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दरभंगा बिहार अपडेट

24 सितंबर : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

नामांकन में हो रही समस्या पर एबीवीपी ने सौपा ज्ञापन

दरभंगा : आज मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सीएम विधि महाविद्यालय इकाई द्वारा विधि प्रथम खण्ड में नामांकन में हो रहे समस्या को लेकर एक ज्ञापन विधि महाविद्यालय प्राचार्य को सौंपा गया, इस प्रतिनिधिमंडल में अभाविप के कॉलेज अध्यक्ष राकेश कुमार, उपाध्यक्ष नरेंद्र कुमार,कॉलेज मंत्री अतुल चौधरी, सह मंत्री कौशल कुमार, एसएफडी प्रमुख कुणाल कुमार शामिल थे।

इस अवसर पर महाविद्यालय अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि नामंकन में छात्रों को मेघासुची में नाम आने के बाबजूद कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, बहुतायत ऐसे छात्र है जो अन्य विश्वविद्यालय व महाविद्यालय से आये है जिनके पास महाविद्यालय परित्याग पत्र (सीएलसी) किसी कारणवश नही है, वैसे छात्रो को नामंकन महाविद्यालय में लिया जाए एवं वैसे कागजात जो नामांकन के समय वह प्रस्तुत नही कर पा रहे हैं, वह नामंकन के उपरांत तय सिमय सिमा में महाविद्यालय में जमा करेंगे, साथ ही वैसे छात्र जिनका कटऑफ़ प्रक्रिया के बाबजूद मेघासुची में किसी कारणवश नाम नही आया है , दूसरी सूची में वैसे छात्रों का नाम भी प्रकाशित किया जाए, इस बाबत महाविद्यालय प्राचार्य डॉ बदरे आलम खान ने कहा कि नामंकन में छात्रो को किसी प्रकार की असुविधा नही होगी, जो भी कठिनाई है उसे दूर किया जाएगा। इस अवसर पर कृष्णा कुमार, नवनीत रंजन, अमित कुमार, संजय कुमार , कृष्णा कुमार आदि छात्र उपस्थित थे।

प्रो सियाराम तिवारी एवं चन्द्र भानु प्रसाद सिंह को मिला दिनकर सम्मान

दरभंगा : राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की 111वीं जयंती के अवसर पर उनकी जन्मभूमि बेगूसराय में शांतिनिकेतन के पूर्व कुलपति एवं आलोचक प्रो सियाराम तिवारी एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय हिन्दी विभागाध्यक्ष और हिन्दी साहित्य के यशस्वी आलोचक प्रो चन्द्र भानु प्रसाद सिंह को बेगूसराय समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में वर्ष  2019 के दिनकर सम्मान से बेगूसराय के जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के कर कमलों से सम्मानित किया गया।

विदित हो कि बेगूसराय के जिलाधिकारी के संरक्षण में एक स्थायी दिनकर जयंती समारोह समिति है जो वर्ष 1993 से ही प्रतिवर्ष दिनकर जयंती के अवसर पर महत्वपूर्ण लेखक को दिनकर सम्मान से सम्मानित करती है। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्थायी निधि की व्यवस्था है। उसी निधि से सम्मान राशि आदि की व्यवस्था की जाती है। अभी तक दिनकर सम्मान से नागार्जुन, जानकी बल्लभ शास्त्री, आरसी प्रसाद सिंह, मैनेजर पांडेय, राम दयाल पांडेय, डाॅ प्रभाकर पाठक , डाॅ रामधारी सिंह दिवाकर सम्मानित किए जा चुके हैं। प्रो अमरेश शांडिल्य की अध्यक्षता में आयोजित सम्मान समारोह का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने दिनकर के काव्यत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रो चन्द्र भानु प्रसाद सिंह के अवदान को रेखांकित किया। प्रो सिंह ने दिनकर सम्मान के लिए निर्णायक मंडल के प्रति आभार जताया और दिनकर के काव्य बोध पर प्रकाश डाला। उन्होंने तुलसी के बाद दिनकर को दूसरा लोकप्रिय कवि कहा। दिनकर महाभारत की काव्य परम्परा के कवि हैं और जनता के हृदय की धड़कन और बेचैनी को स्वर देते रहे। डाॅ  सियाराम तिवारी ने दिनकर जी के संस्मरणों को साझा करते हुए उनकी लोकप्रियता और काव्य भाषा पर प्रकाश डाला। अतिथियों का स्वागत डाॅ सीताराम सिंह प्रभंजन ने किया, जबकि संचालन प्रसिद्ध चिकित्सक डाॅ रामरेखा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन रामचंद्र पासवान बादल ने किया। समारोह में चितरंजन सिंह, डाॅ राजेन्द्र साह, डाॅ विमल कुमार, सच्चिदानंद पाठक समेत बड़ी संख्या जनपद के बुद्धिजीवी उपस्थित थे। स्कूली छात्राओं ने स्वागत गान के साथ दिनकर की कविताओं का सुमधुर गायन किया। प्रो मिथिलेश कुमारी एवं समय सुरभि अनंत संपादक नरेन्द्र कुमार सिंह ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया।

रक्तदान जागरूकता पर एचएसएफ को मिला सम्मान

दरभंगा : रक्तवीरो के प्रयास से जीवन रक्षक दरभंगा को एचएसएफ, ह्यूमन सोशल फाउंडेशन हनुमानगढ़, राजस्थान द्वारा आयोजित एक दिवसीय कॉन्फ्रंस मे रक्तदान जागरूकता अभियान को गति देने में को लेकर मिला राष्ट्रीय सम्मान। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष, साथ ही 57 बार रक्तदान करने वाले उमेश प्रसाद इस अवसर पर उपस्थित थे

आमंत्रित मुख्य अतिथियों मे थे एनबीटीसी(NBTC) डेप्युटी डायरेक्टर श्री डॉ. साई प्रसाद, सीएचएमओ(CHMO), राजस्थान श्री अरूण कुमार, पीएमओ(PMO) श्री, एवं शतक रक्तविर श्री महेश त्रिवेदी रेड क्रॉस सोसाइटी, अहमदाबाद।

राष्ट्रीय कोन्फ्रंस में बहुत संस्थाओं के द्वारा रखे गए रक्तदान, रक्तदाता एवं रक्तकोष के मुद्दे को लेकर हो रही समस्या पर बातचीत हुई, साथ ही NBTC डेप्युटी डायरेक्टर श्री डॉ साईं प्रसाद जी ने बहुत से मसले जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन भी दिया है।।

युवा महोत्सव के लिए 41 सदस्यीय टीम हुई रवाना

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के तत्त्वावधान में जीडी कॉलेज, बेगूसराय में दिनांक 24 से 27 सितंबर,2019 के बीच आयोजित अंतर महाविद्यालय युवा महोत्सव- 2019 में भाग लेने हेतु सीएम कॉलेज, दरभंगा की 41 सदस्यीय युवा टीम बस से संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ आर एन चौरसिया के नेतृत्व में प्रातः महाविद्यालय परिसर से विदा हुई।

इस अवसर पर बड़ा बाबू बिपीन कुमार सिंह, पीटीआई श्याम किशोर मंडल,डा आर एन चौरसिया, प्रकाश कुमार सहित प्रतिभागियों छात्र-छात्राएं एवं अनेक अभिभावक उपस्थित थे। टीम को प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद तथा अभिभावक की ओर से प्रो सुशील ठाकुर ने हरी झंडी देकर विदा किया।अपने संबोधन में प्रधानाचार्य ने टीम को विजयी होने के गुर बताते हुए कहा कि अनुशासन का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है।छात्र आपसी तालमेल बनाकर ही विजयी हो सकते हैं।छात्र पूरे उत्साह एवं उमंग से महोत्सव में भाग ले।छात्र पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में भी बढ़-चढ़कर भाग ले, तभी उनका संपूर्ण शारीरिक एवं मानसिक विकास होगा। उन्होंने टीम को कामयाबी की शुभकामना दी तथा आशा व्यक्त किया कि हमारे छात्र महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय का नाम अवश्य ही रोशन करेंगे।

