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नवादा बिहार अपडेट

19 नवंबर : नवादा की मुख्य ख़बरें

तकनीकी विभाग की बैठक में डीएम ने दिया अधिकारियों को निर्देश

नवादा : नवादा समाहरणालय कार्यालय कक्ष में जिला पदाधिकारी कौल कुमार की अध्यक्षता में तकनीकी विभाग से समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।

बैठक में एलइएओ को संबोधित करते हुए निर्देश दिया कि जिले में निर्माणाधीन ई-किसान भवन पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्यां में तेजी लायें। उन्होंने कहा कि महादलित सामुदायिक भवन निर्माण के लिए जमीन ाघ्र उपलब्ध करा दी जायेगी। कहीं-कहीं जल जमाव खत्म करने का भी निर्देश दिया गया। रोह थाना में बैरक निर्माण एवं कौआकोल में सीआरपीएफ कैम्प निर्माण कार्य में प्रगति लाने को कहा गया।

रोड डिविजन के अधिकारी से समीक्षा करते हुए निर्देश दिया गया। कादिरगंज वाईपास में पुल निर्माण ाघ्र करायें साथ ही एनएच से पहुंच पथ निर्माण एवं पुल निर्माण में तेजी लाने का निर्दे दिया गया। बिहार राज्य पुल निर्माण विभाग से समीक्षा के क्रम में कहा गया कि कर्पूरी छात्रावास जो 110 बेड का है, उसके कार्यां में प्रगति लायें। उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को कहा कि नवादा जिले में रेलवे ओवर ब्रीज एवं सद्भावना चौक पर ओवरब्रीज निर्माण के लिए प्रयास किये जांय।

भवन विभाग के पदाधिकारी से समीक्षा करते हुए कहा गया कि रजौली में आईटीआई भवन एवं अम्बेदकर छात्रावास निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश अंचलाधिकारी को दिया गया। पीएचईडी विभाग के समीक्षा के क्रम में नल जल योजना में कार्य प्रगति को और तेज करने का निर्दे दिया गया। उन्होंने कहा कि नल जल योजना किसी भी विवादित स्थल पर न करें। डूडा के द्वारा स्टेडियम घेराबंदी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

बुधौल बस स्टैंड के मन्द गति से चल रहे कार्यां को लेकर डीएम कौल कुमार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि हर हाल में बस स्टैंड निर्माण के कार्यां में तेजी लायी जाय साथ ही उन्होंने हिसुआ एवं तीन नम्बर बस स्टैंड के प्रस्ताव को भेजने का भी निर्देश दिया।

ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सरोज नगर हिसुआ में बाढ़ के कारण पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे तुरंत मरम्मति निर्माण कार्य को ारू करने का निर्दे दिया गया। समीक्षा के क्रम में बताया गया कि नवादा, नारदीगंज रोड कार्य निर्माण प्रगति पर है। पुल एवं सड़क निर्माण मरम्मति का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है साथ ही चटकरी में सड़क निर्माण में तेजी लाने का निर्दे दिया गया। उन्होंने कहा कि रजौली, सिरदला जैसे जंगली क्षेत्र में सड़क निर्माण बहुत जरूरी है।

डीएएफओ से एनओसी हासिल कर निर्माण कार्य ाघ्र चालू करें। फुलवरिया डैम तक पहुंचने के लिए एन0एच0 31 से पहुंच पथ का निर्माण गुणवत्तापूर्ण कराने का निर्देश दिया गया साथ ही उन क्षेत्रों में सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव भी भेजने का निर्दे दिया गया।

रवि सिंचाई के लिए 10 दिसम्बर से फुलवरिया डैम से किसानों को मुहैया करायी जायेगी। इसके पहले नहर एवं पईन की साफ-सफाई पूर्ण रूप से कराने का निर्देश दिया गया।

भूमि संरक्षण, विद्युत विभाग, लघु सिंचाई विभाग से भी समीक्षा की गयी। इनके द्वारा जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाने के लिए आहर, पइन, नलकूप, चेकडैम आदि कार्यां को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।

बैठक में उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी, सहायक समाहर्त्ता श्रीमती साहिला, डीपीआरओ गुप्तेवर कुमार, कार्यपालक अभियंता विद्युत, आरडब्लूडी, डूडा, एलईएओ, लघु सिंचाई, आरसीडी आदि उपस्थित थे।

