पटना/मुजफ्फरपुर : बहुचर्चित नवरूणा हत्याकाण्ड के सिलसिले में सीबीआई ने आज मुजफ्फरपुर में घटनास्थल पर पहुंच कई तथ्यों का सग्रह किया और उसे वैज्ञानिक जांच के लिए भेजा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसंधान के लिए तीन महीने की अवधि और दिए जाने के बाद सीबीआई ने जांच तेज कर दी है।
तीन महीने में सुप्रीम कोर्ट में देनी है रिपोर्ट
सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि इसमें कुछ वैज्ञानिक जांच शेष रह गयी है। सो, उसे कम से कम तीन महीने का समय मिलना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी मांग पर मुहर लगाते हुए निर्देश दिया कि वैज्ञानिक बिन्दु की गहराई से जांच की जाए।
इस संबंध में सीबीआई ने नवरूणा के कुछ कपड़ों के टुकड़े, उसके माता-पिता के रक्त के नमूने को डीएनए टेस्ट के लिए जब्त कर लिया है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने अपना प्रगति प्रतिवेदन कोर्ट को सौंपते हुए कुछ गोपनीय तथ्यों का भी उल्लेख किया है।
सीबीआई ने अब तक इस मामले में 19 लोगों की वैज्ञानिक जांच करायी है। इनमें 12 लोगों की पाॅलीग्राफी टेस्ट, चार की ब्रेन मैपिंग, दो का नार्को तथा एक की डीएनए टेस्ट हो चुका है।
इस केस में कई हाईप्रोफाइल लोगों के नाम हैं। रियल इस्टेट के कारोबारी तो शामिल हैं ही, कुछ पुलिस अपफसरों के भी नाम शामिल हैं, जिन्होंने मामला उजागर होने के बाद भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया।