दिल्ली : लोकसभा में सांसद चिराग पासवान और केशरी देव पटेल द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों की गहन सोच और तर्क क्षमता को बढ़ाने के लिए 2019-20 सत्र से 10वीं और12वीं कक्षा के पैटर्न में बदलाव किए हैं। पोखरियाल ने बताया कि प्रश्नपत्र में 20 फीसदी सवालों को बहुविकल्पीय और 10 फीसदी को रचनात्मक बनाया जाएगा। सभी सवालों के 33 फीसदी हिस्से में छात्रों को आंतरिक विकल्प दिया जाएगा।
हर विषय के पेपर में 1 नंबर वाले 25 फीसदी बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे. जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं होते हैं, उनमें इस बार से इंटरनल असेसमेंट लिया जायेगा। इंटरनल असेसमेंट 20 अंकों का होगा। 2020 में होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में ये बदलाव लागू होंगे। इसके संबंध में सीबीएसई ने हाल ही में सर्कुलर भी जारी किया था। लेकिन, इस सर्कुलर के मुताबिक 10वीं कक्षा में पास होने के लिए हर सब्जेक्ट में प्रैक्टिकल व थ्योरी में मिलाकर 33 प्रतिशत अंक लाने होंगे।
हालाँकि सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार 12वीं में ऐसा नहीं है।12वीं के स्टूडेंट्स को पास होने के लिए प्रैक्टिकल, थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट में अलग-अलग 33 फीसद अंक लाने होंगे। 12वीं परीक्षा में 70 अंक वाले विषय में 23 और 80 अंक वाले विषय में 26 अंक लाना अनिवार्य होगा।
Comments are closed.