पटना : राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में प्याज की कीमतों ने कश्मीरी सेब को भी मात दे दिया है। राज्य में प्याज की मांग और आपूर्ति में फर्क लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसका असर तेजी से बढ़ती प्याज की कीमतों के रूप में बिहारियों को प्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित कर रहा है। वह तो खैर मनाइए कि नवरात्र शुरू होने वाला है जिस दौरान अधिसंख्य घरों में प्याज का प्रयोग बंद हो जाता है। वर्ना लोगों ने तो तय कर लिया था कि प्याज से बेहतर तो सेब खाना ही है।
पटना के बाजार में देखें भाव का अंतर
राजधानी पटना के बाजार पर नजर डालें तो मार्केट में प्याज जहां 70—80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, वहीं सेब 40—70 की रेंज में उपलब्ध है। साफ है कि बिहार में आजकल प्याज की कीमत सेब के बराबर पहुंच गई है। प्याज की इतनी अधिक कीमत से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। प्याज ग्राहकों को रूलाने लगा है।
उधर दियारा इलाके में गंगा आदि नदियों के प्रलय से खेत—खलिहान सब डूब गए हैं। इसका असर सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी के रूप में सामने आया है। क्योंकि राजधानी पटना में सब्जियों की सप्लाई का एक बड़ा स्रोत दियारा इलाका ही हैं। यानी अब सिर्फ प्याज की कीमत ही नहीं, अन्य सब्जियों के दाम भी आम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गए हैं।
…तो इसलिए बढ़ रही प्याज की कीमत
पटना सिटी में प्याज के कारोबारी चंदन कुमार बताते हैं कि आने वाले दिनों में प्याज और महंगा हो सकता है। इस वृद्धि के बारे में उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश, नासिक और दक्षिण भारत के राज्यों से बड़ी मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई है। इस कारण बिहार में प्याज की कीमतों में वृद्धी हो रही है। उक्त राज्यों में भारी बारिश के कारण प्याज की सप्लाई प्रभावित हुई है।