संघ कार्यकर्ता की परिवार समेत हत्या के बाद कांग्रेस ने की बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग
नयी दिल्ली : प. बंगाल के मुर्शीदाबाद में आरएसएस कार्यकर्ता की गर्भवती पत्नी और पुत्र समेत हुई हत्या के बाद भाजपा के साथ ही कांग्रेस ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की हालत बहुत ही खराब हो गई है। अगर केंद्र सरकार चाहे तो वहां राष्ट्रपति लगा सकती है। कांग्रेस इसका समर्थन करेगी।
कांग्रेस नेता का यह बयान टीएमसी को नागवार गुजर सकता है क्योंकि भले ही लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच समझौता न हो पाया हो, लेकिन संसद में कई नीतिगत मुद्दों पर दोनों पार्टियां साथ खड़ी रही है।
विदित हो कि बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौर से ही राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें लगातार आ रही हैं। ताजा मामले में मुर्शिदाबाद में एक आरएसएस कार्यकर्ता की गर्भवती पत्नी और आठ-वर्षीय बच्चे समेत धारदार हथियारों से काट हत्या कर दी गई।
इन हत्याओं पर भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि बंधुप्रकाश पाल आरएसएस के कार्यकर्ता थे। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने नृशंस तरीके से मारे गए इस परिवार के सदस्यों के शवों का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि इसने मेरी अंतरात्मा को हिलाकर रख दिया है। लेकिन इस मामले पर उदारवादियों की ओर से एक शब्द भी नहीं कहा गया। उदारवादियों की तरफ से ममता बनर्जी को एक खत भी नहीं लिखा गया। ये घटनाएं अपने आप में यह बयां करती हैं कि बंगाल के लोग किन हालात में जीवन गुजर कर रहे हैं।
अब इस मामले में कांग्रेस ने राष्ट्रपति शासन की वकालत कर गेंद केंद्र सरकार के पाले में डाल दिया है। वैसे भी राज्य में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में एनआरसी का मुद्दा अलग गरमाया हुआ है। अब देखना है कि केंद्र सरकार बंगाल के मामले में क्या कदम उठाती है।