पटना : बिहार कांग्रेस बेसब्री से अपने पुराने साथी तारिक अनवर के ‘घर वापसी’ की बाट देख रही है। आज सुबह तक राकांपा के सेकेंड मैन रहे अनवर ने भी कुछ ऐसा ही संकेत दिया है। यहां पटना में, बिहार कांग्रेस के सूत्रों ने भी बाताया कि वे शीघ्र ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
राफेल डील पर शरद पावर के बयान से नाराजगी जाहिर करते हुए तारिक ने पार्टी महासचिव के साथ ही लोकसभा से भी इस्तीफा दे दिया। यही नहीं तारिक अनवर ने राफेल सौदे की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग करते हुए कहा कि वे दिल्ली जा रहे हैं। वहां वे कांग्रेस में शामिल होने समेत तमाम बातों पर अपने करीबी लोगों से चर्चा कर फैसला करेंगे।
उधर बिहार कांग्रेस के कद्दावर नेता सदानंद सिंह ने भी ईशारों में तारिक के स्टैंड और कांग्रेस के स्टैंड में एकरूपता की बात कही। यानी संकेत साफ है कि कांग्रेस बेसब्री से तारिक का इंतजार कर रहीे है।
बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एवं लोकसभा की सदस्यता से श्री तारिक अनवर के इस्तीफे का स्वागत करते हुये आज कहा कि उनके त्यागपत्र से राफेल लड़ाकू विमान सौदे में अनियमितता को लेकर कांग्रेस का पक्ष मजबूत हुआ है।
बताते चले पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाने पर पवार, अनवर और पी ए संगमा को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद तीनों नेताओं ने 25 मई, 1999 को एनसीपी का गठन किया था।