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पटना बिहार अपडेट

17 नवंबर : बाढ़ की मुख्य ख़बरें

बाढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले जनसभा का आयोजन

बाढ़ : जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनल तले नगर के एएनएस कॉलेज मैदान में एक जन सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता संघर्ष समिति के अध्यक्ष राणा सुधीर कुमार सिंह ने किया। मंच का संचालन प्रो० साधु शरण सिंह सुमन ने किया। सभा को संबोधित करते हुये राणा सुधीर कुमार सिंह ने कहा की बाढ़ जिला के बनने से बाढ़ का सर्वांगीण विकास होगा।

रविवार को इस विशाल जनसमूह को देखकर सिंह ने कहा कि आपकी उपस्थिति ‘बाढ़’ को जिला बनाने में सहायक होगा तथा आप लोकतंत्र के मालिक जिसको चाहे गद्दी पर बिठा सकते हैं और जिसको चाहे उसको गद्दी से उतार सकते हैं। आपने अपनी उपस्थिति से इस बात का संकेत दे दिया है कि ‘बाढ़’ अनुमंडल के जन-जन आंदोलित हो चुका है बाढ़ जिला बनाने के किए।

आज इस आंदोलन का श्रीगणेश हुआ। आप लोगों को देखकर आज पूर्व में बाढ़ को जिला बनाने के लिये आंदोलनरत रहे बाढ़ के पूर्व विधायक राणा शिवलाल पति सिंह, अधिवक्ता राम उदगार राय, मोकामा के डॉ० बैजनाथ शर्मा, जुगल किशोर सिंह, डॉ० नर्वदेश्वर सिंह बख्तियारपुर के राजेंद्र सिंह उर्फ खीरु बाबू,  मुखिया राजेंद्र सिंह यादव, समेत सैकड़ों आत्माओं को शान्ति मिला होगा कि मेरा सपूत आज बाढ़ जिला का मांग राज्य सरकार से जोरदार तरीके से किया।

उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की। इस मौके पर बाढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक प्रो० रामानन्द झा ने कहा कि सरकार बाढ़ की जनता के धैर्य की बहुत परीक्षा ले चुकी और अब शीघ्र जिला का घोषणा करे। यह आपके माध्यम से मांग करता हूं।लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया कर्मी यहां उपस्थित है, उन्होंने भी हमारे विचारों को जन-जन तक तथा सरकार के पास पहुचाने का काम किया है। इसके लिये सभी मीडिया के भाइयों का हम अभिनंदन करते हैं। बाढ़ के लोग जल की तरह सरल है। उनकी सरलता को दुर्बलता नहीं समझे। जल शान्त रहता है लेकिन जब उफान आता है तो बड़े-बड़े चट्टानों को चकनाचूर के कर देता है।

आज यह सभा इस बात का गवाह है कि जन-जन की इच्छा है बाढ़ जिला बनें। सभी राजनीतिक दलों ने बाढ़ को जिला घोषित करना अपना फर्ज समझा तो संवैधानिक दर्जा देने मे क्या हर्ज है। भारत का सबसे बड़ा पुराना अनुमंडल बाढ़ को जिला का दर्जा देकर माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कर्ज को उतार कर अपने फर्ज को पुरा करेगे। इनके अलावे महासचिव जितेंद्र सिंह, रणबीर सिंह, पूर्व मुखिया बीरेंद्र सिंह यादव, अलख निरंजन सिंह उर्फ़ पाचो सिंह, शशिभूषण सिंह, राजेश सिंह राजू, शत्रुघ्न यादव उर्फ गाँधीजी, पूर्व प्रधानाचार्य सतेंद्र सिंह, पूर्व मुखिया संजय कुमार, रवींद्र सिंह मनोज कुमार सिन्हा, रवि कुमार, जितेंद्र पाठक,  विनय कुमार कुशवाहा, बबलू यादव, कूंदन कुमार, गोपाल यादव, राम नरेश शर्मा, भोली यादव, अविरंजन कुमार,भोला पासवान, पूर्व मुखिया राज नंदन तिवारी,परमानन्द सिंह,प्रिंस कुमार,विद्यानंद सिंह उर्फ तानो बाबू,पूर्व मुखिया जोगी सिंह, डॉ०रामसागर सिंह, मनीष झा, पप्पू सिंह, वशिष्ठ नारायण चौरसिया, मनोज कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख सुनील पासवान, राजेश गोल्डी, चंदन कुमार पांडेय, जितेंद्र झा, चन्दन कुमार टुन्नी एवं विभिन्न वार्डों के  पार्षद तथा विभिन्न पंचायतों के मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति के सदस्यों सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया।

