बीएमसी में हुई वाद-विवाद प्रतियोगिता; ”आरटीआई का मजबूत कानून देशहित में जरूरी”
पटना : भारत की जनसंख्या में 50 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी युवाओं की है। इनकी सोच देश के लिए महत्वपूर्ण है। सरकार द्वारा हाल ही में पारित सूचना का अधिकार संशोधन विधेयक 2019 पर छात्रों की राय जानने के लिए शुक्रवार को पटना काॅलेज के हिन्दी और जनसंचार विभाग में एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतिभागियों ने “सूचना का अधिकार कानून में किया गया संशोधन जनहित में नहीं” विषय पर अपनी बात रखी। वाद-विवाद के दौरान प्रतिभागियों ने सूचना का अधिकार कानून में किये गये संशोधन का जिक्र करते हुए, इसके जनता पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में बताया। जहां कई प्रतिभागियों ने इसे जनता के हित में नहीं बताया तो वहीं कइयों ने संशोधन का बचाव किया। इस प्रतियोगिता में 20 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
बीएमसी के तृतीय वर्ष के छात्र अतुल नाथ झा, द्वितीय वर्ष की अंकिता कुमारी और प्रथम वर्ष के छात्र ज्योत प्रकाश को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। अतुल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सूचना का अधिकार कानून में कोई भी ऐसा बदलाव नहीं किया गया है, जिससे कोई सार्वजनिक संस्था जनता को जानकारी देने से मना करें। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक सुमन कुमार ने किया तथा समापन विभागाध्यक्ष प्रो. तरुण कुमार के भाषण से हुआ।
(राहुल कुमार)