पटना/गया: कोंच प्रखंड के बीडीओ राजीव रंजन द्वारा सुसाइड कर लिये जाने के मामले में अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को गया डीएम ने बेबुनियाद और निराधार करार दिया। उन्होंने कहा कि बीडीओ राजीव रंजन काफी कर्मठ अफसर थे। बीडीओ के ऊपर ना तो किसी तरह का प्रपत्र ‘क’ गठित किया गया था और ना ही किसी कार्य को लेकर दबाव बनाया गया था। ऐसे में किसी के उपर आरोप लगाना ठीक नहीं। इधर बीडीओ के परिजन और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
डीएम ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया
आज रविवार को एक प्रेस सम्मेलन में गया डीएम ने कहा कि बीडीओ के क्षेत्र में ना तो कोई विशेष विजिट किया गया था और ना ही कोई अलग से कार्य सौंपा गया था। जहां तक सुसाइड नोट की बात है तो वह पुलिस का काम है। जो परिजनों के सामने सार्वजनिक किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि किसी पर भी बिना साक्ष्य के आरोप लगाना सही नहीं है। उनके ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं, वह निराधार और बेबुनियाद हैं।
पूर्व सीएम ने की सीबीआई जांच की मांग
विदित हो कि 30 अक्टूबर को कोंच प्रखंड के बीडीओ राजीव रंजन ने अपने आवास की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के परिजनों व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस सारे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।