नवादा : गरीबी की बोझ तले दबा अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के एक गांव के एक परिवार आज अपनी मासूम बच्ची को लेकर दर-दर भटक रहा है। गांव ही के एक दरिंदे के पाप का खामियाजा का खामियाजा सात वर्षीया बालिका भुगत रही है।
घटना के पांच दीन बीतने के बाद भी उस दरिंदे के अनचाही पाप की सजा पीड़िता भुगत रही है, पांच दिनों बाद भी उसके जख्म भरे नहीं है। चंदा से उसका इलाज चल रहा है। 7 साल की अबोध रेप पीड़िता के पिता लोगों के तानेयुक्त बाते सुनकर टूट रहा है। बच्ची के इलाज के लिए दर-दर भटक रहा है।
खून से लथपथ घर पहुंची थी पीड़िता :
27 अक्टूबर की दोपहर समय करीब 3 बजे अपराह्न एक 7 वर्षीय मासूम के लिए उसके जीवन की सबसे काला दिन बनकर आई। गांव के ही एक पापी ने बच्ची को चॉक्लेट का लोभ देकर उठाकर बांसवाड़ी में ले जाकर मुंह काला किया और जब वह बेहोश हो गई तो उसे उसी हालत में छोड़कर फरार हो गया। होश आने पर मासूम रोती खून से लथपथ घर पहुंची और आपबीती सुनाई। नवादा सदर अस्पताल में इलाज कराया गया। लेकिन, घटना के पांच दीन बीतने के बाद भी उसका जख्म भरा नहीं।
ग्रामीण चंदा जमाकर करा रहे इलाज :
अस्पताल में 2 दिनों के इलाज के बाद डॉक्टरों ने पीड़िता को छुट्टी दे दी। लेकिन एक दिन बाद उसके प्राइवेट पार्ट से रिसाव शुरू हो गया। गरीबी के कारण परिजन रिश्तेदारों व ग्रामीणों से चंदा एकत्रित कर पीड़िता को एक निजी क्लीनिक में डॉक्टर के पास ले गये जहां उसका इलाज किया जा रहा है। दूसरी ओर अबतक पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में विफल साबित हो रही है।