पटना : भारी बारिश के बाद राजधानी पटना में जलजमाव के कारणों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसमें संबंधित विभागों के अधिकारी और मंत्री शामिल हुए। लेकिन इस अहम बैठक में पटना के विधायकों और सांसदों को नहीं बुलाया गया। राजधानी के अधिकतर क्षेत्रों से भाजपा के जन प्रतिनिधि हैं, जिन्होंने उन्हें नहीं बुलाने पर सख्त नाराजगी जाहिर की है।
रामकृपाल, नितिन नवीन और संजीव चौरसिया खफा
पाटलिपुत्र से भाजपा सांसद रामकृपाल यादव और बांकीपुर से विधायक नितिन नवीन ने खुलकर बोलते हुए कहा कि समीक्षा बैठक में विधायकों और सांसदों को नहीं बुलाना दुख और चिंता की बात है। दोनों नेताओं ने कहा कि जनता तो जनप्रतिनिधियों को ही कोसती है। ऐसे में हम उनकी परेशानी सरकार के समक्ष बेहतर रख सकते थे।
वहीं दीघा से भाजपा विधायक संजीव चौरसिया ने भी आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि ग्राउंड जीरो पर तो जनप्रतिनिधि ही होते हैं। फिर भी हमारी सलाह नहीं ली जा रही है।
सीएम ने कहा, आपको अलग से बुलायेंगे
भाजपा नेताओं ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमलोगों से जरूर सलाह लेंगे और जलजमाव के गुनाहगारों को जरूर सजा मिलेगी।
इधर भाजपा विधायकों, सांसदों की नाराजगी पर पूछे एक सवाल के जवाब में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम उन्हें अलग से बुलायेंगे और सारी परेशानी सुनेंगे।