परिषद् के स्थापना दिवस पर किया जायेगा पौधारोपण
दरभंगा : भारत विकास परिषद्, विद्यापति शाखा, दरभंगा की कार्यकारिणी समिति की बैठक परिषद् के अध्यक्ष प्रोफेसर रामानंद यादव की अध्यक्षता में दिलावरपुर, दरभंगा में संपन्न हुई, जिसमेँ ग्यारह सदस्य उपस्थित रहे। प्रोफेसर रामानंद यादव (अध्यक्ष), ओंकार प्रसाद सिंह (उपाध्यक्ष), डॉ आर एन चौरसिया (सचिव), डॉ एपी यादव (संयुक्त सचिव), श्रीरमण अग्रवाल (कार्यालय सचिव), आनंद भूषण (कोषाध्यक्ष), डॉ शंकर झा (संस्कार संयोजक), सुशील कुमार (सेवा संयोजक), राजेश कुमार (प्रांतीय महासचिव), अनिल कुमार (पूर्व अध्यक्ष) तथा डॉ भक्तिनाथ झा (प्रान्तीय संयोजक)।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि परिषद् की स्थापना दिवस दिनांक 20 जुलाई को मनाया जाएगा। इस अवसर पर दरभंगा के कई स्थलों पर पौधारोपण भी किया जाएगा। चालू वर्ष में परिषद् द्वारा दरभंगा के विभिन्न स्थानों पर 1000 से अधिक पौधारोपण किया जाएगा। परिषद् 30 जुलाई तथा 30 सितंबर को स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन करेगा। बैठक में गत 8 जून को संपन्न प्रांतीय कार्यशाला की गहन समीक्षा की गई तथा निर्णय लिया गया कि विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में भारत को जानो प्रतियोगिता, गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन विभिन्न चरणों में किया जाएगा, जिसमें सफल सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र तथा पारितोषिक देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही उन्हें प्रांत स्तरीय तथा राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता के लिए भेजा जाएगा।
नामांकन समिति की हुई बैठक
दरभंगा : नामांकन समिति की बैठक गुरुवार को कुलपति प्रो॰ सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय सभागार में संपन्न हुई। समिति के सदस्य सचिव अध्यक्ष छात्र कल्याणप्रो॰ रतन कुमार चौधरी ने सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए गत बैठक की कार्यवाही की संपुष्टि हेतु प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति अनुमोदित किया गया। स्नातक प्रथम खंड 2019-22 में प्रथम एवं द्वितीय सूची से हो रहे नामांकन की प्रक्रिया एवं उसमें बरती जा रही पारदर्शिता पर सदस्यों द्वारा संतोष व्यक्त किया गया। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि द्वितीय सूची से नामांकन की अंतिम तिथि जो 19 जुलाई, 2019 तक थी उसे विस्तारित कर 24 जुलाई, 2019 किया जाय। यह भी निर्णय लिया गया कि तृतीय सूची तक वर्तमान मेधा सूची से प्रथम एवं द्वितीय सूची की तरह ही नामांकन लिया जाय। इसके के बाद बचे अभ्यर्थियों को सीट की उपलब्धता के आलोक में नामांकन हेतु अध्यक्ष छात्र कल्याण को अधिकृत किया जाए। ऑनलाइन आवेदन किए हुए सभी छात्रों का नामांकन सुनिश्चित करने की दिशा में कारवाई करने का निर्णय लिया गया। तीन संबद्ध महाविद्यालयों छठू राय महाविद्यालय किशनपुर समस्तीपुर, जानकी देवी गौरीशंकर सर्राफ डिग्री महिला महाविद्यालय जयनगर मधुबनी एवं आरएलएसआरएसएम महाविद्यालय शिवाजीनगर समस्तीपुर को सरकार से स्थाई संबंधन प्राप्त हो चुका है। इन तीनों महाविद्यालयों का नाम छात्रों को आनलाइन आवेदन के समय महाविद्यालय सूची में नहीं डाला गया था जिसके कारण इन महाविद्यालयों को छात्रों ने विकल्प में नहीं चुना है। यह निर्णय लिया गया कि वेबसाइट पर इन तीनों महाविद्यालयों का नाम डाल दिया जाए और छात्रों को छूट दी जाए कि जो छात्र ऑनलाइन अप्लाई किए हैं वह यदि इन महाविद्यालयों में नामांकन लेने के लिए इच्छुक है च्वाईस नहीं दिया है तो इन तीनों महाविद्यालयों में जाकर नामांकन ले सकते हैं । स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर 2019-21 में नामांकन हेतु तैयार दोनों मेधा सूची पीईटी रहित व पीईटी सहित को भी अनुमोदित किया गया। निर्णय हुआ कि स्नातकोत्तर 2019-21में नामांकन हेतु जिन विषयों में पीईटी नहीं ली गई थी उनके काउंसलिंग निर्धारित समय, तिथि के अनुसार किया जाए क्योंकि उनके काउंसलिंग के लिए छात्रों को मैसेज प्राप्त हो चुके है ।जिन विषयों में पीईटी के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाया गया है उन विषयों के संबंध में निर्णय हुआ की उनके काउंसलिंग की तिथि बाद में तय की जाएगी। स्नातकोत्तर संगीत नाट्य शास्त्र विभाग एवं गृह विज्ञान विभाग में 22 जुलाई, 2019 से नामांकन लिये जाने का निर्णय लिया गया। पीएचडी में नामांकन हेतु पीएटी 2019 के आयोजन को समिति द्वारा हरी झंडी दी गई। बैठक में प्रति कुलपति प्रोफ़ेसर जय गोपाल, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, सभी संकायाध्यक्ष, विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों के सभी विभागाध्यक्ष एवं सीसीडीसी उपस्थित थे। विकास पदाधिकारी डॉक्टर के के साहू के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक की कार्यवाही समाप्त की गई।
वैश्वीकरण के संदर्भ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक चुनौती विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा होने वाली वैश्वीकरण के संदर्भ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक चुनौती विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार को लेकर तैयारी जोर शोर से चल रही है। सेमिनार में 10 तकनीकी सत्र आयोजित होंगे सेमिनार के तकनीकी सत्र को लेकर विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार चौधरी की अध्यक्षता मैं तकनीकी सत्र की बैठक हुई। तकनीकी सत्र कमिटी के बैठक में संयोजक डॉ. सुजीत कुमार द्विवेदी ने सेमिनार के विषय मे बताया की उद्धघाटन तथा समापन सत्र को छोड़कर 19 तकनीकी सत्र का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के जाने-माने शिक्षा शास्त्री भाग लेने की अपनी स्वीकृति प्रदान की है। तकनीकी सत्र एमबीए के सभागार, वनस्पति विज्ञान के सभागार, महात्मा गांधी सदन के सभागार, जुबली तथा केएसडीएसयू, दरबार हॉल में आयोजित होगा। सेमिनार में केंद्र सरकार के प्रशासनिक प्रस्तावित नई शिक्षा नीति पर एक व्याख्यानमाला भी आयोजित होगी। सेमिनार में आलेख हिंदी अंग्रेजी तथा मैथिली भाषा में आमंत्रित था, लेकिन आलेख सिर्फ हिंदी एवं अंग्रेजी में प्राप्त हुए। अभी तक कुल 83 आलेख अंग्रेजी भाषा में एवं 141 हिंदी भाषा में आलेख प्राप्त हुआ है। आलेखों को प्रस्तुतीकरण आठ तकनीकी सत्रों में होगा। तकनीकी सत्र में एक अध्यक्ष, एक मोटिवेटर, एक रिपोर्टियर तथा तीन समन्यवक रहेंगे जो तकनीकी सत्र को समुचित ढंग से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उद्घाटन सांसद आरसीपी सिंह करेंगे वही विशिष्ट अतिथि राज्यपाल के सलाहकार प्रो. आरसी सोबती होंगे। समापन सत्र में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने भी भाग लेने की अपनी सहमति प्रदान की है। इस सेमिनार में बिहार, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा अरुणाचल प्रदेश के विद्वान भाग लेंगे। इसके अलावा सहमती देने वालो में महात्मा ज्योतिबा फूले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली (उत्तरप्रदेश) के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला, आडम विश्वविद्यालय कोलकाता के कुलपति माननीय मीता बनर्जी, एस. सीईआरटी. अरुणाचल प्रदेश के सहायक निदेशक डा. शिव शंकर सिंह ठाकुर, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष प्रो. पीएन सिंह, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आरपी शुक्ला, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ बनारस के प्राध्यापक प्रो. गोपाल नायक, डा. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय रिहेबिलीटेसन संकाय अध्यक्ष प्रो.रजनी रंजन सिंह, वी. एचयू के प्रो. पीएस राम, पटना विश्वविद्यालय के सेवानिवृत प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. रामजी प्रसाद सिंह, वीवी. अम्बेडकर विश्वविद्यालय के संकाय अध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार झा, शामिल होंगे।
मुरारी ठाकुर