आर्टिकल 370 ने जनमानस को दिया नया नैरेटिव, संगठन मंत्री नागेंद्र जी से जानें!

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पटना : जम्मू—कश्मीर से संबंधित संविधान के अस्थायी अनुच्‍छेद 370 के निष्प्रभावी होने और जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन बिल पर बीजेडी, अन्‍नाद्रमुक, वाईआरसीपी जैसी पार्टियों के साथ बीजेपी की धुर विरोधी बीएसपी, टीडीपी और टीआरएस जैसे दलों के भी केंद्र की मोदी सरकार के साथ खड़े होने की घटना ने राष्ट्रीय चेतना के विरुद्ध चलने वाले देश के पाखंडियों को नंगा कर दिया है।

मोदी—शाह ने पाखंडियों की दुकान की बंद

बिहार भाजपा के संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी की मानें तो केंद के इस कदम ने अपनी दुकान चलाने वाले तमाम पाखंडियों के चेहरे से मुखौटा उतार दिया। एक तरफ जहां मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में भी इस मसले पर फूट पड़ गई। आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के पुत्र डॉ. कर्ण सिंह ने भी पार्टी से अलग रुख अपनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के कदम को अपना भरपुर समर्थन व्यक्त किया। वहीं केंद्र के इस कदम ने जदयू को भी नरम पड़ने पर मजबूर कर दिया।

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राजद को मिली सजा, बसपा ने बदले तेवर

बकौल नागेंद्र नाथ त्रिपाठी आर्टिकल 370 पर जेडीयू को छोड़ एनडीए में शामिल शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल समेत सभी दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। यहां तक कि एक समय बिहार में अल्पसंख्यक मुख्यमंत्री की वकालत करने वाली लोजपा ने भी अब केन्द्र के फैसले का समर्थन कर दिया। ऐसे में यह साफ हो गया कि राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर अब जो भी दल जनमानस से विपरित चलेगा, वह अलग-थलग पड़ जाएगा। श्री त्रिपाठी ने बालाकोट स्ट्राइक पर राजद द्वारा दी गई ठंडी प्रतिक्रिया का उदाहरण समने रखते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में इसका नतीजा भोग लिया। यही कारण है कि बसपा ने जनमानस की नब्ज को समझा और समर्थन किया।

बाकियों को जनमानस की चेतावनी

नागेंद्र जी ने साफ कहा कि आर्टिकिल 370 पर बिल का संसद से भारी समर्थन से पास होना, देश के नैरेटिव में बड़े बदलाव का सूचक है। क्षेत्रीय हितों के साथ-साथ अब राष्ट्रहित भी अहम माना जाने लगा है। युवा वोटरों की बढ़ती भागीदारी के कारण अब वोटिंग पैटर्न भी बदल चुका है। अब भी समय है, भारत के सभी दल यह समझ जाऐं कि रा​ष्ट्रहित से किसी भी तरह के खिलवाड़ को देश की जनता अब बर्दास्त नहीं करेगी।

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