टीम प्रबंधक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि छात्र- छात्राओं के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास हेतु युवा महोत्सव का आयोजन सराहनीय प्रयास है।इससे युवाओं के सपनों को पंख, आंखों में चमक तथा होठों पर मुस्कुराहट आएगी।उन्होंने अभिभावकों तथा महाविद्यालय प्रशासन को आश्वस्त किया कि महोत्सव के दौरान टीम में शामिल सभी छात्र-छात्राओं का पूरी तरह ख्याल रखा जाएगा।

ज्ञातव्य है कि सी एम कॉलेज की 41 सदस्य टीम में 15 छात्राएं,19 छात्र,पांच संगत कलाकार,1चतुर्थवर्गीय कर्मी तथा 1 टीम प्रबंधक शामिल हैं।संगत कलाकारों में दीपक कुमार झा,यशु प्रिया,अवधेश भारद्वाज,मोहित पांडे तथा आदित्य प्रकाश शामिल हैं।  सुविधा के लिए छात्रों के लीडर शिवम कुमार झा तथा छात्राओं के टीम लीडर कोमल कुमारी को बनाया गया है।

स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन

दरभंगा : रक्तदान हमारी मानवीय संवेदना का प्रतीक है। इसके लिए दृढ़ इच्छाशक्ति तथा उत्साह आवश्यक है। सेवाभावी और संवेदनशील व्यक्ति रक्तदान की ओर स्वत: प्रवृत्त होते हैं। रक्तदान से मरणासन्न व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। रक्त का कृत्रिम निर्माण नहीं किया जा सकता है। हिमोफीलिया, थैलेसीमिया, दुर्घटना, ऑपरेशन तथा प्रसव के समय रक्त चढ़ाने की विशेष जरूरत होती है,जो स्वैच्छिक रक्तदान से ही संभव है। उक्त बातें डीएमसीएच, दरभंगा के अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने एचडीएफसी बैंक, दरभंगा प्रायोजित एवं एपैक्स फाउंडेशन, दरभंगा तथा भारत विकास परिषद् , विद्यापति शाखा, दरभंगा के संयुक्त तत्त्वावधान में पश्चिम दिग्घी में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए कहा।

उन्होंने कहा कि अभी रक्तदान के प्रति लोगों में कुछ गलत एवं भ्रामक सोच है,जिसे ऐसे आयोजनों एवं जन- जागरूकता के माध्यम से दूर किया जाना आवश्यक है। मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय वाणिज्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो बीबीएल दास ने कहा कि रक्तदान मानव का मानव के प्रति उत्कृष्ट सेवा है। इससे बड़ी सेवा दूसरी नहीं हो सकती,जो मानवता की रक्षा करती हो। इस रचनात्मक सामाजिक कार्य हेतु दोनों आयोजक संस्थाएं धन्यवाद के पात्र हैं।

सम्मानित अतिथि के रूप में परिषद् के उत्तर बिहार शाखा के महासचिव राजेश कुमार ने कहा कि रक्तदान से हमें अनेक लाभ होते हैं।इससे हमारे शरीर में रक्त-निर्माण की गति तीव्र हो जाती है तथा हमें शरीर की कई बीमारियों- एड्स, मलेरिया, हेपेटाइटिस-बी व सी आदि का स्वत: पता भी चल जाता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में आर एन कॉलेज,पंडौल के वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो एस के शर्मा ने कहा कि दूसरों के लिए जीना ही वास्तविक जीवन है। मानवीय संवेदना के बिना आर्थिक उन्नति बेमानी है।हम क्या हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि हम दूसरों के लिए क्या कर रहे हैं,यह अधिक महत्वपूर्ण है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग के प्राध्यापक डॉ जयशंकर झा ने कहा कि रक्तदान से समाज को सकारात्मक संदेश मिलता है तथा रक्तदाता को मनोवैज्ञानिक संतुष्टि मिलती है। यह पीड़ित मानवता के लिए बड़ा कार्य है।  विषय प्रवर्तक के रूप में परिषद् के सचिव डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि 18 से 65 वर्ष के प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति हर 4 महीने में एक बार रक्तदान कर सकते हैं। इससे शरीर स्वस्थ एवं मन प्रसन्न रहता है।रक्तदान समाजसेवा का सर्वोत्तम माध्यम है। शरीर में रक्त सघनता के लिए चुकंदर,हरी सब्जी,साग-पात,फल आदि का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए। इस अवसर पर 28 बार के रक्तदाता डॉ मुकेश कुमार निराला ने कहा कि मानव जीवन दूसरों की भलाई के लिए सदा काम आना चाहिए।

