पटना : पटना की सड़कों पर चलते हुए दिन में जल रहे इन वेपर लाईट को देखिए। अशोक राजपथ से चलकर चिरैयाटांड पुल होते हुए अगमकुआं पहुंचने तक रास्ते में दिन में जलते ये लाइट शायद यह कहना चाहते हैं कि पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए चिंतित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हमें क्या लेना—देना।
करीब सात किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 1 अगस्त 2019 को सड़क और पुलों पर तीन सौ से अधिक स्ट्रीट लाइट जलते दिख जाते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि ये लाइट हमेशा इसी तरह से दिन-रात तब तक जलते रहते हैं जब तक कि खराब नहीं हो जाएं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वेटिनरी कालेज परिसर में पौधा रोपण करके पन्द्रह दिनों तक चलने वाले वन महोत्सव का शुभारंभ किया। इसका उद्येश्य पर्यावरण की रक्षा करना है। लेकिन, हमारे जीवन को सुखद बनाने के लिए आवश्यक बिजली का उत्पादन करने के लिए कोयला, पेट्रोलियम की आवश्यकता पड़ती है। जलस्रोतों से भी बिजली का उत्पादन होता है। लेकिन, इसके लिए हमें वनों की कटाई भी करनी पड़ती है। वन एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए हमें सावधानी से बिजली का उपयोग करना होगा। लेकिन पटना नगर निगम की लापरवाही तो वन और पर्यावरण संरक्षण के इस अभियान को उलटा टांग देने पर आमादा है। इस अक्षम्य गलती के लिए कौन जिम्मेदार है? उसे कैसी सजा दी जानी चाहिए? यह विचार का विषय है।