नवादा : जिले के सदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सिकन्दरा सरकारी स्कूल को देखकर आप दंग रह जायेंगे। बिहार सरकर जहाँ सरकारी भवनों पर मधुबनी पेंटिंग बनाकर उन्हें सुन्दर बनाने का प्रयास कर रही है। वहीँ स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षक के प्रयास से सदर प्रखंड का उत्क्रमित मध्य विद्यालय अब प्राइवेट स्कूलों के साथ कदमताल कर रहा है।
साधन-संसाधन के अभाव के बावजूद स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक विनय कुमार प्रभाकर और शिक्षक बबिता कुमारी और रश्मि के प्रयासों ने स्कूल का लुक पूरी तरह बदल दिया है। बच्चों के स्कूल में ठहराव के उद्देश्य से विद्यालय भवन की आकर्षक रंगाई कराई गई है। इसे ट्रेन का रूप दिया गया है तो स्कूल को शैक्षणिक जंक्शन का। छात्रों को स्कूल में गतिविधि आधारित शिक्षा दी जा रही है। जिसके बाद स्कूल में बच्चों की उपस्थिति बढ़ गई है।
प्रभारी प्रधानाध्यापक के स्कूल के प्रति समर्पण के कारण सिकंदरा गांव के शैक्षणिक स्तर में भी काफी सुधार हुआ है, स्कूली बच्चों ने बताया कि पहले स्कूल आने में मन नहीं लगता था। लेकिन अब वह नियमित रूप से स्कूल आते हैं। इसके पीछे स्कूल के शिक्षकों की अहम भूमिका है। यहाँ खेल खेल में पढ़ाई की व्यवस्था है। जिससे पढ़ा हुआ विषय पूरी तरह याद रहता है। ग्रामीण शशिभूषण बताते हैं स्कूल को उत्क्रमित कर दिया गया है। लेकिन शिक्षकों की घोर कमी है, जिसे दूर करने की जरूरत है। वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक विनय कुमार प्रभाकर समेत अन्य शिक्षक समर्पण भाव से बच्चों को शिक्षा दीक्षा दे रहे हैं, जिसका का काफी फायदा हो रहा है।