नवादा : ग्रामीण विकास व संसदीय कार्य सह जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि स्वच्छता के बगैर स्वास्थ्य की कल्पना बेमानी है। स्वच्छता का मतलब सिर्फ शौचालय का होना नहीं, बल्कि घर के अंदर व घर के बाहर की सफाई से भी है। इसलिए हमें सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। शहरों में सफाई की व्यवस्था निगम, परिषद व नगर पंचायत क्षेत्र के जिम्मे है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई की जिम्मेदारी घर की महिलाओं के कंधों पर है। शौचालय के निर्माण के साथ इसका इस्तेमाल भी होना चाहिए। उपरोक्त बातें उन्होंने नरहट प्रखंड मुख्यालय के इंटर विद्यालय में आयोजित खुले में शौचमुक्त प्रखंड सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि शौचमुक्त प्रखंड होने से नहीं होगा। बाहर शौच के बजाय शौचालय में जाने की आदत डालनी होगी। इससे न केवल दुष्कर्म की घटना पर लगाम लगेगी बल्कि घरेलू हिंसा भी रूकेगी। नवादा में दुष्कर्म की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह समाज की विकृतियों को दर्शाता है। हर महिला किसी की मां, बहन, बेटी होती है। नवादा सूफी संतों के साथ गुरु नानक व भगवान महावीर की कर्म भूमि रही है। ऐसे में यहां दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया जाना उनकी आत्मा को ठेस पहुंचाने के समान है।
उन्होंने जिले के गोविन्दपुर व नरहट प्रखंड को बहुत कम समय में खुले में शौचमुक्त प्रखंड बनाने के लिए समाहर्ता व उपविकास आयुक्त के साथ ही दोनों प्रखंड के अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों के साथ कार्यक्रम से जुड़े तमाम लोगों के प्रति आभार प्रकट करते हुए शेष प्रखंडों को भी 2 अक्टूबर के पूर्व शौचमुक्त करने की अपील की। कार्यक्रम को प्रखंड प्रमुख, पूर्व जिप अध्यक्ष नीतू कुमारी, समाहर्ता कौशल कुमार, उप विकास आयुक्त कैसर सुल्तान के अलावा कई अन्य लोगों ने संबोधित किया।
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