आंगनबाड़ी केन्द्रों में मना अंनप्रासन दिवस, सास-बहू सम्मेलन का हुआ आयोजन

नवादा : जिले के गोविंदपुर प्रखंड के 15 चयनित आंगनवाड़ी केंद्रों पर अंप्रासन दिवस मनाया गया इस मौके पर केन्द्रों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन सीडीपीओ सरोज हंसदा के द्वारा किया गया।

जिसमें सीडीपीओ सरोज हंसदा गोविंदपुर के द्वारा रटनी आंगनबाड़ी केंद्रों एक पर 6 माह के बच्चों को खीर खिलाकर अनप्रासन दिवस मनाया गया। सीडीपीओ सरोज हांसदा के द्वारा ग्रामीण महिलाओं के बीच बैठक किया गया। जिसमें ऊपरी आहार जैसे विषयों पर चर्चा किया गया साथ में केयर प्रखंड प्रबंधक शाह फैसल खान और यूनिसेफ बीएमसी संजीव घोष के द्वारा सास -बहू सम्मेलन कराया गया।

सास-बहू सम्मेलन में उपस्थित महिलाओं के बीच मातृ बैठक कर प्रसव पूर्व जांच सास्पागत परसों ऊपरी आहार नियमित टीकाकरण जैसे विषयों पर विस्तार रूप से चर्चा किया गया । और ग्रामीण महिलाओं के बीच प्रतियोगिता करवाया गया एवं उन्हें प्रोत्साहित करने हेतु पुरस्कार दिया गया। बैठक में आगामी माह से होने वाले मिशन इंद्रधनुष 2.0 के विषय में भी जानकारी दिया गया।

मौके पर सीडीपीओ सरोज हंसदा, केयर मैनेजर शाह फैसल खान, यूनिसेफ बीएमसी संजीव घोष, लेडी सुपरवाइजर नीतू कुमारी, सुनीता कुमारी, गुप्ता लक्ष्मी गोपाल, यशोदा देवी व आंगनबाड़ी सेविका ममता कुमारी हुल्लास कुमारी इत्यादि मौजूद रहे।

प्रवासी पक्षियों की जिले में हो रही अवैध बिक्री

नवादा : जिले में भले ही कड़ाके की ठंड नहीं पड़ रही हो लेकिन शुरुआत हो चुकी है। जाड़े की शुरुआत के साथ ही जिले में विलुप्तप्राय देशी और प्रवासी पक्षियों की बिक्री का गोरखधंधा शुरू हो गया है। ऐसे पक्षियों के मांस को गर्म तासीर का मान कर स्वाद के शौकीन चोरी-छिपे शिकार कर लाए जा रहे पक्षियों की धड़ल्ले से खरीदारी कर रहे हैं।

खानाबदोश प्रजाति के लोगों द्वारा विभिन्न पक्षियों को जिंदा या फिर मार कर पक्षियों को लाया जा रहा है। जिले भर के किसी-किसी खास स्थान पर खास लोगों से सम्पर्क साध कर विक्रेता नए ग्राहकों को यह सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। स्वाद के शौकीन अधिक दाम पर भी खरीदारी कर रहे हैं। जिले भर के कई होटलों में भी बगेर, चाहा, बटेर आदि छोटे पक्षियों का मांस बिक रहा है। यह 12 से 15 सौ रुपये प्रति किलो तक पड़ रहा है।

पिछले दो दिनों से से चल रही ठंडी पछुआ हवा का असर न सिर्फ लोगों पर पड़ा है बल्कि इसका कहर बेजुबान पक्षियों पर भी पड़ा है। इन दिनों विलुप्तप्राय देसी बगेर, कैंप, शिल्ली तथा चाहा जैसे पक्षियों की जान पर बन आई है। सर्द मौसम में जिले के कई होटलों में इन पक्षियों की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में मांग की पूर्ति के लिए इन मासूम पक्षियों का शिकार शुरू हो जाता है। नवंबर से लेकर फरवरी तक एक मोटे अनुमान के अनुसार, जिले में तकरीबन पांच हजार से अधिक देशी एवं प्रवासी पक्षियों की सप्लाई होटलों में की जाती है। जानकारी के मुताबिक जांघील सात सौ से एक हजार रुपये, बगेर 35 से 60 रुपये, चाहा 60 से 90 रुपये तथा बटेर व चकवा की कीमत 100-150 रुपये समेत प्रवासी पक्षी कैंप की कीमत 500 से 600 रुपये, अधिंगा 300 से 400 रुपये, प्रति पीस चल रहा है। इन पक्षियों का मांस बेच कर होटल संचालक मालामाल हो रहे हैं।

