पटना : पूर्व केन्द्रीय मंत्री एमए फातमी के जदयू में शामिल होते ही राजद के ढहते साम्राज्य के गिरने की गति में तजी आ गयी है। सूत्रों ने बताया कि राजद के करीब 20 विधायक जदयू नेताओं के सीधे सम्पर्क में हैं। इससे राजद के अस्तित्व पर भी संकट मंडराने लगा है।
मिली जानकारी के अनुसार यह टास्क फातमी को दिया गया है कि वे राजद के असंतुष्ट नेताओं को गोलबंद कर उन्हें पटा कर रखें। हालांकि इससे साफ इंकार करते हुए फातमी ने कहा कि जिसे जहां जाना होगा-जाएगा। हर कोई सुरक्षा खोजता है। जिन्हें गिरते साम्राज्य में खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं। वे जदयू में शामिल हो सकते हैं। उनके लिए द्वार खुला है।
इधर, पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि राजद के कई नेता उनके सम्पर्क में हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो तेजस्वी यादव को छोड़ कर जद-यू में आएंगे-उनका स्वागत है।