9 जुलाई : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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बीआरए विश्वविद्यालय हिंदी विभागाध्यक्ष का ब्रिटेन में हुआ व्याख्यान

दरभंगा : विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय,  मुजफ्फरपुर की हिन्दी विभागाध्यक्षा प्रो पूनम सिन्हा का ब्रिटेन में हिन्दी लेखन विषय पर विशेष व्याख्यान हुआ। विदित हो कि प्रो सिन्हा हाल में ही ब्रिटेन की साहित्यिक सांस्कृतिक यात्रा से वापस आई है।

प्रो सिन्हा ने कहा कि ब्रिटेन के हिन्दी सेवी भारतीय संस्कृति से गहरे स्तरों पर जुड़े हुए हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि हम हिन्दी की रोटी खाने वालों की तुलना में प्रवासी हिन्दी सेवी हिन्दी के विकास के प्रति ज्यादा गंभीर हैं। प्रो सिन्हा ने ब्रिटेन की उषाराज सक्सेना, पद्मेश गुप्त, सुलेखा चोफ्ता, शिखा वार्ष्णेय आदि के कर्तृत्व एवं सानिध्य व सहवास के सुखद अनुभवों से शिक्षकों व छात्र छात्राओं को अवगत कराया। इस अवसर पर प्रो पूनम सिन्हा का स्वागत करते हुए हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो चन्द्रभानु प्रसाद सिंह ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग प्रवासी हिन्दी लेखन के प्रति गंभीर व जिज्ञासु है। उसी कड़ी में प्रो सिन्हा का यह व्याख्यान आयोजित है। विशेष व्याख्यान में प्रो विजय कुमार, प्रो उमेश कुमार, डॉ  आनंद प्रकाश गुप्ता समेत बड़ी संख्या मे शोधार्थी गण उपस्थित थे।

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राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनाया गया एबीवीपी का स्थापना दिवस

दरभंगा : मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस समारोह को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनाया गया, जिसके अंतर्गत दरभंगा के एमएलएसएम महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया एवं बैच वितरण किया गया।

उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य विद्यानंद झा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विगत कई वर्षों से छात्र/छात्राओं के हितों को ध्यान में रखकर काम करने वाली देश की अग्रणी छात्र संगठन है। वहीं महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष मिश्रा व परिषद सदस्य चैतन्य झा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्थापना 9 जुलाई 1949 को राष्ट्र के युवाओं को संगठित कर उनके दिलों में राष्ट्रवाद का अलख जलाने हेतु तथा भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने के उद्देश्य से किया गया था, पिछले 70 सालों से विद्यार्थी परिषद छात्रहित एवं राष्ट्रहित के लिए संघर्ष करती आ रही है और आगे भी इसी तरह छात्रों की आवाज बुलंद करेगी।

मौके पर महाविद्यालय के IQAC कॉर्डिनेटर मो. शौकत अंसारी, भूतपूर्व बड़ा बाबू गणेशानंद झा, छात्रसंघ परिषद सदस्य ऋचा कुमारी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एमएलएसएम इकाई के अध्यक्ष चैतन्य झा, उपाध्यक्ष शुभम चौधरी, संतोष झा, मिथिलेश, अरबाज़, शिवम, सुमन, केशव आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

एबीवीपी के स्थापना दिवस पर निकली प्रभात फेरी

दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् स्थापना दिवस व 9 जुलाई को राष्ट्रीय छात्र दिवस के अवसर पर दरभंगा नगर इकाई द्वारा प्रभात फेरी स्थानीय मिश्रटोला कार्यालय से कर्पूरी चौक तक निकाली गई, ततपश्चात मिश्रटोला स्थित कार्यालय से झंडोतोलन किया गया। एवं सभी महाविद्यालय मे छात्रो एवं शिक्षक को छात्र दिवस का बैच वितरण किया गया।