प्रवासी पक्षियों की है अधिक डिमांड :

विलुप्तप्राय देसी पक्षियों से अधिक प्रवासी पक्षियों की मांग है। सात समंदर पार से ठंड से बचकर जीवन गुजारने और प्रजनन के लिए आने वाले मेहमान पक्षियों को शिकारियों के जाल में फंसकर जान गंवानी पड़ रही है। स्पाटेड इंगल, पिंग, मार्श, परपल सन, रेड बर्ड, रोजी पास्टर, लालसर, डुमर, खेसरा, दिघौंच, मालथा, गैरी, केसुआर आदि की कीमत अनाप-शनाप ली जा रही है। खरीदार को भी बहुत अधिक जानकारी नहीं रहती जबकि उनका शौक चरम पर होता है इसलिए बिक्री में तनिक देर नहीं लगती।

इन पक्षियों के मांस को यौनवर्द्धक बता कर विक्रेता बड़ी आसानी से अपना धंधा चमका रहे हैं। किसी स्तर पर कोई रोकथाम नहीं रहने से बिना किसी व्यवधान के यह गोरखधंधा जारी है।

केंद्रीय टीम ने मनरेगा से बने नेमदारगंज तालाब का किया निरीक्षण

नवादा : जिले के अकवरपुर पखड के नेमदारगज में मनरेगा से बनाए गए तालाब का निरीक्षण केन्द्र की टीम ने किया। टीम के सदस्यों ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा मिलने वाले मनरेगा वार्षिक पुरस्कार 2018- 19 के तहत बिहार में नवादा एवं बांका जिला का चयन किया गया है।

इसी के आलोक में सोमवार को मनरेगा योजनांतर्गत जल संचय के लिए नेमदारगंज पंचायत में बनाये गये तालाब का निरीक्षण किया। केंद्रीय टीम में शामिल प्रोफेसर पंकज अशोक ने तालाब और उसके सजावट को देखकर काफी प्रसन्न हुए।

इस दौरान उन्होंने मुखिया उदय कुमार यादव तालाब की रखावट और उसके सौंदर्यीकरण की प्रशंसा की -। टीम के सदस्यों ने कहा कि अभी के समय मे जिस पर ग्लोबल वार्मिंग से जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण असंतुलित हुआ हैं। पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए क्षेत्र में तालाब का निर्माण और पौधारोपण बहुत ही जरुरी हैं।

हर हाल में लगाए पांच पौधे :

केंद्रीय टीम के सदस्यों ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन काल में कम से कम पांच पौधा लगाना चाहिए तभी पर्यावरण संतुलित रहेगा जिस तरह से जंगलों में पेड़ की कटाई की जा रही है जिसका परिणाम है कि मॉनसून वक्त भी कम वर्षा हुई है । वहीं पदाधिकारियों ने तालाब के किनारे पेड़ लगाया।

मौके पर रजौली एसडीएम चंद्रशेखर आजाद, मनरेगा पीओ चंद्रशेखर आजाद, जेई सुनील कुमार, पीटीए नीरज कुमार एवं सीताराम चौधरी रोजगार सेवक रंजन कुमार समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।

मिर्जापुर के बाद अब जेल रोड में डेंगू, मलेरिया व टाइफाइड का कहर

नवादा : नगर के हर मोहल्ले में डेंगू व अन्य बुखार कहर बनकर टूट रहा है। मिर्जापुर के बाद अब शहर के जेल रोड स्थित रविदास टोले में भी 30 से ज्यादा लोग तेज फीवर से पीड़ित है। इसमें कई लोग मलेरिया, टाइफाइड और प्लेटलेट की कमी से जूझ रहें है।