साहित्यकार सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन

बाढ़ : हिन्दी एवं मगही के वरिष्ठ साहित्यकार तथा लोकप्रिय कवि-गीतकार डा. रामाश्रय झा के सम्मान में बाढ़ अनुमंडल के समस्त साहित्यसेवियों द्वारा आदर्श मध्य विद्यालय के परिसर में एक ‘अभिनंदन समारोह-सह-कवि सम्मेलन’ का आयोजन कवि जैनेन्द्र प्रसाद के संयोजन में किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन युवा कवि एवं चर्चित साहित्यकार अमित कुमार ने किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार डा. मुचकन्द शर्मा के मगही महाकाव्य अहिल्या तथा समीक्षा पुस्तक डॉ मुचकन्द शर्मा की मगही साहित्य साधना’  का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का शानदार आयोजन किया गया जिसमें बाढ़ अनुमंडल के अतिरिक्त नालंदा एवं मगध क्षेत्र के हिन्दी, मगही एवं उर्दू के कई ख्यातिलब्ध कवि-शायरों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामलखन सिंह यादव महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा. विष्णुदेव प्रसाद तथा विशिष्ट अतिथि नालंदा के वरिष्ठ कवि मुनेश्शर शमन एवं फतुहा के सुप्रसिद्ध लघुकथाकार रामयतन यादव थे। कार्यक्रम का श्रीगणेश मंचस्थ डा. रामाश्रय झा, सभाध्यक्ष, मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथिद्वय ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद सरस्वती शिशु मंदिर, बख्तियारपुर की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना तथा मध्य विद्यालय, बख़्तियारपुर की छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया।

स्वागताध्यक्ष रामविलास यादव ने स्वागत भाषण दिया। साहित्यसेवी शिक्षक व स्वागत-सचिव अमित कुमार ने रामाश्रय झा के सम्मान में स्वलिखित अभिनंदन पत्र का वाचन तथा कवि जैनेन्द्र प्र. रवि ने अभिनंदन काव्य का पाठ किया। आयोजन समिति की ओर से तथा आगत साहित्यकारों द्वारा व्यक्तिगत रुप से भी डा. रामाश्रय झा को माल्यार्पण, अंगवस्त्र, शॉल, साहित्य पुस्तकें तथा अन्य विविध उपहार आदि भेंट किए गए। उपस्थित सम्मानित अतिथियों तथा कवि-सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी कवियों को भी अंगवस्त्रम् प्रदान कर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक मुकेश कुमार ने किया। कवि-सम्मेलन में भाग लेने वाले कवि-शायरों में अर्जुन प्र. बादल, सुभाष चन्द्र पासवन, नवनीत कृष्ण, बेनाम गिलानी, मो. अरशद रज़ा, प्रो. लक्ष्मी कांत, राकेश बिहारी, भाई बालेश्वर, प्रमोद अंजन, वीर प्रकाश आनंद , हेमंत कुमार, राजकिशोर उन्मुक्त, अर्जुन प्रसाद,रणजीत दुधु, सुधीर गुलशन,राजेश ठाकुर, रितुराज,डा. एतवारी पंडित आदि प्रमुख थे।

सत्यनारायण चतुर्वेदी