मंत्री का दावा, तेज को हटाना चाहते हैं तेजस्वी, तेज कर रहें ‘गुप्त तैयारी’
पटना : लोकसभा चुनाव के बाद से बिहार में सब कुछ अच्छा नहीं हो रहा है। सबसे पहले चमकी का प्रकोप। फिर सूखे की आशंका और अब बाढ़ का रौद्र रूप। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाढ़ से अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग बेघर हुए हैं। करोड़ों का नुकसान हुआ है। सरकार अपनी तरफ से इसको लेकर अपना पक्ष रख रही है। लेकिन, इस चीज को सुनने और जवाब देने के लिए सदन में नेता प्रतिपक्ष गायब हैं, जिसे लेकर उनके तमाम विरोधी उन पर हमलावर बनी हुई है।
भाजपा नेता और बिहार सरकार में श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह बिहार का दुर्भाग्य है कि तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्होंने आगे कहा कि नेता प्रतिपक्ष का काम होता है सरकार को आईना दिखाना। सरकार को सजग करना और सही पथ पर चलने का माध्यम बनना। लेकिन, विपदा की इस घड़ी में उनका गायब रहना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। सिन्हा ने आगे कहा कि राजद में उनके सूत्रों के अनुसार तेजस्वी यादव ने अपने परिवार के समक्ष तेज प्रताप यादव को पार्टी से बाहर निकालने का प्रस्ताव रख दिया है। यानि जब तक उनको पार्टी से बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक तेजस्वी कोई भी राजनीतिक गतिविधि में शामिल नहीं होंगे।
पार्टी सूत्रों की मानें, तो जब से राजद ने तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार घोषित किया है, तब से तेज प्रताप यादव अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, जिसके कारण तेज प्रताप यादव ने सभी जिले से कार्यकर्ताओं को बुलाकर गुप्त बैठक करना शुरू कर दिया है, जिससे यह प्रतीत होता है कि अगले वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेंगे। सत्ता के लालच में तेजप्रताप अपने भाई के विरोधी बनने को आतुर दिख रहे हैं। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले राजद ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तेजस्वी यादव को अपना सीएम उम्मीदवार बनाया और स्पष्ट कहा कि अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही राजद चुनाव लड़ेगी।
(राहुल कुमार)