाराधीन कैदी मनीष कुमार उर्फ तेलिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई। लूटकांड के दूसरे आरोपित अन्नू सिंह गैंग ने पहले भी उसपर गोली चलाई थी। इस बार बाहर से नाइन एमएम की पिस्टल मंगाई गई और राजा नामक कैदी ने तेलिया को गोली मार दी। जेल के अंदर बाहर से पिस्टल पहुंचने और कैदी की हत्या को लेकर पूरा जेल प्रबंधन सवालों के घेरे में है। वहीं, पुलिसिया कार्रवाई में पांच कैदी जख्मी हो गए।
इस वारदात की खबर मिलने के बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जेल आइजी मिथिलेश मिश्रा, डीएम उदिता सिंह, प्रभारी एसपी रजनीश कुमार समेत जिले के सभी वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी मंडल कारा पहुंच गए। हत्याकांड में दो कैदियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
पहले भी मनीष को कोर्ट में पेशी के दौरान गोली मारी गई थी
मनीष को पूर्व में भी कोर्ट में पेशी के दौरान गोली मारी गई थी। जेल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। इधर, वारदात की जानकारी मिलते ही स्वजन जेल गेट पर पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। जेल प्रबंधन और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करने वाली इस घटना के बाद सरकार ने जेलर समेत पांच कारा कर्मियों को निलंबित कर दिया।
घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू की गई है। जेल आइजी मिथिलेश मिश्र ने बताया कि जेलर यूनुस, वार्डर विजय, किशोर, श्रवण और अमरनाथ को प्रारंभिक जांच में दोषी पाया गया है। उन्हें निलंबित कर दिया गया है। जेल में हथियार कैसे पहुंचा इसकी उच्चस्तरीय जांच होगी। डीएम उदिता सिंह ने बताया कि हथियार जेल में कैसे पहुंचा, इसकी जांच की जा रही है। जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने बताया कि उच्चस्तरीय टीम मामले की जांच कर रही है।
वहीं आपसी झड़प में पांच कैदी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। सभी को सदर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। इनकी सुरक्षा के लिए सदर अस्पताल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हर स्थिति से निपटने के लिए सदर अस्पताल में एसएसबी के जवान भी तैनात किए गए हैं। सभी कैदियों को वार्ड के अंदर कर दिया गया।
जेल के अंदर केले के पौधे पर रखा हथियार हुआ है बरामद
हाजीपुर सदर एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया कि कैदी अन्नू सिंह ने जेल के अंदर हथियार मंगवाया है और उसके सहयोगी राजा कुमार ने मनीष को गोली मारी। जिस हथियार से गोली मारी गई, उसे जेल के अंदर ही कैंपस में लगे केले के पौधे के निकट से बरामद कर लिया गया है। वहां से मोबाइल और अन्य सामान भी बरामद किए गए है। इस हत्याकांड को जयपुर में हुए सोना लूटकांड से जोड़कर देखा जा रहा है। देर रात मनीष का शव मंडल कारा से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।