जाते-जाते बची मुख्य पार्षद की कुर्सी, अगली परीक्षा 30 जुलाई को
बाढ़ : नगर परिषद के मुख्य पार्षद को हटाने के लिये पार्षदों में गुटबंदी शुरु हो गयी है। नगर परिषद के कुल 22 पार्षद अलग-अलग खेमों में बंट गए है। मुख्य पार्षद के कार्यो से क्षुब्ध पर्षद मुख्य पार्षद शकुंतला देवी की कुर्सी हिलाने की तैयारी में काफी जोर-शोर से लग गये हैं और मुख्य पार्षद के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं। सोमवार को मुख्य पार्षद शकुंतला देवी की विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए अनुमंडल सभागार में एक बैठक आयोजित की गयी थी और अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक में शामिल होने के लिये कई पार्षद अनुमंडल सभागार पहुंचे थे पर मुख्य पार्षद की कुर्सी जाते-जाते बचीं। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जया ने इस विशेष बैठक को रदद् होने की सूचना पत्र के द्वारा पार्षदगणों को दी। वही मुख्य पार्षद शकुंतला देवी ने अविश्वास प्रस्ताव को नकारते हुए अपनी उपलब्धियों को गिनाया। उधर कई नगरपरिषद कर्मियों ने बताया कि कार्य करने के बाद भी जबरन कई महीनों का वेतन रोक दिया जाता है, जिसकी शिकायत भी आलाधिकारियों को किया गया है। कार्यपालक पदाधिकारी जया ने बताया कि मुख्यपार्षद शकुंतला देवी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 9 पार्षदों ने पत्र दिया था और इसी बात को लेकर बैठक रखी गयी थी, पर अविश्वास प्रस्ताव पर आगामी 30 जुलाई को पुनः बैठक की तिथि निर्धारित की गयी है। उन्होंने कहा कि हम काम करने बाले परिषद कर्मियों को हर संभव सहयोग करेंगे।
सत्यनारायण चतुर्वेदी