13 अगस्त : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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भारत विकास परिषद् की हुई विशेष बैठक

दरभंगा : भारत विकास परिषद्, विद्यापति शाखा, दरभंगा के तत्त्वावधान में आज राधे-राधे रेस्टोरेंट, मिर्जापुर, दरभंगा में भारत विकास परिषद्, उत्तर बिहार प्रांत की विशेष बैठक प्रांतीय अध्यक्ष उषा श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें पूर्वी क्षेत्रीय राष्ट्रीय संगठन मंत्री मिथिलेश वर्मा, प्रांतीय मुख्य संरक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद, प्रांतीय महासचिव राजेश कुमार, प्रांतीय कोषाध्यक्ष संजय कुमार मयंक, परिषद् के विद्यापति शाखा के अध्यक्ष प्रोफेसर रामानंद यादव, सचिव डॉ आरएन चौरसिया, कोषाध्यक्ष आनंद भूषण, संयोजक डॉ भक्तिनाथ झा, जयनगर, रक्सौल, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी आदि से डॉ एपी सिंह, डॉ नीलम सिंह, गयानंद उपाध्याय, मुक्ति नाथ शर्मा, अनिता गुप्ता, राजेश गुप्ता, विजय कुमार, उमेश कुमार सिकरिया, पृथ्वीनाथ प्रसाद, डीके पाठक सहित 40 व्यक्तियों ने भाग लिया।

बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत को जानो प्रतियोगिता शाखा स्तर पर दरभंगा में 10 नवंबर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें सफल प्रतिभागी प्रांतीय स्तर पर 24 नवंबर को जयनगर में तथा राष्ट्रीय स्तर पर 19 जनवरी, 2020 को अगरतला में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। पूर्वी क्षेत्रीय सम्मेलन दिनांक 28-29 दिसंबर को दरभंगा में आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा,  झारखंड, आसाम, नागालैंड आदि राज्यों से लगभग 500 प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस सम्मेलन हेतु सभापति के रूप में डॉ राज रंजन प्रसाद तथा संयोजक के रूप में राजेश कुमार का चयन किया गया। बैठक में संस्कृति सप्ताह को विभिन्न शाखाओं द्वारा सितंबर माह में वृहत रूप से आयोजन करने का निर्णय लिया गया। जिसमें समाज के शिक्षाविद्, युवा, महिला, वयस्क, वृद्ध तथा किशोरों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए प्रांतीय संयोजक के रूप में डॉ आर एन चौरसिया को मनोनीत किया गया। प्रांत स्तर पर भारत को जानो प्रतियोगिता के आयोजन हेतु विद्यापति शाखा के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार को संयोजक बनाया गया।  वही प्रांतीय समग्र ग्राम विकास हेतु प्रांतीय संयोजक के रूप में डॉ भक्तिनाथ झा को नियुक्त किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि परिषद् की विद्यापति शाखा 22 सितंबर, 2019 को दरभंगा में राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता का आयोजन करेगा,जिसमें सफल प्रतिभागी पूर्वी क्षेत्र प्रतियोगिता कोलकाता में 17 नवंबर को तथा राष्ट्रीय स्तर पर दिनांक 22 दिसंबर को राजकोट, गुजरात में भाग लेंगे। वही शाखा स्तर पर गुरु वंदन-छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन 5 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच किया जाएगा, जिसमें सफल प्रतिभागी प्रांतीय स्तर पर 24 नवंबर को जयनगर में तथा राष्ट्रीय स्तर पर 19 जनवरी, 2020 को अगरतला में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे।

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पूर्वी क्षेत्रीय सम्मेलन दिनांक 28-29 दिसंबर,2019 को दरभंगा में आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार, झारखंड, उङीसा, नागालैंड, आदि राज्यों से लगभग400 पदाधिकारी एवं प्रतिभागी भाग लेंगे।इस सम्मेलन हेतु सभापति के रूप में डा राज रंजन प्रसाद तथा संयोजक के रूप में राजेश कुमार का चयन किया गया।