मुहल्ले के लोगों ने बताया िक कुछ दिन पूर्व टोले में दो लोग डेंगू से पीडित हो गए थे। जिसका नवादा से रेफर करने के बाद पटना में इलाज कराया गया। फिलहाल दोनों को डेगू रोग से छटकारा मिल गया। लेकिन टोले में लगातार फीवर से पीड़ितो की संख्या बढ़ने से लोग दहशत में है। बताया जाता है यह टोला वार्ड नंबर 12 में पड़ता है । जहंा वर्षों से नाली की सफाई नही की गई है। जिसके कारण नाली पूरी तरह से जाम हो गया है। इससे नाली का पानी गली में बहता रहता था। इससे पूरे वार्ड के लोग गंदगी में रहने को मजबूर है।

पूर्व वार्ड परिषद् मोजी राम ने बताया कि टोले मे बने नाली का निकास पूरी तरह से जाम हो गया है। इसके कारण टोले का गंदे पानी बाहर नहींे निकलता है। गंदगी की वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मच्छरों के काटने से लोग बीमार पड़ रहें है।

टोले में अभी तक करीब 25-30 की संख्या में लोग बीमार है। जिनका सदर अस्पताल से लेकर पावापुरी तक इलाज कराया जा रहा है।

ये हैं बीमार :

रविदास टोला निवासी शिव कुमार दास के घर में राजेश कुमार, बबीता कुमारी, नरेश दास के घर के पूरे परिवार और कलयुग दास के घर में पीड़ित है।

टोले की महिला रेखा देवी ने बताया कि याद नही है कि टोले में कब छिड़काव किया गया है। जिस कारण काफी संख्या में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जिस कारण लोग बीमार पड़ रहे है।

लगन की हुई शुरुआत, बाजारों में बढ़ी चहल-पहल

नवादा : सनातन धर्मावलंबियों के शादी-विवाह की शहनाइयां मंगलवार से गूंजने आरंभ हो गयी। सड़कों पर बैंड-बाजा के साथ नाचते-गाते बाराती दिखेंगे। इस वर्ष के आखिरी दो महीने नवंबर और दिसंबर में शादी के दर्जनभर शुभ मुहूर्त हैं।

शहर के प्रमुख होटल, वैक्वेट हॉल व सामुदायिक भवनों की बुकिंग पहले ही हो चुकी है। करीब महीने भर नवादा के कैटरर, पंडित व बैंड-बाजे वाले व्यस्त हो जाएंगे। 12 दिसंबर के बाद फिर खरमास के चलते महीनेभर तक शादी के लग्न नहीं होंगे। इधर, विवाह के लग्न को देखते हुए बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गयी है।

बनारस पंचांग में आज से शुभ मुहूर्त :

ऋषिकेश पंचांग के अनुसार मंगलवार से विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। मंगलवार को गुरु का धनु राशि में तीन अंश होना गुरु के त्रिबल शुद्धि को दर्शाता है। वहीं शुक्र का धनु राशि की ओर अग्रसर होना भी त्रिबल शुद्धि को बल देता है। सूर्य का वृश्चिक संक्रांति भी रविवार से शुरू हो चुका है। सूर्य भी करीब वृश्चिक राशि में दो अंश को पार कर चुके हैं।

यह विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए अति शुभ है। इस वर्ष अब सिर्फ 13 शुभ विवाह मुहूर्त हैं। नवंबर में 19 से 30 तारीख तक कुल 8 मुहूर्त हैं। दिसंबर में 12 तारीख तक पांच शुभ विवाह मुहूर्त बन रहे हैं।

मिथिला पंचांग में 20 से विवाह 20 नवंबर से शुभ मुहूर्त शुरू होगा। नवंबर में छह और दिसंबर में 12 तक पांच शुभ मुहूर्त बन रहे हैं, 13 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा। इसके बाद 15 जनवरी 2020 से शादी व्याह के शुभ मुहूर्त शुरू होंगे।

पंचांग  के मुताबिक 2020 में महज जनवरी से जून के बीच कुल 45 शुभ विवाह मुहूर्त बन रहे हैं। जनवरी 15 से 31 तारीख के बीच 16 दिन में दस मुहूर्त हैं। फरवरी में सबसे अधिक 13 मुहूर्त हैं। मार्च और जून में केवल छह मुहूर्त हैं, जबकि मई में दस मुहूर्त हैं।

