नवादा : आमजन अनेक बार किस तरह से अफवाहों के चक्कर में फंसकर अपना रुपया और समय दोनों गंवाते हैं, इसकी बानगी इन दिनों नवादा के प्रधान डाकघर में देखी जा सकती है। बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना में दो लाख रुपये बैंक खाते में आ जाएंगे, इस उम्मीद में हजारों लोग फार्म जमा करने को रोज यहां पहुंच रहे हैं। लाभ लेने के लिए सभी आतुर दिख रहे हैं। शुक्रवार को डाकघर में फार्म जमा करने को लगी लोगों की कतार से हर तरफ अफरातफरी का आलम सुबह से शाम तक रहा। किशोर उम्र से लेकर, बुजुर्ग, युवा, महिलाएं सभी अपने-अपने परिवार और खुद का फार्म जमा करने के लिए पहुंचे थे।
क्या है मामला
दरअसल नवादा में पिछले कुछ दिनों से यह अफवाह फैला हुआ है कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना में मुफ्त में बेटियों को 2 लाख रुपये मिलेंगे। देखते ही देखते आम लोग अफवाह का शिकार होते चले गए। शुक्रवार को तो स्थिति ऐसी थी कि डाकघर में पैर रखने तक की जगह नहीं बची। डाकघर का हरेक काउंटर आवेदन फार्म भरकर उसे पोस्ट करने के लिए पहुंचे लोगों से भरा हुआ था। हरेक के हाथ में एक या दो आवेदन जरूर थे। कई लोग तो ऐसे भी दिखे जो पांच से छह आवेदन एक साथ लेकर कतार में लगे थे। इस तथाकथित योजना का लाभ लेने में ज्यादातर रोह, कौआकोल, पकरीबरावां व छिटपुट नवादा ग्रामीण की महिलाएं व पुरुष ही कतार में लगे दिखे।
गोतनी ने भर दिया फार्म, मैं क्यों पीछे रहूं
नवादा नगर की गढ़ निवासी दिव्यांग रूबी कुमारी भी फॉर्म भरने आई थी। उससे जब पूछा गया तो बताया कि पड़ोसियों से जानकारी मिली। इसलिए वह भी पहुंची है। गोनावां की जयमंती कुमारी, कोनिया पर की राधा देवी, पटवासराय की राजमंती देवी, रोह की पारो देवी, सुनैना देवी, कौआकोल की सुनैना कुमारी, पार्वती कुमारी, रोह बाजार के अर्जुन कुमार, महेश कुमार, नवादा बाजार के सोहन कुमार आदि ने बताया कि उसने 2 लाख रुपये का लाभ मिलने की बात बस एक दूसरे से सुनी है। कहीं इसका विज्ञापन या अधिकारिक जानकारी नहीं है। हैरानी की बात यह थी कि इतना कुछ जानते हुए भी लोग अपनी कतार से निकलना नहीं चाह रहे थे। एक महिला जो अपने नन्हें से बच्चे को गोद में लेकर आई थी उसका कहना था कि चूंकि सब कोई फार्म भर रहा है तो वह क्यों चूके। भले ही उसका 100 से 150 रुपया बर्बाद हो जाए। वह फार्म भरकर ही घर जाएगी। कई महिलाओं ने कहा कि उसकी गोतनी ने फार्म भर दिया है वह क्यों चुकेगी। कई कुंवारी लड़कियों ने कहा कि उसकी भाभी ने कहा है कि फार्म सही है। भरने के बाद एकाउंट में रुपये आएंगे हीं।
ना गर्मी की परवाह, न ठगे जाने की चिता
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नाम पर मुफ्त में 2 लाख रुपये बेटियों को मिल जाएंगे इसे लेकर ना गर्मी का परवाह किसी को है और ना ही ठगे जाने की चिता। बस किसी तरह से उनका फार्म जमा हो जाना चाहिए। डाक विभाग के काउंटर पर लोगों का आवेदन ले रहे कर्मी भी परेशान हैं। इनका कहना है कि वे क्या कर सकते हैं। नियमानुसार जो कोई भी स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री या विभाग से संबंधित अन्य काम के लिए आएगा उनका काम करना ड्यूटी है। इस भीड़ के बीच काउंटर के कर्मी भी परेशान हैं।
