नयी दिल्ली : मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार से बच्चों के बचाव के लिए उत्तर बिहार के सभी सांसद अपनी निधि देंगे। इस बारे मे सांसद अजय निषाद ने बताया कि दिल्ली में प्रधानमंत्री की ओर से सांसदों के सम्मान में दिए गए भोज के दौरान सांसदों के बीच यह चर्चा हुई कि बच्चों के बचाव के लिए सांसद निधि अस्पतालों को दी जाएगी।
भाजपा के सभी 17 सांसद PICU निर्माण के लिए देंगे 25—25 लाख
गृह राज्यमंत्री और उजियारपुर से सांसद नित्यानंद राय ने समस्तीपुर सदर अस्पताल में PICU के निर्माण के लिए 25 लाख की राशि अपने MPLAD फंड से निर्गत की है। साथ ही केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने ऐलान किया कि भाजपा के सभी 17 सांसद अपने जिलों में PICU का निर्माण करायेंगे तथा सभी 17 भाजपा सांसद MPLAD फंड से 25लाख की राशि निर्गत करेंगे। श्री नित्यानंद राय ने 19 जून को ही 25 लाख की राशि निर्गत कर दी। इससे समस्तीपुर सदर अस्पताल में PICU का निर्माण किया जाएगा। श्री राय ने कहा कि AES को लेकर केंद्र व राज्य सरकार गंभीर है। इस बीमारी को रोकने के लिए सभी जरुरी कदम उठाये जा रहे हैं। हम सब बहुत दुखी है और बच्चों व उनके परिजनों के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस बीमारी को रोकने के लिए सभी सांसद अपने क्षेत्रों में सक्रीय रहेंगे।
इधर मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने बताया कि गृह राज्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय, बेतिया पश्चिम चंपारण के सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल व अन्य सांसदों ने यह तय किया कि अपने सांसद निधि से 25 लाख रुपए की मदद दी जाएगी।
सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल को उत्तर बिहार के दूसरे सांसदों से इस संबंध में समन्वय बनाने की जवाबदेही दी गई है। सांसद निषाद ने बताया कि बच्चों को होने वाली बीमारी मुजफ्फरपुर के साथ बगल के दूसरे जिलों वैशाली, पूर्वी चंपारण में भी फैल रही है। इसलिए बच्चों को बचाने के लिए सभी लोग अपनी सांसद निधि देंगे। अस्पताल सांसद निधि से बच्चों के बेहतर इलाज के लिए जरूरी संसाधन व दवा का इंतजाम करंगे। लगातार हो रही मौतों को दुखद बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत सरकार और बिहार सरकार इस बीमारी को लेकर काफी गंभीर है। केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन, अश्विनी चौबे, Nityanand Rai और खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एसकेएमसीएच का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा ले चुके हैं। सांसद संजय जायसवाल और अजय निषाद भी लगातार एसकेएमसीएच का दौरा कर रहे हैं। जिला प्रशासन से भी ये सांसद लगातार संपर्क में हैं और बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। उत्तर बिहार के सांसदों ने परिजनों से अपील किया कि वह अपने बच्चों को रात में खाली पेट में ना सोने दें। यदि बच्चों को बुखार हो तो सीधे अस्पताल में ले जायें। ओझा गुनी के चक्कर में नहीं पड़ें। जितना जल्दी अस्पताल जाएंगे बच्चा उतना जल्दी स्वस्थ होगा। इस बीमारी के स्थाई निदान व शोध के लिए खुद प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखे हैं। आने वाले दिनों में उम्मीद है कि इस बीमारी के निदान का रास्ता अवश्य निकलेगा। इस मामले पर सरकार गंभीर है कहीं से किसी भी तरह की कमी नहीं की जा रही है।