इस अवसर पर अभाविप जिला प्रमुख डॉ विनोदानंद झा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 70 वर्षों तक की इस यात्रा को पिछले 20 वर्षों में सक्रिय रूप से जाना और ‘देश के लिए एक आंदोलन’ का अर्थ भी जाना। सामान्य से विद्यार्थी को कुछ कार्यक्रमों के माध्यम से देश के प्रति भावनात्मक रूप से तैयार कर कब उसको प्रतिभानुसार मंच दे दिया जाता है विद्यार्थी परिषद् में-ये पता भी नहीं चलता। समय के चक्र के साथ ये समय कैसे बीता-एहसास भी नहीं हुआ-हर व्यक्ति के जीवन में एक समय स्वर्णिम होता है। शायद मैंने भी यही समय विद्यार्थी परिषद् के कारण जिया है। बहुत कुछ सीखा, बहुत लोगों से परिचय हुआ-बहुत से दोस्त दिए, भाई दिए और परिवार जैसे आपसे रिश्ते दिए। जीवन के अध्याय के पन्ने पलट रहे है और आगे भी परिवर्तन आएगा मगर परिषद् से जुड़ी यादे हरदम जहन में रहेगी। परिषद् नहीं होती तो शायद बहुत कुछ चीज़ें ज़िंदगी से अछूती ही रह जाती। आंदोलन, कार्यक्रमों के अलावा भी बहुत सी चीजें ऐसी है, जो जिंदगी को विस्तृत बना देती है।

वहीं इस जिला संयोजक सुरज मिश्रा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक सूरज मिश्रा ने 7 दशक के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के गौरवशाली यात्रा का विस्तार से चर्चा किये, उन्होंने कहा कि परिषद न केवल हमे राष्ट्र व समाज के लिए जीने का कला का ज्ञान दिया, परिषद ने संघर्ष करना व संघर्ष के दिनों में जीवन जीने का कला दिया, 70 वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्थापना व राष्ट्रीय छात्र दिवस पर सभी छात्र बंधु को शुभकामनाएं दी।

वहीं इस अवसर पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुमित सिंह ने कहा कि जीवन के ऐसे कई अनछुए पहलू व जीवन समाज व राष्ट्र के लिए कैसे जीना है यह सिखाये, परिषद् की पहचान हमारे कारण नहीं है-हमारी पहचान परिषद् के कारण बनी है। 70 सालों में लाखों कार्यकर्ताओं ने काम किया और आने वाले समय में ये कार्य अनवरत विस्तारित होगा , मगर मुझे गर्व है कि मेरे जैसा अकिंचन भी इस गौरवमयी यात्रा का हिस्सा बना। ऐसी राष्ट्रवाद की यात्रा,जिसने अनेक पौधों को राष्ट्रनिर्माण के लिए पल्लवित किया – उसके 70 वर्ष की गौरवशाली यात्रा के पूरे होने पर समस्त छात्र बंधु को हार्दिक बधाई,शुभकामनाएं।

वही इस अवसर पर दरभंगा, मधुबनी के विभाग संगठन मंत्री श्री हेमंत मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय छात्र दिवस पर समस्त छात्रों को शुभकामनाएं देता हूँ, साथ ही अभाविप के स्थापना दिवस के गौरवपूर्ण 7 दशक के गौरवशाली यात्रा  को याद करते हुए कहा कि स्थापना काल से अभाविप राष्ट्र निर्माण में छात्रों के साथ लगा रहा, समाज मे जब भी गंदगी फैलाने का कार्य किया गया तब अभाविप के कार्यकर्ताओं ने इसका बिरोध किया, छात्र के साथ राष्ट्र निर्माण में अभाविप के कार्यकर्ता सदैव समर्पित है।

 

वही नगर मंत्री मणि कांत ठाकुर एवं आदित्य कुमार झा ने कहा कि हमारे लिए हर्ष का विषय है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्थापना दिवस एवं राष्ट्रीय छात्र दिवस 9 जुलाई को है, इस अवसर पर हम संगठन के मूल मंत्र को चरितार्थ करते हुए सदैव छात्र एवं राष्ट्र हित मे कार्य करने का संकल्प लेते है।

वही इस अवसर पर एम आर एम महाविद्यालय मे नगर छात्रा प्रमुख पूजा झा के नेतृत्व मे महाविद्यालय मे छात्राओ को बैंच लगाकर स्थापना दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम मे प्रीति कुमारी, काजोल कुमारी, कमला कुमारी, स्नेहा सिंह, सोनी कुमारी, पूजा कुमारी, इत्यादि।

वही मारवाड़ी महाविद्यालय मे अभिषेक कुंदन, मुकेश कुमार झा, मोनू कुमार, रोहित कुमार, कुवर सिंह महाविद्यालय मे आशुतोष कुमार गौरव,आशीष मिश्रा, विकास कुमार, M.L.S.M Collage मे चैतन्या झा,महाविद्यालय अध्यक्ष आशीष झा , सी एम विधि महाविद्यालय राकेश कुमार के नेतृत्व में कार्यक्रम किया गया, जिसमे आर्यन कुमार, बिकास कुमार, मिथिलेश कुमार, नवनीत कुमार, अंजलि कुमारी।

बुधवार को ग्रुप बी व सी में होगा मुकाबला

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर खेल एवं क्रीड़ा विभाग द्वारा पहली बार शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मियों का नागेंद्र झा मैदान में अंतर विभागीय फुटबॉल टूर्नामेंट 01 जुलाई, 2019 से प्रारंभ है। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों/संस्थानो से कुल चार टीमें भाग ले रही है। लीग माध्यम से खेले जा रहे मैच के आज पांचवें दिन विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय शेष टीम (डी) के साथ विश्वविद्यालय भवन (ए) बीच अपराह्न 5:00 बजे से प्रारंभ हुआ। एक घंटे के संघर्षपूर्ण मैच में डी ग्रुप जो कि अब तक दो मैच जीतकर अंक के आधार पर सबसे आगे रही है उसे टीम ए के द्वारा संघर्षपूर्ण मैच में बिना गोल के बराबरी पर रोक दिया गया। ग्रुप डी को गोल करने का कई बार मौका मिला परंतु स्टार खिलाड़ी रहने के बावजूद किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।

मैच के आरंभ से ही दोनों टीमों ने आक्रमक तरीके से खेलना प्रारंभ किया। मंगलवार को अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कार्यपालक अभियंता सोहन चौधरी थे। उन्होंने खिलाड़ियों के बीच टॉस किया एवं संघर्षपूर्ण मैच का आनंद भी लिया। टॉस ए टीम ने जीता एवं अपने कमज़ोर टीम के बदौलत शानदार खेल का प्रदर्शन भी किया। 8 जुलाई 2019 तक नागेन्द्र झा मैदान में चलने वाले इस टूर्नामेंट में कल का मैच ग्रुप बी एवं सी बीच होगा। आज मैच में रेफ़री अनिमेष कुमार के द्वारा ए के खिलाड़ी शमीर एवं दिलशेर आलम को पीला कार्ड दिखाया गया।

संरक्षित पांडुलिपि हस्तानांतरण समारोह हुआ आयोजन

दरभंगा : महराजा कामेश्वर सिंह सामाजिक विज्ञान संस्थान एवं शोध पुस्तकालय, लनामिवि, दरभंगा में आयोजित ‘ संरक्षित पांडुलिपि हस्तानांतरण समारोह’  में राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के तहत स्थापित पांडुलिपि संरक्षण प्रयोगशाला में संरक्षित पांडुलिपि प्रदाता संस्थान लक्ष्मिश्वर सार्वजनिक पुस्तकालय, लालबाग, दरभंगा के पदाधिकारी सह संकायाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान प्रो० अनिल कुमार झा को समारोह की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो० सुरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा सौंपा गया। प्रो० झा ने पांडुलिपि संरक्षित रूप में पाकर अति प्रसन्नता एवं विश्वविद्यालय के प्रति कृतज्ञता जाहिर की। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रतिकुलपति प्रो० जयगोपाल ने कार्य पर संतोष व्यक्त किया तथा कहा कि विश्वविद्यालय के अंदर संसाधन विकसित कर व्यापक पैमाने पर इसे किए जाने की जरूरत है जो किसी बाहरी एजेंसी के द्वारा नहीं किया जा सकता। कार्य की गुणवत्ता देखकर उन्होंने यह प्रतिक्रिया जाहिर की। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो० भावेश्वर सिंह ने विषय प्रवेश एवम् मंच संचालन किया। संरक्षण के व्यावहारिक एवम् तकनीकी पक्ष को पॉवर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से परियोजना तकनीकी सहायक सह पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ० संतोष कुमार झा ने रखा।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो० सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि ज्ञान प्राप्ति से महत्वपूर्ण ज्ञान संरक्षण है। इसे मिथिलांचल के फलक पर व्यापक रूप से पूरा किए जाने की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने संरक्षण के मानक रूप में किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का आरंभ किया गया यह छोटा प्रयास इस कार्य को बहुत आगे तक ले जाएगा। साथ ही इस कार्य में लगे सभी लोगों को उन्होंने हृदय से साधुवाद दिया। धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी कुलसचिव डॉ० अखिलेश प्रसाद सिंह ने किया। इस अवसर पर संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो शीला, संकायाध्यक्ष मानविकी प्रो मनोज झा, मैथिली के वरीय प्राचार्य प्रो रमन झा, विकास पदाधिकारी डॉ केके साहू, उपकुलसचिव प्रथम डॉ राजीव कुमार, एनएसएस पदाधिकारी डॉ बैठाजी ने अपनी सहभागिता दी।

फुटबाल टूर्नामेंट में ग्रुप सी ने बी को 2-1 से हराया

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर खेल एवं क्रीड़ा विभाग द्वारा पहली बार शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मियों का नागेंद्र झा मैदान में अंतर विभागीय फुटबॉल टूर्नामेंट ले आज छठे दिन दूरस्थ शिक्षा निदेशालय ग्रुप (सी) एवं प्रशासनिक भवन द्वितीय (बी) के बीच अपराह्न 5:00 बजे से मैच खेला गया। एक घंटे के संघर्षपूर्ण मैच में सी ग्रुप जो कि अब तक दो मैच हार चुकी थी आज मात्र नौ खिलाड़ियों के बदौलत बी टीम को 2-1 से शिकस्त दी। सी टीम के खिलाड़ी जयशंकर चौधरी द्वारा हैंड बॉल हो जाने के कारण ग्रुप बी टीम एक गोल से बढ़त बना लिया। जिसे मैच के दूसरी पारी में संतोष कुमार द्वारा सी टीम को बराबरी पर ला दिया। शानदार प्रदर्शन करते हुए संतोष कुमार ने पाँच खिलाड़ियों को छकाते हुए मैच खत्म होने से 2 मिनट पहले अपनी टीम को 2-1 बढ़त दिला दिया। जहां टीम बी में 11 खिलाड़ी थे वही टीम सी को मात्र नौ खिलाड़ियों के साथ ही भीगे हुए मैदान में संघर्षपूर्ण मैच खेलना पड़ा। दोनों टीम के खिलाड़ियो को कई बार गोल करने का मौका मिला परंतु किस्मत ने अंततोगत्वा सी टीम का साथ दिया।

मैच के आरंभ से ही दोनों टीमों ने आक्रमक तरीके से खेलना प्रारंभ किया। आज के अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के खेलपदाधिकारी डॉ. अजय नाथ झा एवं दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के उप-निदेशक डॉ. विजय कुमार ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।

कुलपति नैक की अपील समिति के अध्यक्ष हुए मनोनीत

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) की अपील समिति के अध्यक्ष मनोनीत किये गये हैं। नैक कार्यकारिणी के अध्यक्ष प्रो विरेन्द्र एस चौहान ने कुलपति प्रो सिंह को अगले दो वर्षों के लिए अध्यक्ष नामित करते हुए मद्रास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पी दुरैस्वामी, पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आरके कोहली, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के डॉ राम सिंह, माउंट कार्मेल की प्रधानाचार्या डॉ  अर्पणा एवं नैक की सलाहकार डॉ के रामा को अपील समिति का सदस्य मनोनीत किया है। इस संदर्भ में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् के निदेशक प्रो एससी शर्मा का पत्र कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह को प्राप्त हुआ है। विदित हो कि नैक में यह कमिटी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। नैक मूल्यांकन से असंतुष्ट संस्थायें इस कमिटी में अपील करती हैं। विश्वविद्यालय के इतिहास में कुलपति को अखिल भारतीय कमिटी के अध्यक्ष पद पर पहली बार नामित किया गया है। यह समाचार मालूम होते ही विश्वविद्यालय में हर्ष का वातावरण छा गया। प्रति कुलपति डॉ जय गोपाल, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, अध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो चन्द्रभानु प्रसाद सिंह, आई क्यू ए सी समन्वयक डॉ बीबी एल दास ने कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह को बधाई देते हुए इसे विश्वविद्यालय की एक अनुपम उपलब्धि कहा है।

मुरारी ठाकुर

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