बैठक में संस्कृति सप्ताह को विभिन्न शाखाओं द्वारा सितंबर माह में वृहत् रूप से आयोजन करने का निर्णय लिया गया,जिसमें समाज के शिक्षाविद्, युवा, महिला, वयस्क, वृद्ध तथा किशोरों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए प्रांतीय संयोजक के रूप में डॉ आरएन चौरसिया को मनोनीत किया गया। प्रांत स्तर पर भारत को जानो प्रतियोगिता के आयोजन हेतु विद्यापति शाखा के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार को संयोजक बनाया गया। अतिथियों का स्वागत राजेश कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ आरएन चौरसिया ने किया।

राजभवन प्रधान सचिव ने किया पुस्तकालय व छात्रावास का उद्घाटन

दरभंगा : बिहार के कॉलेजों में गिरती शिक्षण व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए रजभवन के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने आज कहा कि छात्र अपनी मेधा बढ़ाएं और प्रतिस्पर्धा को स्वीकार करें। सिर्फ डिग्री लेने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। ऐसे में छात्र खुद को ठगता है, परिवार को ठगता है और अंतोगत्वा उस शिक्षण संस्थान को भी ठगता है जहां के वे छात्र होते हैं। इसलिए शार्ट कट से बचिए और अपने विषय वस्तु से सम्बन्धित ज्ञान को बढ़ाइए। तभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने की गारंटी रहेगी। स्थानीय महारानी अधिरानी रमेश्वरलता संस्कृत कालेज में पुस्तकालय भवन एवं  छात्रावास समेत संस्कृत सप्ताह कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद श्री सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में उक्त बातें कही।

उन्होंने स्पष्ट किया कि रजभवन भी चाहता है कि उच्च शिक्षा में सुधार हो। यही सोच कालेजों व विश्वविद्यालयों के विद्वान शिक्षकों की भी होनी चाहिए।जब कालेज हैं और शिक्षक भी हैं तो छात्र कक्षा तक क्यों नहीं आएंगे, इस पर सामूहिक चिंतन की जरूरत है।उन्होंने कहा कि निजी कोचिंग संस्थानों में छात्रों की भीड़ लगी रहती है जबकि अमूमन वहां विद्वान शिक्षकों का अभाव रहता है।

लगे हाथ प्रधान सचिव ने एक नसीहत भी दी। नालन्दा व विक्रमशिला विश्वविद्यालयों का नाम लेकर अतीत की परछाइयों में चलेंगे। हमे वर्तमान समय में जीना होगा। अपने विरासत, क्षमता व मेधा के अनुरूप कार्य करना होगा। उन्होंने मेधा विस्तार के लिए इंटर कालेज प्रतियोगिता आयोजित करने की सलाह दी। इसके पूर्व उन्होंने रजभवन में आयोजित शास्त्रार्थ कार्यक्रम की काफी प्रशंसा की और आयोजक कालेज का नैक से मूल्यांकन होने पर प्रसन्नता जाहिर की।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा ने कहा कि पदाधिकारी तो अनेक हैं लेकिन हमारे प्रधान सचिव विवेकपूर्ण अधिकारी हैं जो हमेशा संस्कृत विश्वविद्यालय पर अपनी कृपा बनाये रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत में मेधा का अभाव नहीं है। सिर्फ इसका मार्केटिंग कायदे से नहीं हो पा रहा है। वहीं विशिष्ट अतिथि प्रतिकुलपति प्रो0 चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह ने भी प्रधान सचिव की पूरे बिहार के संदर्भ में नायाब सोच की प्रसंशा की। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा का उन्नयन कैसे हो इसके लिए प्रधान सचिव हमेशा चिंतित रहते हैं।

