राष्ट्र-निर्माण में शिक्षकों की भूमिका पर संगोष्ठी सह भाषण-प्रतियोगिता
दरभंगा : शिक्षक को राष्ट्र-निर्माता कहा जाता है। समाज और राष्ट्र के उत्तरोत्तर विकास व सुख- समृद्धि में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। शिक्षक राष्ट्र की धरोहर के रूप में समाज के पथ-प्रदर्शक होते हैं। शिक्षक का कार्य सिर्फ पढाना ही नहीं होता है, बल्कि अपने छात्रों का उचित मार्गदर्शन करना भी है। उक्त बातें भारत विकास परिषद्, उत्तर बिहार शाखा के प्रांतीय महासचिव राजेश कुमार ने भारत विकास परिषद्, विद्यापति शाखा, दरभंगा तथा स्वामी विवेकानंद रेजिडेंशियल स्कूल, भैरोपट्टी, दरभंगा के संयुक्त तत्त्वावधान में विद्यालय में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र-निर्माण में शिक्षकों की भूमिका विषयक संगोष्ठी सह भाषण-प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में कहा।
सम्मानित अतिथि के रुप में मिल्लत कॉलेज के पूर्व समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ भक्तिनाथ झा ने कहा कि शिक्षक छात्रों में मानवीय गुणों का सम्यक् विकास करते हैं। हमारे जीवन में गुरु का स्थान सर्वोच्च होता है। शिक्षक हमें अच्छे-बुरे का भेद बताकर, जियो और जीने दो की भावना सिखाते हैं। अपने छात्रों के माध्यम से शिक्षक का राष्ट्र-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में समस्तीपुर रेलवे से अवकाश प्राप्त इंजीनियर श्रीरमण अग्रवाल ने कहा कि शिक्षक छात्रों को सही मार्गदर्शन कर कुशल एवं समाजसेवी नागरिक बनाते हैं। इस अर्थ में शिक्षक राष्ट्र-निर्माता होते हैं। मुख्य वक्ता के रूप में दरभंगा कोर्ट के अधिवक्ता डॉ शंकर झा ने कहा कि प्राचीन काल में गुरुकुल प्रणाली थी, जहां छात्र न केवल सैद्धांतिक बल्कि व्यावहारिक ज्ञान भी प्राप्त करते थे। आज शिक्षकों की महत्ता कम होने के कारण ही इतनी अधिक सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। छात्रों की प्रतिभा को निखार कर शिक्षक उन्हें संस्कारित एवं समाजोपयोगी बनाते हैं।
दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए परिषद् के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि गुरु शिष्य में गहरा और आत्मीय संबंध होता है। गुरु धर्म और संस्कृति को अपने शिष्यों में स्थापित करते हुए छात्रों के अंधकार रूपी अज्ञानता को दूर कर प्रकाश रूपी ज्ञान प्रदान करते हैं। शिक्षा का उद्देश्य छात्रों में उत्तरदायित्व का बोध कराना होता है।
परिषद् के सचिव डॉ आरएन चौरसिया ने कहा कि आदर्श शिक्षक छात्रों को न केवल विद्या दान देते हैं, बल्कि समुचित जीवनमार्ग का ज्ञान तथा नैतिक शिक्षा देकर मानवोचित गुणों का विकास भी करते हैं। शिक्षक प्रकाशस्तंभ व मार्गदर्शक होते हैं, जिनका आचरण आदरणीय एवं अनुकरणीय होता है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जिनके जन्म दिवस को हम शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं,वे आदर्श शिक्षक,बड़े दार्शनिक,सच्चे समाजसेवी तथा राजनीतिज्ञ थे। उन्हें अपनी संस्कृति एवं कला से अपार लगा था। भारतीय समाज में उनका काफी सम्मान रहा है। अध्यक्षीय संबोधन में प्रो रामानंद यादव ने कहा कि राष्ट्र भौतिकता से कितना भी आगे बढ़ जाए,पर शिक्षकों की महत्ता सदैव कायम रहेगा। हम शिक्षकों के ऋण से जीवन में कभी भी पूरी उऋण नहीं हो सकते।शिक्षक एक कुशल शिल्पकार या कुम्हार की तरह छात्रों की प्रतिभा को तरसते हैं और उन्हें सही रास्ता दिखाते हैं। वे छात्रों की क्षमता एवं इच्छा को परख कर उसे जीवन में आगे बढ़ाते हैं। गुरु राष्ट्र के प्रति भावना को जगाते हैं तथा अधिकार एवं कर्तव्य को भी सिखाते हैं।
