केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है। संसद में 9 दिसंबर को देश के गृहमंत्री नागरिकता संशोधन विधेयक पेश करेंगे। लेकिन, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया है। उन्होंने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि यह विधेयक भारत की लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ है। इसलिए इसका विरोध करते हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी दोनों को ही गलत बताया। उन्होंने कहा कि पंजाब किसी हालत में नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूर नहीं करेगा, क्योंकि यह भी एनआरसी की तरह लोकतंत्र की भावना के विपरीत है। पंजाब में इसे लागू नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि यह भारत को कट्टरवाद की तरफ ले जाने वाला कदम है। पूर्वोत्तर के राज्यों में भी नागरिकता संशोधन विधेयक का जबरदस्त विरोध हो रहा है। वहां कई संगठनों का कहना है कि इससे मूल निवासियों के लिए खतरा पैदा हो जाएगा।