डॉ विजय कुमार मिश्र के संचालन में हुए कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रधानाचार्य डॉ दिनेश झा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन अतिथि शिक्षक डॉ प्रमोद कुमार मिश्र ने किया। स्वागत गान छात्र नेता मनोरंजन झा ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद वीसी, प्रोवीसी, प्रोक्टर, सीसीडीसी समेत अन्य पदाधिकारियों ने कॉलेज परिसर में पौधरोपण भी किया। इस मौके पर सभी पदाधिकारी, कर्मी, छात्र उपस्थित थे।

स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर नामांकन के लिए तिथि जारी

दरभंगा : स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर 2019-21 में नामांकन लेने के लिए जिन छात्रों ने दिनांक 22 जुलाई, 2019 से 25 जुलाई, 2019 के बीच प्रथम चरण तथा दिनांक 06 अगस्त, 2019 से दिनांक 10 अगस्त, 2019 के बीच द्वितीय चरण की काउंसिलिंग के माध्यम से नामांकन आवंटन पत्र प्राप्त किया है, वे अपना नामांकन दिनांक 14 अगस्त, 2019 तक सम्बन्धित विभाग/महाविद्यालयों में करा सकते है। संगीत, नाट्य शास्त्र, गृह विज्ञान एवं गणित (कला) के छात्र-छात्रायें जिनके नामांकन बगैर काउंसिलिंग के विभाग/महाविद्यालय की अनुशंसा के आधार पर होना था।  वे भी यदि अद्यतन नामांकन नहीं करा पायें हों तो वे भी दिनांक 14 अगस्त, 2019 तक नामांकन करा लेंगें। सभी स्नातकोत्तर अध्ययन वाले महाविद्यालयों में इस आशय का पत्र मेल किया जा चुका है। मनोविज्ञान  के ऐसे छात्र-छात्रायें जिनका काउंसिलिंग दिनांक 16 अगस्त, 2019 को प्रस्तावित है उनका नामांकन दिनांक 19 अगस्त, 2019 तक लिया जा सकेगा। निर्धारित तिथि के बाद इन छात्रों का नामांकन नहीं होगा।

स्नातक प्रथम खण्ड नामांकन की अंतिम तिथि समाप्त

दरभंगा : स्नातक प्रथम खण्ड 2019-22 में नामांकन हेतु प्रकाशित तृतीय सूची से नामांकन आज  समाप्त हो गई। अब उक्त सूची से कोई नामांकन नहीं लिया जायेगा। प्रधानाचार्यों को आदेश दिया गया कि सूची से लिए गए नामांकनों को दिनांक 14 अगस्त, 2019 तक डैस बोर्ड पर अनिवार्य रूप से अपडेट कर दें। उक्त तिथि के बाद अपडेट नहीं किए गए छात्रों का नामांकन विश्वविद्यालय की नजर में कन्फर्म नामांकन नहीं कहलायेगा तथा उसका पंजीयन नहीं होगा। ऐसी स्थिति में इन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की जिम्मेदारी सम्बन्धित प्रधानाचार्यों की होगी तथा उनके उत्तरदायी सम्बन्धित प्रधानाचार्य होंगें। पूर्व में दो सूची से लिए गये नामांकनों को निर्धारित समय सीमा के अन्दर अपडेट करने में कई प्रधानाचार्यों द्वारा लापरवाही बरती गई थी। बाद में आफ लाइन डाटा मंगाया गया था फिर भी कुछ प्रधानाचार्यों नें या तो आफलाइन डाटा नहीं भेजा या निर्धारित समय के बाद भेजा। ऐसे प्रधानाचार्यों से पुनः अनुरोध है कि अपने दायित्वों का निर्वहन करें तथा छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ न करें।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान के लिए केवल ऑनलाइन आवेदन स्वीकार्य

