पटना/सिक्किम/दिल्ली : सिक्किम में भाजपा के सहयोगी रहे सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट(एसडीएफ) के 15 में से 10 विधायक मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए। पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव की उपस्थिति में दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ली। लोकसभा 2019 चुनाव के साथ ही सिक्किम में विधानसभा के चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा सिक्किम क्रन्तिकारी मोर्चा के साथ चुनाव मैदान में उतरी थी। 32 सीटों वाली सिक्किम विधानसभा में भाजपा शून्य (०) पर आउट हो गई थी। अभी सरकार चला रहे प्रेम कुमार तमांग की सिक्किम क्रन्तिकारी मोर्चा को 17 सीटों पर जीत मिली। तो वहीँ पवन चामलिंग की सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को 15 सीटें मिली थी। लेकिन भाजपा ने अपने साम, दाम, दंड-भेद का उपयोग करते हुए सिक्किम के मुख्य विपक्षी पार्टी के 10 विधायक को अपने पाले में ले आयी और वहां की मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई।
1993 में एसडीएफ का गठन पवन चामलिंग ने किया था। उसके बाद 1994 में 19 सीटें,1999 में 24 सीटें, 2004 में 32 सीटें यानी की विपक्षी खत्म और 2014 में 22 सीटें और 2019 में 15 सीटें मिली थी। लेकिन भाजपा ने उसे 5 पर समेट दिया। सिक्किम के एकमात्र लोकसभा सीट पर एसकेएम का कब्जा है।
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