पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विमान की तरह मिसाइल हमले को नाकाम करने वाला होगा। प्रधानमंत्री के प्रयोग के लिए लंबी दूरी के दो बोइंग 777 विमान ‘एयर इंडिया वन’ का बेड़ा जून 2020 तक भारत आ जाएगा। इस विमान में एंटी मिसाइल तकनीक लगी होगी।
इन विमानों का उपयोग राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। अभी तीनों लोग एयर इंडिया के बोइंग बी 747 विमानों का प्रयोग करते हैं। दक्षिण ब्लॉक के अधिकारियों के अनुसार, डलास में बोइंग सुविधा में बनाए जा रहे दो विमान सुरक्षा उपायों के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति की वायुसेना के विमान के बराबर होंगे। ये ईंधन भरने के लिए बिना रुके अमेरिका और भारत के बीच उड़ान भर सकते हैं।
अभी एयर इंडिया से चार्टर्ड बोइंग बी 747 विमान लगभग दो दशक से अधिक पुराने हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पिछले महीने अपने तीन देशों के दौरे पर जिस विमान में उड़ान भर रहे थे, वह 26 साल से सेवा में है। साउथ ब्लॉक के अधिकारियों ने कहा कि नए विमानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ऑफिस की जगह, बैठक कक्ष और संचार प्रणालियों की एक विस्तृत श्रृंखला देने के लिए तैयार किया गया है।
19 करोड़ डॉलर में हुआ समझौता
इस साल फरवरी में अमेरिका इस विमान के लिए दो मिसाइल डिफेंस सिस्टम बेचने पर सहमत हो गया था। एंटी मिसाइल तकनीक को एयर इंडिया वन में लगाने के लिए करीब 19 करोड़ डॉलर का समझौता हुआ था।
क्या है एयर इंडिया वन
केंद्र सरकार ने वीवीआइपी सुरक्षा के लिए ‘एयर इंडिया वन’ को मंजूरी दी थी। दो दशकों से अति विशिष्ट लोगों की सेवा कर रही एयर इंडिया की बोइंग 747 जंबो जेट की जगह अब ‘एयर इंडिया वन’ ने लिया। विशेष प्रकार के मेटल से बने विमान में तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
ऐसे करेगा बचाव
एंटी मिसाइल तकनीक बड़े विमानों को सुरक्षा कवच प्रदान करेगा। यह सिस्टम स्थापित होने के बाद क्रू वॉर्निंग की अवधि को बढ़ाता है। चालक दल के एक्शन में आए बगैर यह अपना काम करेगा। पायलट को बस सूचित किया जाएगा कि एक मिसाइल का पता लगा है और सिस्टम उसे वहीं जाम कर देगा।