दरभंगा : मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना अंतर्गत बालिका(स्नातक) प्रोत्साहन योजना के तहत 25 अप्रैल,2018 के बाद स्नातक 2018, 2019 में उत्तीर्ण छात्राओं से राज्य सरकार ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करने हेतु विज्ञापन जारी कर चुकी है। कोई भी छात्रा महाविद्यालय में ऑफलाइन हार्ड कॉपी पर आवेदन जमा नहीं करेंगी। ऐसे आवेदन ना तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वीकार किया जाएगा न ही राज्य सरकार द्वारा। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे। जो आवेदन आफलाइन प्राप्त किए गए थे उन सभी डाटाओं को भी ऑनलाइन कर दिया गया है। ऐसी सूचना प्राप्त हुई है कुछ महाविद्यालय छात्रों से कन्या उत्थान योजना हेतु आवेदन पत्र जमा करा रहे हैं। उनसे आग्रह होगा कि छात्राओं को भ्रमित ना करें और छात्राओं से भी अपील की जा रही है कि महाविद्यालयों में इस योजना हेतु कोई आवेदन जमा न कर ऑनलाइन आवेदन करें। छात्राओं द्वारा आनलाइन फार्म का डाटा विश्वविद्यालय को आनलाईन प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय स्तर पर उसे एप्रूभ किया जाएगा तत्पश्चात छात्राओं के अकाउंट में राज्य सरकार द्वारा पैसा भेजा जाएगा। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा इसके निष्पादन हेतु बने सॉफ्टवेयर सिर्फ आनलाइन आवेदन स्वीकार करने तक कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय स्तर पर चेक करना तथा एप्रूभ करना सम्भव नहीं हो पा रहा है जिसका कारण सोफ्टवेयर से डाटा का सही नहीं आना है। इस आशय को लेकर  इस योजना के राज्य नोडल पदाधिकारी राजेश कुमार को शिकायत की गई। राज्य के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन का पत्र सभी विश्वविद्यालयों के साथ साथ इस कार्य के लिए सोफ्टवेयर बनाने वाले एन आइ सी को प्रेषित किया गया। राज्य सरकार ने निर्देशित किया है कि दिनांक 15 अगस्त,2019 तक इस कार्य को पूरा किया जाय। लना मिथिला विश्वविद्यालय के नोडल पदाधिकारी प्रो॰ रतन कुमार चौधरी तथा कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने सोफ्टवेयर सम्बन्धी शिकायत राज्य नोडल पदाधिकारी से किया है। बावजूद इसके अभी भी सोफ्टवेयर में खामियां हैं। विश्वविद्यालय प्रयत्नशील है कि सोफ्टवेयर सही होते ही डाटा को एप्रूभ करें। सोफ्टवेयर सही होते ही उनके खाते में राशि राज्य सरकार द्वारा भेज दी जाएगी।

स्नातक प्रथम खंड में नामांकन का एक और मौका

दरभंगा : स्नातक प्रथम खंड 2019-22 में नामांकन हेतु छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करने का एक और अवसर प्रदान किया जाएगा। इस आशय की जानकारी देते हुए अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो॰  रतन कुमार चौधरी ने बताया कि   एवं छात्र संघ एवं विभिन्न छात्र संगठनों की मांग पर विचार करते हुए कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह ने छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करने का एक और मौका प्रदान करने का आदेश दिया है। तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ऑनलाइन आवेदन किए हुए छात्रों का नामांकन हेतु अब कोई सूची विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत नहीं की जाएगी। तीनों सूची से नामांकित छात्रों का अपडेट प्राप्त हो जाने के बाद खाली बचे सीटों की गणना की जाएगी तथा वेबसाइट पर डाला जायेगा। छात्रों को महाविद्यालय जाकर अपने अपने कैटेगरी देखकर नामांकन लेना होगा। महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य भी बचे हुए सीटों को सूचना पट पर प्रदर्शित करेंगे जिससे छात्रों को कठिनाई ना हो। सीधे नामांकन की तिथि एवं प्रक्रिया सोफ्टवेयर में आवश्यक संशोधन करने के बाद में निर्गत की जाएगी। स्मरन हो कि विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में भी आश्वस्त किया गया था कि सभी आनलाइन आवेदन किये छात्रों का नामांकन होगा।

मुरारी ठाकुर

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