समझाने पर भी नहीं मान रही महिलाएं
कुछ पढ़े-लिखे लोग व मीडिया कर्मी जब ग्रामीण महिलाओं को योजना के बारे में समझा रहे थे तो अनेक महिलाएं व लड़कियां यह तर्क दे रही थीं कि यदि यह सब गलत है तो डाक विभाग उनका आवेदन क्यों ले रहा है। कार्यालय को बंद क्यों नहीं कर दिया जा रहा है। इसपर एक भाई साहब ने समझाया कि डाकघर सिर्फ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के लिए ही नहीं खुला हुआ है। अन्य कार्य भी यहां निपटाए जाते हैं। लेकिन यह सब समझाने का भी इन कम पढ़ी लिखी महिलाओं पर कोई असर नहीं हो रहा था। सबको रुपया मिलने की उम्मीद है।
फार्म ही कर रहा कनफ्यूज
जिस फार्म को भरकर ज्यादातर महिलाएं व पुरुष डाकघर पहुंच रहे हैं उनके आवेदन फार्मेंट ही एक नजर में कनफ्यूजन पैदा करता है। एक पन्ना के आवेदन में लाभुक बेटी की आयु सीमा 8 से 32 साल बताई गई है, जो समझ से परे है। उसके बाद इस आवेदन के नीचले हिस्से में ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर व मुहर लगाने की बात कही गई है। जानकार लोग बताते हैं कि यह पूरा आवेदन यूपी से वायरल हुआ है। जो धीरे-धीरे बिहार की नवादा तक पहुंच गया। इस आवेदन के अंतिम में लिखा हुआ है कि इस योजना की शुरूआत हुई है। 12 करोड़ की शुरूआती राशि के साथ यह योजना देश के 120 जिलों में की गई है। योजना गांव तथा शहरी क्षेत्र के लिए है। इससे सभी बेटी के लिए दो लाख धन राशि दी जाएगी। 120 जिले व 2 लाख रुपये देने की बात पूरी तरह से बेमानी दिखती है। फार्म भेजने का पता भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय एवं बाल विकास मंत्रालय नई दिल्ली लिखा हुआ है। आवेदन फार्म जमा करने लोग सीधा दिल्ली आवेदन को पोस्ट कर रहे हैं।
पुलिस व गार्ड को करनी पड़ रही कड़ी मशक्कत
मुख्य डाकघर में आवेदन जमा करने के बीच कई बार हो-हल्ला होता रहा। इस बीच कार्यालय के सभी 10 गार्ड काफी मशक्कत करते हुए दिखे। उमस भरी गर्मी के बीच सभी कर्मी व आम लोग परेशान थे। इस बीच सदर एसडीपीओ विजय कुमार झा भी दल-बल के साथ पहुंचे। उन्होंने मामले में डाक अधीक्षक से बातचीत की। इसके बाद वे भीड़ को देखने—संभालने के लिए चले गए।
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रधान डाकघर नवादा के डाकपाल विनोद कुमार ने कहा कि मेरे कार्यालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से संबंधित किसी भी तरह की योजना में रुपये मिलने की जानकारी नहीं दी गई है। बावजूद बड़ी संख्या में लोग फार्म भरकर जमा कर रहे हैं। वे किसी को भी फार्म पोस्ट करने से मना नहीं कर सकते हैं। अधिक भीड़ हो जाने व विधि व्यवस्था को देखते हुए जिले के प्रशासनिक महकमा व पुलिस महकमा के अधिकारियों को सूचना दी गई है। डाकघर में अब तक करीब 88 सौ आवेदन संबंधित पते पर पोस्ट हुआ है।