नयी दिल्ली/कोलकाता : पं. बंगाल में जारी राजनीतिक हिंसा ने ममता बनर्जी सरकार को आज एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया। भाजपा और संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं की लगातार हत्याओं की कड़ी में बीती रात आरएसएस के एक स्वयंसेवक, उसकी गर्भवती पत्नी और आठ वर्ष के मासूम बेटे की हत्या कर दी गई।
भाजपा महासचिव ने ‘दीदी राज’ पर उठाई अंगुली
घटना मुर्शिदाबाद जिले में हुई जहां ‘दीदी’ के दमनकारी शासन की बखिया उधेड़ते हुए हत्यारों ने जियागंज मुहल्ले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े बंधु प्रकाश पाल (35), उनकी पत्नी ब्यूटी मंडल पाल (30) और उनके बेटे अंगन बंधु पाल (8) की हत्या गला रेतकर कर दी। घटना पर प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘इससे ज्यादा जघन्यता क्या होगी’?
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक प्राथमिक स्कूल के 35 वर्षीय शिक्षक बंधु गोपाल पाल का शव, उनकी पत्नी ब्यूटी और बेटे अनगन के शव को मुर्शिदाबाद जिले के जियागंज इलाके में उनके घर से बरामद किया गया है।
मुर्शिदाबाद जिले में हुई घटना से सनसनी
पुलिस के अनुसार स्थानीय लोगों ने विजयादशमी के दिन पूजा पंडाल में उन्हें नहीं देखा, तो वे पाल निवास पर गये। लोगों ने पाया कि दरवाजा अंदर से बंद है। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद खून से लथपथ शव बरामद किये गये।
इधर भाजपा नेता विजयवर्गीय ने कहा—‘आरएसएस कार्यकर्ता की नृशंस हत्या की गई है। जहां आम आदमी की जान सुरक्षित न हो, उस राज्य की कानून व्यवस्था को अच्छा कैसे माना जाये?’ उन्होंने लिखा, ‘ये क्या हो रहा है दीदी आपके राज में.’ उल्लेखनीय है कि बंधु प्रकाश पाल एक स्कूल टीचर थे, जो गोसाईंग्राम स्थित एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ाते थे, जबकि उनकी पत्नी गर्भवती थी।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दक्षिण बंगाल प्रांत कार्यवाह डॉ जिष्णु बसु के अनुसार, बंधु प्रकाश आरएसएस कार्यकर्ता थे और हाल ही में वह साप्ताहिक मिलन में शामिल हुए थे। वह मूल रूप से शाहपुर जिला के रहने वाले हैं और अपने बेटे की पढ़ाई के लिए मुर्शिदाबाद शिफ्ट हुए थे।