शुभ विवाह के उत्तम माह माघ, फाल्गुन, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, अगहन शादी के लिए शुभ लग्न और नक्षत्र: वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु व मीन शुभ नक्षत्र: रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मघा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भद्र, उत्तरा अषाढ़। सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त के लिए रोहिणी, मृगशिरा व हस्त नक्षत्र रहना जरूरी।

विवाह के मुहूर्त ऋषिकेश पंचांग (बनारस) के मुताबिक नवंबर: 19, 20, 21, 22, 23, 28, 30 दिसंबर: 1, 5, 6, 7, 11, 12 मिथिला पंचांग के मुताबिक नवम्बर: 20, 22, 24, 27, 28, 29 दिसम्बर: 1, 2, 8, 11, 12 वर्ष 2020 के शुभ विवाह मुहूर्त

जनवरी : 15, 16, 17, 18, 19, 20, 26, 29, 30, 31

फरवरी : 1, 3, 4, 9, 10, 11, 14, 15, 16, 25, 26, 27, 28

मार्च : 10,11,16,17,25,26, 29

मतगणना केंद्र एवं वज्रगृह का डीएम ने किया निरीक्षण

नवादा : डीएम कौशल कुमार सोमवार को रजौली पहुंचे और पैक्स चुनाव के लिए बनाए जा रहे वज्रगृह और मतगणना केंद्र का निरीक्षण किया । इस दौरान उनके साथ जिला सहकारिता पदाधिकारी शाहनवाज आलम भी उनके साथ थे।

डीएम ने इंटर विद्यालय में बनाए जा रहे वज्रगृह और मतगणना केंद्र का बारीकी से निरीक्षण किया। मौके पर उपस्थित  स्थानीय पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया।

प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि रजौली अनुमंडल के 6 प्रखंड का वज्रगृह और मतगणना रजौली इंटर विद्यालय में होगी इसी की तैयारी की जा रही है। मतगणना केंद्र पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाएगा।

निरीक्षण के मौके पर डीसीएलआर विमल कुमार सिंह,बीडीओ प्रेम सागर मिश्रा,जेएसएस चंदन कुमार सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।

रंग कार्यशाला में तैयार नाटक ‘अंधेर नगरी’ की हुई प्रस्तुति

नवादा : रंग कार्यशाला में तैयार किए गए नाटक अंधेर नगरी की प्रस्तुति कर गांव के रंगमंच कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया।

हिसुआ स्थित गोंदरबिगहा में चल रहे 25 दिवसीय कार्यशाला के दौरान तैयार नाटक अंधेर नगरी की प्रस्तुति से सभी दर्शक स्तब्ध रह गए। सिर्फ 25 दिन में ग्रामीण कलाकारों ने अपने अभिनय से बड़े मंचों को टक्कर दी। भारतेंदु हरिश्चंद्र रचित नाटक का निर्देशन राणा संतोष कमल ने किया।

रंग संस्था प्रयोगशाला में सभी प्रतिभागी गांव के लोग थे। आधुनिक नाटकों और कार्यशालाओं को देश की राजधानी और राज्य की राजधानी तक सीमित कर देने की परम्परा से हट कर राणा संतोष कमल के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला ने ग्रामीण कलाकारों को बड़ी ऊर्जा दी है, जो मंच पर साफ-साफ दिखा।

कार्यक्रम संयोजक और संस्था के अध्यक्ष सिने अभिनेता बुल्लू कुमार ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि ग्रामीण रंगमंच को मुख्य धारा के रंगमंच से जोड़ा जा सके।

ग्रामीण कलाकारों को मिला मंझे कलाकारों का सम्बल :

नाटक के कलाकारों में शामिल मुख्य धारा के कलाकार फिल्म व टीवी अभिनेता बुल्लू कुमार की मौजूदगी से उत्साहित अन्य कलाकारों कुंदन कुमार, रिक्की कुमार, शिवेंदु कुमार, हिमांशु कुमार, बाला जी, गुलशन कुमार, नागेंद्र कुमार, शिवम कुमार, दीपक कुमार, आयुष कुमार, पूर्णानन्द कुमार, बबलु कुमार, ऋषभ, सुधाकर कुमार, विकास कुमार आदि ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया।