हीट Wave का कहर जारी, युवती की मौत, कई भरती

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नवादा : सदर अस्पताल नवादा में सोमवार की रात करीब 9 बजे एक 22 साल की लड़की सिंपल कुमारी ने लू लगने के बाद दम तोड़ दिया। काशीचक प्रखंड अंतर्गत नीमचक गांव निवासी शिव बालक प्रसाद ने बताया कि उसकी बेटी को कल से तेज बुखार रह रहा था। शरीर में कपकपी हो रही थी। आज उसे अस्पताल लाया गया। इसी बीच उसके नाक और मुंह से ब्लीडिंग हुई। थोड़े ही देर के बाद उस लड़की ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद लड़की के पिता काफी मर्माहत दिखे। जिले में लू से बीमार होने व मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

जिले में नहीं थम रहा लू से मौतों का सिलसिला

नवादा : जिले में प्रचंड गर्मी ने हाहाकार मचा दिया है। लू से लोगों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन दिनों में मृतकों की संख्या 42 पहुंच गई है। वहीं इस बीमारी से सौ से अधिक लोग अभी भी पीड़ित हैं, जिनका इलाज नवादा के सदर अस्पताल, नालंदा जिले के पावापुरी मेडिकल कॉलेज और पीएमसीएच पटना में चल रहा है। साथ ही कई साधन-संपन्न लोग अपने-अपने घरों में निजी क्लीनिक के डॉक्टरों से संपर्क कर अपना इलाज करवा रहे हैं। कहर बरपा रही इस गर्मी में लगातार हो रही मौत के बाद लोग दहशतजतदा हैं। लोगों के जेहन में खौफ समा गया है। इधर, जिला प्रशासन ने तीन दिनों में 14 लोगों के ही मरने की आधिकारिक पुष्टि की है। सोमवार को भी सदर अस्पताल में एक मरीज नारदीगंज के गोतरायण गांव निवासी चंद्रिका पांडेय की मौत हुई। वहीं रविवार की देर रात जमुई जिले के आढ़ा गांव निवासी मो. जमाल अख्तर, नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के जसौली गांव निवासी लक्ष्मी नारायण साव की मौत हुई। इस प्रकार सरकारी आंकड़े के अनुसार, 15 जून को 5, 16 जून को 8 और 17 जून को 01 मरीज की मौत लू लगने से हुई है। वहीं कुछ मरीजों की मौत पावापुरी मेडिकल कॉलेज जाने के क्रम में भी हुई है, लेकिन उनका नाम आधिकारिक आंकड़े में दर्ज नहीं हो सका है। मृतकों में अधिकांशत: बुजुर्ग हैं।

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रात बीतते ही मरीजों की संख्या में इजाफा

रविवार की शाम पांच बजे से मरीजों के सदर अस्पताल पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे मरीजों की संख्या बढ़ती चली गई। जिसके चलते अफरातफरी मच गई। आलम यह था कि रात 10 बजे तक अस्पताल के सभी बेड मरीजों से भर चुके थे और प्राइवेट अस्पताल से बेड मंगाना पड़ा। इतना ही नहीं नशा मुक्ति केंद्र में कई मरीजों को शिफ्ट किए जाने के बाद जगह कम पड़ गई और ओपीडी में जहां चिकित्सक बैठकर प्रतिदिन मरीजों का इलाज करते हैं, वहां बेड लगाना पड़ गया। रात में अतिरिक्त कूलर की भी व्यवस्था करनी पड़ी।

रैन बसेरा में मरीजों को भर्ती करने की हुई व्यवस्था

मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के चलते उन्हें भर्ती करने में परेशानी सामने आने लगी है। नशा मुक्ति केंद्र और ओपीडी के चिकित्सक कक्ष के बाद अब सदर अस्पताल परिसर स्थित रैन बसेरा में भी मरीजों को शिफ्ट करने की व्यवस्था की गई है। सिविल सर्जन डॉ. श्रीनाथ प्रसाद ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अस्पताल परिसर स्थित नगर परिषद के रैन बसेरा को फिलहाल उपलब्ध कराया गया है। संख्या बढ़ने के बाद रैन बसेरा के ग्राउंड फ्लोर में भी मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा।

मरीजों की मदद को आगे आ रहे समाजसेवी

सदर अस्पताल में इलाजरत मरीजों व उनके परिजनों की मदद के लिए कई समाजसेवी आगे आ रहे हैं। जिला व पुलिस प्रशासन की पहल पर अलग-अलग संगठनों के कार्यकर्ता दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। कोई नींबू-पानी पिला रहे हैं तो कोई बोतलबंद और कोई जार का पानी। कोई मरीजों के लिए बर्फ की सिल्ली उपलब्ध करा रहे हैं तो कोई मरीजों को इलाज कराने में मदद पहुंचा रहे हैं। ऐसे युवा व समाजसेवी लोगों को मदद कर मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। जिसकी चहुंओर तारीफ की जा रही है।

शहर में लगातार कराई जा रही माइकिग

लू से बचाव के लिए शहर में लगातार माइकिग कराई जा रही है। सूचना जनसंपर्क विभाग की ओर से ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जा रहा है और प्रशासनिक निर्देशों की जानकारी दी जा रही है। इसके माध्यम से लोगों से अपील की जा रही है कि बेवजह धूप में बाहर नहीं निकलें। घर में ही रहें।

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