अध्यक्षीय संबोधन में आर एन कॉलेज,पंडौल के प्रधानाचार्य प्रोफेसर विभूति भूषण झा ने कहा कि समाज के लिए रक्तदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। लोग इस ओर अग्रसर होकर समाज का कल्याण कर सकते हैं। आगत अतिथियों का स्वागत एपैक्स के अध्यक्ष डॉ के के चौधरी ने,संचालन छोटे चौधरी तथा धन्यवाद ज्ञापन सचिव उज्ज्वल कुमार ने किया।इस अवसर पर डीएमसीएच से रक्त संग्रह समूह में डॉ एरन चांदनी, साकेत कुमार सिंह,अब्दुल खबीर तथा एचडीएफसी बैंक दरभंगा के मुकेश कुमार झा आदि उपस्थित थे।स्वयंसेवक के रूप में उत्तम कुमार झा, शारदानंद झा,मुरारी चौधरी आदि ने सक्रिय योगदान किया।

रक्तदान करने वालों में उज्ज्वल कुमार, अजीत कुमार झा, शंभू झा, राजेश कुमार, प्रकाश कुमार झा, डॉ के के चौधरी, रामप्रकाश रमण, दिलीप महासेठ, जीवछ प्रसाद सिंह, रघुवंश कुमार, उदय मंडल, नंदन झा, अवनीश कुमार सिंह, निखिल कुमार झा, निखिल कुमार सिंह, दशरथ महतो, कुमार आयुष, रोहित कुमार, सुजीत कुमार मिश्रा, कुमार अजीत, मनोहर कुमार पाठक, कृष्ण मोहन राय, सुधांशु मिश्रा, बलराम शर्मा, माधव कुमार मिश्रा, रवि शंकर कुमार महतो, रणधीर कुमार शर्मा, गोविंद चौधरी, पुरुषोत्तम झा, अंजू कुमारी, तपन कुमार, डॉ राम कुमार झा, चंदन कुमार, छोटे चौधरी तथा  डा आर एन चौरसिया ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। आयोजकों की ओर से सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र तथा उपहार प्रदान कर सम्मानित किया गया।

सीएम कॉलेगे में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

दरभंगा : सीएम कॉलेज, दरभंगा के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग तथा द इंडियन इकोनोमेट्रिक सोसायटी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्त्वावधान में दिनांक 24 से 26 सितंबर, 2019 के बीच अपलिकेसन ऑफ एसपीएसएस फॉर डाटा एनालिसिस इन रिसर्च विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय में किया जा रहा है। इस कार्यशाला का आज मंगलवार को उद्घाटन महाविद्यालय के सेमिनार हॉल किया गया।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक विज्ञान के संकायाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार झा उपस्थित रहे।

विभागाध्यक्ष डॉ अवनि रंजन सिंह ने बताया कि कार्यशाला हेतु  साधनसेवी के रूप में डॉ संध्या रानी महापात्रा, असिस्टेंट प्रोफेसर,ए एन सिंहा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस,पटना,डॉ अविरल पांडे,असिस्टेंट प्रोफेसर,ए एन सिंहा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस,पटना,डॉ सतीश कुमार दास,असिस्टेंट प्रोफेसर,सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार,गया तथा डॉ अवधेश कुमार,असिस्टेंट प्रोफेसर,आर के कॉलेज, मधुबनी ने आने की सहमति दी है।इस कार्यशाला में बिहार के अतिरिक्त झारखंड, राजस्थान तथा सिक्किम आदि प्रदेशों के 40 प्रतिभागी भाग लिया।

मुरारी ठाकुर