कलयुगी बेटे ने पिता को घर से भगाया, दर-दर भटक रहा बाप
बाढ़ : एक ओर सरकार माता-पिता की सेवा करने वाले पुत्र को ‘श्रवण कुमार’ सम्मान से सम्मानित किये जाने की घोषणा कर रखी है, वही दूसरी ओर कलयुगी बेटे ने पिता को ही घर से निकाल दिया और बाप तोता महतो दर-दर भटकने को विवश हैं।
‘मातृ देवो भवः,पितृ देवो भवः’ का उपदेश सिर्फ किताबों में ही सिमट कर रह गयी है। सच्चाई तो है कि आपको वृद्धाश्रम में बढ़ती भीड़, सड़क पर ढ़नमनाते वृद्ध लोगों की तादाद बिचलित कर के रख देंगी। क्योंकि बच्चों की जवानी में माता-पिता का बुढ़ापा खलल का प्रतिक महसूस होने लगा है और बात-बात पर वृद्ध माता-पिता को घर से बाहर निकाले जाने की एक प्रथा शुरू हो गयी है।
इतना ही नहीं ऐसे मामले में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश को भी प्रशासन पालन करवाने में अपने आप को असहज महशूस कर रही हैं। तभी तो वृद्ध व्यक्ति अपने पुत्र और बहू के अन्याय से संबंधित शिकायत पत्र लेकर थाना आते हैं, पर कोई ठोंस कार्रवाई नहीं होने से उन्हें निराशा हांथ लगती है। उनका शिकायत-पत्र भी कूड़ेदान में चला जाता है।
ऐसा ही एक मामला बाढ़ थाना क्षेत्र के नाथचक मोहल्ले की है, जहां एक बूढ़ा बाप तोता महतो को उसका एकलौता औलाद भागीरथ महतो घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया है,जो बीते दस दिनों से फूटपाथ पर अपना जिंदगी बसर कर रहा है। इस बाबत उन्होंने 6 सितंबर को ही बाढ़ थाना में एक आवेदन दिया।पर बूढ़े वाप के आबेदन का कोई अता-पता नहीं है और अपना घर-द्वार एवं बेटा-पुतोहू के रहते हुये भी दूसरों के रहमों करम पर जिंदा जिंदा रहने को विवश है। इस मामले की तह में जाकर देखें तो जिस बुरे वक्त के लिये तोंता महतो ने कुछ रकम बचा कर रखा था, वही रकम अब उसके लिए अभिशाप बन गया है।
लोभी पुत्र और बहू चाहती है कि बूढ़ा वाप वह रकम उनके हवाले कर दे। जबकि तोंता महतो को भी पता है कि इस जमाने में ‘बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया’ ही है। अंततः तोता महतो न्याय पाने की आशा में थाने का चक्कर लगाते-लगाते थक हार कर मीडिया कर्मियों को अपनी पीड़ा सुनाया। अब देखना है कि पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है।
गलत परीक्षा परिणाम से छात्र व छात्राओं में रोष
बाढ़ : पीजी थर्ड सेमेस्टर का परिणाम गलत आने पर स्थानीय कॉलेज के प्रति छात्र व छात्राओं में काफी रोष व्याप्त है। छात्र व छात्राओं ने पहले तो कॉलेज प्रशासन पर अपने गुस्से का इजहार किया तथा कॉलेज प्रशासन ने छात्र-छात्राओं को समझा-बूझाकर शांत कराया। इसके बाद पीजी थर्ड सेमेस्टर के उटपटांग परिणाम से नाराज बाढ़ अनुग्रह नारायण सिंह महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय उच्च पथ को घण्टों जाम कर दिया, जिससे यातायात बाधित रहा।
जाम के दौरान नाराज छात्र-छात्राओं ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के विरुद्ध जमकर नारे लगाये। नगर थाना के पुलिस पदाधिकारियों ने सड़क जाम से निजात दिलाया।
सत्यनारायण चतुर्वेदी