स्वच्छता बिहार सरकार की टॉप प्रायोरिटी : डिप्टी सीएम

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पटना : वर्ल्ड टॉयलेट डे पर पटना के अधिवेशन भवन में  “बिहार स्वच्छता संकल्प- 2019” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राज्य के सभी जिले के डीडीसी मौजूद रहे। कार्यक्रम के उद्धघाटन के बाद विभिन्न जिले से आये स्वच्छता अभियान को जान अभियान का रूप देने वाले दूत को सम्बोधित करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि 2 Oct.2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनियां का सबसे बड़ा अभियान भारत को खुले में शौच से मुक्त करने का एलान किया था। 60 महीने में 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय निर्माण व 60 करोड़ से ज्यादा की आबादी के लिए शौचालय की व्यवस्था से देश खुले में शौच से मुक्त हुआ।

स्वच्छता को रोजगार से जोड़ते हुए सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में पिछले 5 वर्षों में 1 करोड़ से ज्यादा शौचालय निर्माण किया गया। 70 हजार राजमिस्त्री को प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार निरंतर प्रयासरत है कि बाढ़ में क्षतिग्रस्त, अस्थायी घूमन्तू लोग समेत जहां भी शौचालय निर्माण की जरूरत हो उसे लगातार पूरा कर रही है। “कोई पीछे नहीं छूट जाये” इसकी खोज व सर्वेक्षण कर तत्काल शौचालय निर्माण कार्य पूरा हो रहा है।

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स्वच्छता अभियान को रेखांकित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि WHO के एक आंकड़े के अनुसार भारत के खुले में शौच से मुक्त होने के कारण डायरिया से 3 लाख लोगों की मौत होने से बचाया जा सका है। यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार शौचालय निर्माण से प्रत्येक परिवार के चिकित्सा पर होने वाले खर्च 50 हजार रूपये की बचत हो रही है। आगे उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध बिहार बनाने हेतु सरकार कृतसंकल्पित है।

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