कार्यक्रम का प्रारंभ राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम्.. तथा अंत राष्ट्रगान जन गण मन.. के सामूहिक गायन से हुआ। अतिथियों ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन तथा विवेकानंद के चित्र पर पुष्पांजलि की। आगत अतिथियों का स्वागत विद्यालय के निदेशक अमित कुमार सिंह ने किया,जबकि संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन परिषद् के कोषाध्यक्ष आनंद भूषण ने किया।
सम्मानित होंगे शिक्षक व अन्य कर्मी
दरभंगा : शिक्षक दिवस के अवसर पर संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। विश्वविद्यालय में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षक, पदाधिकारी व अन्य कर्मीयों को इस मौके पर कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम दोपहर दो बजे होगा। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि इस अवसर पर सभी की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। कार्यक्रम की तैयारी कर ली गयी है।
धर्मशास्त्र विभाग के नए अध्यक्ष श्रीपति त्रिपाठी ने संभाला कार्यभार
दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय के धर्मशास्त्र विभाग के नए अध्यक्ष के रूप में प्रो0 श्रीपति त्रिपाठी ने आज बुधवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। इस मौके पर उनका पीजी के सभी शिक्षकों द्वारा विभाग में औपचारिक स्वागत किया गया। मंगलाचरण के बीच उन्होंने प्रो0 पुरेन्द्र वारिक से विभागाध्यक्ष का दायित्व ग्रहण किया। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि प्रो0 सुरेश्वर झा, प्रो0 विद्येश्वर झा, प्रो0 हरेंद्र किशोर झा, प्रो0 दिलीप कुमार झा, प्रो0 दयानाथ झा, डॉ सत्यवान कुमार, डॉ वरुण कुमार झा, डॉ अखिलेश झा समेत कई शिक्षक पदभार ग्रहण के अवसर पर उपस्थित थे और सभी ने प्रो0 त्रिपाठी को शुभकामनाएं दी एवम निवर्तमान विभागाध्यक्ष प्रो0 वारिक को सफल दायित्व के लिए धन्यवाद दिया।
एबीवीपी ने सीएम में लगाया मे आई हेल्प यू व सदस्यता काउंटर
दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सीएम विधि महाविद्यालय में मे आई हेल्प यू व सदस्यता अभियान का काउंटर कॉलेज सह मंत्री उज्ज्वल आनंद व कोषाध्यक्ष नवनीत कुमार के नेतृत्व में लगाया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय अध्यक्ष ब्रिज मोहन सिंह ने कहा कि अभाविप द्वारा विगत वर्ष की भाँति इसवर्ष भी नए छात्रो को नामंकन में मदद हेतु हेल्प डेस्क लगाया जा रहा है, ताकि छात्रों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना परे, छात्रों के सुविधा हेतु सदैव हमलोग प्रयास करते है कि कोई भी छात्र किसी प्रकार का समस्या परिसर में महसूस न करे और अपना अप्लाई फॉर्म आसानी से भर सकें।
वही इस अवसर पर महाविद्यालय महासचिव अमित कुमार ने कहा कि में आई हेल्प यू के साथ साथ संगठन का महापर्व सदस्यता भी हमलोग चला रहे है, अभाविप से जुड़ने को लेकर छात्रों में गजब का उत्साह है, आज भी सैकड़ो छात्र इस महाविद्यालय में विश्व के साबसे बड़े छात्र संगठन की सदस्यता ग्रहण किये है, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन से जुड़े लोग छात्रों के मदद हेतु सदैव तत्पर रहते है, संगठन के कार्यकर्ता सदैव छोटी हो बड़ी मांग छात्र व महाविद्यालय हित मे उठाते रहे हैं। इस अवसर पर दीपक कुमार, सुनील कुमार, बिकास कुमार के साथ अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मुरारी ठाकुर