पटना: एफएसएल द्वारा कोर्ट में प्रस्तुत विधायक अनंत सिंह की वायरल वीडियो-ऑडियो टेस्ट की रिपोर्ट हु-ब-हू उनसे मिल गयी। मतलब रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी। इसके आते ही विधायक का अपना तंत्र सक्रिय हो गया। अब यह तय माना जा रहा है कि विधायक की मुश्किलें तो बढ़ हीं जाएंगी साथ ही उन पर दर्ज आतंकी धारा यूएपीए को बल मिल गया। इससे बिहार पुलिस खास कर, ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्र और जांच की आईओ लिपि सिंह ने संतोष की सांसें ली है।
जानकारी मिली है कि आज अनंत का व्वायस टेस्ट की ऑडियो रिपोर्ट कोर्ट में सीलबंद मुहर के साथ लाल कपड़े में लपेट कर दी गयी। व्वायस के वैज्ञानिक विश्लेषण के बाद स्पष्ट हो गया कि ऑडियो में अनंत सिंह अपने गूर्गों को भोला सिंह और मुकेश सिंह के मडर्र का प्लाॅट बना रहे थे। गूर्गे तो बाजाप्ता भोला की हत्या के लिए बाढ़ में कैम्प करने लगे थे। रेकी भी शुरू हो गई थी। इसी बीच, ऑडियो वायरल हो गया। वायरल ऑडियो के होते ही उनके गूर्गे पकड़ लिए गये थे। उनकी पब्लिक द्वारा ही पिटाई हुई थी और पुलिस ने भी दबोच यिा था। पुलिस को दिए इकबालिाया बयान में उन लोगों ने कबूला था कि उन्हें विधायक अनंत सिंह ने ही भेजा था। किसी की हत्या के लिए। पर, उन दोनों-तीनों ने यह बताया कि हत किस व्यथ्कत करनी थी वह जानकारी उन्हें बाढ़ में बैठा एक आदमी देता।